नैचुरल न्यूट्रिएंट्स में शामिल ऑयली फिश अत्यधिक पौष्टिक माना जाता है। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार जब 40,000 पुरुषों पर किये गए रिसर्च के अनुसार जिन लोगों को प्रत्येक दिन मछली का सेवन करवाया गया, उनमें 15 प्रतिशत तक दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम हुआ। रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि मछली में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड्स (Omega-3 fatty acids) सेहत और हृदय के लिए लाभकारी होता है।
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3. बीन्स और फलियां (Beans and Legumes)
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार हाई सॉल्यूब्ल फाइबर में विटामिन (Vitamins), मिनिरल्स (Minerals) एवं एंटीऑक्सिडेंट्स (Antioxidants) की प्रचुर मात्रा सेहत के लिए लाभकारी होता है। बीन्स और फलियां (Beans and Legumes) में मौजूद हाई सॉल्यूब्ल फाइबर दिल की बीमारी (Heart disease), डायबिटीज (Diabetes) और कैंसर (Cancers) जैसी गंभीर बीमारियों से लड़ने में सहायक होते हैं। नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ (National Institute of Health) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के मुताबिक रोजाना संतुलित मात्रा में बीन्स, मटर एवं चने के सेवन से बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) लेवल को कम करने में मदद मिलती है।
4. नट्स और सीड्स (Nuts and Seeds)
नट्स और सीड्स बेस्ट नैचुरल न्यूट्रिएंट्स माना जाता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स (Antioxidants), मिनरल्स (Minerals) और हेल्दी फैट्स (Healthy fats) सेहतमंद रहने के लिए आवश्यक होते हैं। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार नियमित रूप से नट्स और सीड्स (Nuts and Seeds) के सेवन से हार्ट डिजीज को 28 प्रतिशत और डायबिटीज के खतरे को 22 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। सिंथेटिक और नैचुरल न्यूट्रिएंट्स की लिस्ट में खासकर के शामिल नट्स और सीड्स हर उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद माना जाता है।
5. साबुत अनाज (Whole Grains)
साबुत अनाज में फाइबर, विटामिन बी, आयरन, मैग्नीशियम और सेलेनियम जैसे कई अन्य पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं, जो कैंसर (Cancer), हृदय रोग, मधुमेह और मोटापा की समस्या से आपको बचाये रखने में सहायक होते हैं। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार साबुत अनाज (Whole Grains) का सेवन नियमित करने से शारीरिक लाभ मिलता है।
इन 5 अलग-अलग तरह नैचुरल न्यूट्रिएंट्स का सेवन करने शरीर के फिटनेस को बनाये रखने के साथ-साथ हृदय रोग एवं डायबिटीज जैसी कई अन्य गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। इसीलिए सिंथेटिक और नैचुरल न्यूट्रिएंट्स, इनदोनों में नैचुरल खाने-पीने की चीजों की सलाह विशेष रूप से दी जाती है।
सिंथेटिक और नैचुरल न्यूट्रिएंट्स (Synthetic and Natural nutrients) अर्टिफिशियल तरीके से तैयार किये गए पोषक तत्व होते हैं। सिंथेटिक न्यूट्रिएंट्स में व्हॉल फूड सप्लिमेंट्स (Whole food supplements) नहीं होते हैं। इसलिए इनके सेवन से दूरी ही बनाये रखना चाहिए, लेकिन इन सिंथेटिक सप्लिमेंट्स या सिंथेटिक न्यूट्रिएंट्स कब लिया जा सकता है, यह समझना बेहद जरूरी है।