डायबिटीज और ठंड का संबंध समझने के लिए आपको बीमारी के बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है। डायबिटीज की बीमारी के कारण ब्लड में उपस्थित ग्लूकोज का लेवल कंट्रोल नहीं हो पाता है। इस कारण से कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मधुमेह की बीमारी इंसुलिन हॉर्मोन में गड़बड़ी के कारण पैदा होती है। इस कारण से ब्लड में शुगर का लेवल कंट्रोल नहीं रह पाता है। डायबिटिक पेशेंट्स अगर बीमारी का सही समय पर ट्रीटमेंट करा ले, तो उसे भविष्य में कई समस्याओं से राहत मिल जाती है। डायबिटीज के पेशेंट को सभी सीजन में खास देखभाल की जरूरत पड़ती है। डायबिटीज और ठंड का संबंध (Relationship between diabetes and cold) क्या है, ये अक्सर लोगों के मन में सवाल रहता है। क्या ठंड वाले देशों में डायबिटीज के अधिक पेशेंट्स होते है या फिर सर्दियों में डायबिटिक पेशेंट अधिक संख्या में डायग्नोज होते हैं, ये अक्सर लोगों के मन में सवाल रहता है। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको डायबिटीज और ठंड का संबंध (Relationship between diabetes and cold) क्या है, इस बारे में जानकारी देंगे।
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डायबिटीज और ठंड का संबंध (Relationship between diabetes and cold)
डायबिटीज के सभी प्रकार के पेशेंट्स में सर्दियों में HbA1c लेवल में बढ़त होती है। स्नो, आइस और तापमान के अचानक गिर जाने से डायबिटीज पेशेंट्स को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। तापमान गिरने के साथ ही ब्लड में शुगर के लेवल बढ़ जाने की संभावना अधिक होती है। डायबिटीज और ठंड का संबंध (Relationship between diabetes and cold) में ये बात सामने आ चुकी है कि जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या होती है, ठंड में उनका HbA1C लेवल बढ़ जाता है और साथ ही इंसुलिन की भी अधिक आवश्यकता होने लगती है। मौसम बदलने के साथ ही इंसुलिन का डोज भी कम होने लगता है। ऐसा ठंड में कम एक्टिविटी के साथ ही डायट पर ध्यान न दिया जाना मुख्य कारण हो सकता है। डायबिटिक पेशेंट्स में सीजन के अनुसार ब्लड शुगर लेवल बदलता है, जिसमें हीमोग्लोबिन A1c (HbA1c) का लेवल गर्मियों में कम हो जाता है और सर्दियों में इसका लेवल बढ़ जाता है। कई स्टडी में ये बात सामने आई है कि सीजन के अनुसार सेप्सिस में भी परिवर्तन होता है।
इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन ( International Diabetes Federation) की मानें, तो कोल्ड प्लेसेस में टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 diabetes) के पेशेंट्स पाए जाने की अधिक संभावना रहती है। वहीं एनसीबीआई में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक ( NCBI) सर्दियों में इम्यून सिस्टम थोड़ा धीमा पड़ जाता है, इसलिए वायरस आसानी से डायबिटिक पेशेंट्स पर अटैक करते हैं। ऐसे समय पर खुद को ठंड से बचाना और हायड्रेटेड रखना अहम उपाय के रूप में काम आता है। अगर आपको इंसुलिन की अधिक आवश्यकता पड़ रही है, तो इंसुलिन पंप (Insulin pump) की जांच करने के साथ ही आपको इंसुलिन डोज पर भी खास ध्यान देने की जरूर पड़ती है। ठंड में एक्टिव रहना, पूरी नींद लेना, हेल्दी डायट लेना, ब्लड शुगर लेवल की जांच करना आदि ठंड में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है। जानिए डायबिटीज और ठंड का संबंध (Relationship between diabetes and cold) और उससे जुड़ी खास बातें।
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डायबिटीज और ठंड का संबंध: इन बातों का रखें ध्यान!
