टाइप 1 डायबिटीज और मेटाबॉलिजम: इंसुलिन मेटाबॉलिजम पर क्या प्रभाव डालती है?
डायबिटीज से पीड़त लोगों को अपने ब्लड शुगर लेवल को सामान्य बनाए रखने के लिए इंसुलिन की जरूरत होती है। खासतौर पर टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) से पीड़ित व्यक्ति के उपचार में इंसुलिन को शामिल किया जाता है। यह इंसुलिन आमतौर पर इंजेक्शन या सीरिंज के माध्यम से लिया जा सकता है। इसके साथ ही इंसुलिन पंप (Insulin Pump) का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। यही नहीं, इसके लिए इंहेल्ड इंसुलिन एक और विकल्प है, जिसे आप अपनी सांस द्वारा ले सकते हैं। इस तरह से इंसुलिन को जल्दी से एब्जॉर्ब किया जा सकता है। जबकि, इंसुलिन के अन्य तरीकों जैसे इंजेक्शन आदि के द्वारा इसमें अधिक समय लगता है। टाइप 1 डायबिटीज और मेटाबॉलिजम (Type 1 diabetes and Metabolism) के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर की सलाह भी ले सकते हैं।
इंसुलिन के पांच मुख्य प्रकार हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को सही बनाए रखने में मदद करते हैं। आपके डॉक्टर आपके लिए बेहतरीन इंसुलिन को चुनने में आपकी मदद कर सकते हैं। बहुत अधिक इंसुलिन को लेने से ब्लड शुगर लो हो सकती है, जो गंभीर मामलों में जानलेवा है। यही नहीं ,आहार में बहुत अधिक गैप, मील्स को स्किप करना या एक्सरसाइज आदि से भी ब्लड शुगर लो हो सकती है। अपने ब्लड शुगर लेवेल को नियमित रूप से मॉनिटर करने से आपको अपने आहार और दवाईयों का निर्णय लेने में मदद मिल सकती है। समय के साथ आप खुद यह समझ जाएंगे कि आपका शरीर किसी खास आहार या व्यायाम के प्रति किस तरह से रिस्पॉन्ड करता है। इसका अर्थ है कि इंसुलिन का हमारे मेटाबॉलिजम पर गहरा प्रभाव पड़ता है।
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इंसुलिन की सही मात्रा को लेने के लिए कई लोग अपने आहार में कार्बोहेडेट्स को काउंट करते हैं। हाय कार्ब मील (खासतौर पर जिसमें सिंपल कार्बोहाइड्रेट्स हों), लो कार्बोहायड्रेट मील की तुलना में आपकी ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकते हैं और ऐसे में ब्लड शुगर की सामान्य रेंज को बनाएं रखने के लिए अधिक इंसुलिन की जरूरत होगी।
यह तो थी टाइप 1 डायबिटीज और मेटाबॉलिजम (Type 1 diabetes and Metabolism) के बारे में जानकारी। टाइप 1 डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति के उपचार में कई तरीके शामिल हैं जैसे इंसुलिन और जीवनशैली में बदलाव। ब्लड शुगर लेवल को सही बनाएं रखने के लिए रोगी को अपनी जीवनशैली में भी हेल्दी परिवर्तन करने चाहिए जैसे सही खानपान (Right Food), नियमित व्यायाम (Regular Exercise), अगर आपका वजन अधिक है तो उसे कम करना (Loose Weight), पर्याप्त नींद लेना (Enough Sleep) और तनाव से बचाव (Avoid Stress) आदि। इसमें आपके डॉक्टर और डायटीशियन भी आपकी मदद कर सकते हैं। अगर टाइप 1 डायबिटीज और मेटाबॉलिजम(Type 1 diabetes and Metabolism) संबंधी कोई भी सवाल आपके दिमाग में है, तो अपने डॉक्टर या एक्सपर्ट से इस बारे में बात अवश्य करें ताकि आपको सही सलाह मिल सके।
अगर आपके मन में टाइप 1 डायबिटीज और मेटाबॉलिजम से संबंधित कोई भी सवाल है तो आप हमारे फेसबुक पेज पर भी अपने सवालों को पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।