एक्सरसाइज इंड्यूस्ड हायपरटेंशन (Exercise Induced hypertension) क्या है?
एक्सरसाइज इंड्यूस्ड हायपरटेंशन (EIH) यानी एक्सरसाइज के दौरान ब्लड प्रेशर का बढ़ना जो महिलाओं के लिए 190mm Hg और पुरुषों के लिए 210 mmHg माना गया है। एथलीट्स और स्वस्थ व्यक्तियों में ऐसा होता है। ऐसा माना जाता है कि एक्सरसाइज इंड्यूस्ड हायपरटेंशन बाद में हायपरटेंशन का कारण बन सकता है। कुछ स्टडीज में चिंता का विषय माना गया है तो किसी ने इसे एक्सरसाइज के प्रति रिस्पॉन्स।
जॉन हॉपकिन्स की एक शोधकर्ताओं के अनुसार एक्सरसाइज हायपरटेंशन वर्कआउट के दौरान असामान्य रूप से ब्लड प्रेशर में होने वाला स्पाइक है। यह हाय ब्लड प्रेशर के लिए एक जोखिम कारक है। यह समस्या उन कोशिकाओं की विफलता में निहित है जो रक्त वाहिकाओं को धमनियों को विस्तारित करने की अनुमति देती हैं ताकि परिश्रम के दौरान बढ़े हुए रक्त प्रवाह को समायोजित किया जा सके।
“हमारे अध्ययन से पता चलता है कि एंडोथेलियल कोशिकाओं (Endothelial cells) की यह बिगड़ी हुई क्षमता, जो लार्ज ब्लड वेसल्स के रिलेक्सेशन को नियंत्रित करती है, एक्सरसाइज हायपरटेंशन का एक संभावित कारण है।”
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टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) और हायपरटेंशन (Hypertension) का शरीर पर प्रभाव
डायबिटीज के साथ हायपरटेंशन होने पर अगर इसका इलाज समय पर ना किया जाए तो यह ब्लड वेसल्स को डैमेज करने के साथ ही हार्ट अटैक और किडनी फेलियर के खतरे को बढ़ा सकता है। ब्लड प्रेशर की रीडिंग अलग-अलग हो सकती है लेकिन डायबिटीज के मरीजों का ब्लड प्रेशर 130/80 से ज्यादा नहीं होना चाहिए। पहला नंबर सिस्टोलिक प्रेशर का है। यह आर्टरीज का प्रेशर है जब हार्ट वेसल्स को स्क्वीज करता है और ब्लड से भरता है, वहीं दूसरा नंबर डायस्टोलिक प्रेशर का है। जब हार्ट बीट्स के बीच में आराम करता है और दूसरे कॉन्ट्रेक्शन के लिए ब्लड को भरता है।
जब मधुमेह की जटिलताओं को रोकने की बात आती है, तो सामान्य रक्तचाप उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि आपके रक्त शर्करा के स्तर का अच्छा नियंत्रण। इसलिए अगर टाइप 2 डायबिटीज में एक्सरसाइज इंड्यूस्ड हायपरटेंशन (Exercise Induced hypertension in type 2 Diabetes) का रिस्क हो सकता है तो किसी भी प्रकार की एक्सरसाइज शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।