आपको डायबिटीज और ठंड का संबंध (Relationship between diabetes and cold) तो पता ही चल गया होगा। अगर आपको डायबिटीज की समस्या (Problem of diabetes) है और साथ ही विंटर सीजन भी चल रहा है, तो ऐसे में आपको खास ख्याल रखने की जरूरत है। जानिए आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और क्या तरीके अपनाने चाहिए ताकि आपको ठंड में डायबिटीज के कारण परेशानी का सामना न करना पड़े।
एक्टिव रहना है जरूरी
जैसा कि कहा ही गया है कि जो व्यक्ति फिजिकली एक्टिव होता है, वो कई बीमारियों से बच जाता है। डायबिटीज में भी यही बात लागू होती है। अगर आपको मधुमेह की समस्या है, तो आप ठंड में एक स्थान में बैठे रहने की ज़रूरत नहीं है। ठंड में किसी को भी बेड छोड़ना अच्छा नहीं लगता है लेकिन एक्टिव रहने के लिए आपको वॉक जरूर करनी चाहिए। अगर आपको किसी तरह की परेशानी है और आप मॉर्निंग वॉक पर नहीं जा सकते हैं, तो आप घर पर ही हल्की फुल्की एक्सरसाइज (Excercise) कर सकते हैं। अगर आप वर्कआउट स्किप कर देंगे, तो आपका ब्लड शुगर बढ़ जाने के चांसेज अधिक हो सकते हैं।
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अपनाएं हेल्दी फूड्स
सर्दियों में आपने सुना होगा कि ज्यादा खाने और ज्यादा आराम करने से लोगों का वजन बढ़ जाता है। ये बात सच भी है। गरमागरम चाय, हॉट चॉकलेट अन्य डीप फ्राय फूड्स लोगों के पसंदीदा होते हैं। अगर आप डायबिटीज के पेशेंट हैं, तो आपको खाने में ऑयली की जगह हेल्दी फूड्स को जगह देनी चाहिए। हैवी फूड्स और शुगर वाले ड्रिंक्स को इग्नोर करना बेहतर रहेगा। आप चाहे तो नींबू की चाय, वेजीटेबल सूप आदि का सेवन कर सकते हैं। सर्दियों में हेल्दी वेजीटेबल्स (Vegetables) के साथ ही हेल्दी फ्रूट्स को जरूर अपनाएं। ऐसा करने से ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) कंट्रोल में रहेगा।
डायबिटीज और ठंड का संबंध: खुद को बचाएं विंटर डिजीज से
सर्दियों में कोल्ड, फ्लू या फिर वायरस का अटैक होने की अधिक संभावना रहती है। अगर आप डायबिटीज के पेशेंट हैं, तो आपको अधिक सावधानी रखने की जरूरत है क्योंकि कोल्ड के कारण ग्लूकोज अधिक फ्लकचुएट होता है। आपको फ्लू हो जाने पर कमजोरी का अधिक एहसास होगा और बीमारी भी जल्द ठीक नहीं होगी। अपने आपको गरम रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में कपड़े पहने और साथ ही समय-समय पर ब्लड शुगर लेवल की जांच भी करते रहें।
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डायबिटीज और ठंड का संबंध: ठंड में स्ट्रेस और इंफेक्शन से रहें सतर्क
डायबिटीज और डिप्रेशन (Diabetes and depression) का संबंध गहरा है। एनसीबीआई में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार जिन व्यक्तियों को डायबिटीज की बीमारी होती है, उनमें डिप्रेशन होने का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही जिन लोगों को डिप्रेशन की समस्या रहती है, उनमें डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है। यानी डायबिटीज या फिर डिप्रेशन होने पर आपको दूसरी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। ठंड के समय अगर आप अपनी सेहत का ध्यान नहीं रखेंगे तो स्ट्रेस या फिर ड्रिप्रेशन आदि समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस कारण से ब्लड शुगर लेवल अनकंट्रोल्ड हो सकता है। ऐसे में खुद को स्ट्रेस या डिप्रेशन (Depression) से दूर रखने के लिए आपको योग या मेडिटेशन का सहारा लेना चाहिए। इंफेक्शन से बचने के लिए आपको इम्यूनिटी को मजबूत करने वाले फूड्स का सेवन करना चाहिए।
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हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता है। इस आर्टिकल में हमने आपको डायबिटीज और ठंड का संबंध (Relationship between diabetes and cold) क्या है, इस बारे में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।
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