कार्बोहायड्रेट, अनसैचुरेटेड फैट और प्रोटीन इंटेक का इंसुलिन सेंसिटिविटी पर प्रभाव के अलावा दूसरे चीजों का भी इस पर प्रभाव होता है। जान लीजिए उनके बारे में।
पर्याप्त और अच्छी नींद लें (Get enough and good sleep)
कार्बोहायड्रेट, अनसैचुरेटेड फैट और प्रोटीन इंटेक का इंसुलिन सेंसिटिविटी पर प्रभाव के अलावा रात की अच्छी नींद का भी इस पर प्रभाव होता है। नींद की कमी बॉडी के लिए हानिकारक हो सकती है और इंफेक्शन, हार्ट डिजीज और टाइप 2 डायबिटीज के लिए आपके रिस्क को बढ़ा सकती है। कई स्टडीज ने खराब नींद को कम इंसुलिन सेंसिटिविटी (Insulin Sensitivity) से भी लिंक किया है। जैसे, नौ हेल्दी वालंटियर्स से जुड़ी एक स्टडी में पाया गया कि एक रात में सिर्फ 4 घंटे की नींद लेने वाले लोगों की तुलना में 8 1/2 घंटे की नींद लेने वाले लोगों में इंसुलिन सेंसिटिविटी (Insulin sensitivity) और ब्लड शुगर को कंट्रोल करने की क्षमता अधिक थी।
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नियमित व्यायाम करें (Exercise regularly)
कार्बोहायड्रेट, अनसैचुरेटेड फैट और प्रोटीन इंटेक का इंसुलिन सेंसिटिविटी पर प्रभाव के अलावा नियमित व्यायाम भी इंसुलिन को प्रभावित करता है। यह स्टोरेज के लिए शुगर को मांसपेशियों में ले जाने में मदद करता है और इंसुलिन सेंसिटिविटी में तुरंत ग्रोथ को बढ़ावा देता है।
एक स्टडी में पाया गया कि मॉडरेट स्पीड से मशीन पर 60 मिनट साइकिलिंग करने से हेल्दी वालंटियर्स में 48 घंटे के लिए इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ जाती है। साथ ही अधिक वजन वाले और बिना डायबिटीज वाले पुरुषों के एक अध्ययन में पाया गया कि जब प्रतिभागियों ने 3 महीने के लिए रेजिस्टेंस ट्रेनिंग की, तो वजन घटाने से उनकी इन्सुलिन सेंसिटिविटी बढ़ गई। जबकि एरोबिक और रेजिस्टेंस ट्रेनिंग दोनों इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाते हैं, दोनों को अपनी डेली रूटीन में शामिल करना सबसे प्रभावी होता है।
स्ट्रेस (Stress) कम लें
तनाव आपकी बॉडी की ब्लड-शुगर को कंट्रोल करने की क्षमता को प्रभावित करता है। यह बॉडी को कोर्टिसोल (Cortisol) और ग्लाइकोजन (Glucagon) जैसे स्ट्रेस हार्मोन के प्रोडक्शन को उत्तेजित करते हैं। स्ट्रेस से आपके तनाव हार्मोन का लेवल हाई रहता है जो कि नुट्रिएंट ब्रेकडाउन (Nutrient breakdown) को उत्तेजित करता है और ब्लड शुगर को बढ़ाता है। वास्तव में, कई स्टडीज में पाया गया है कि स्ट्रेस हार्मोन के हाई लेवल इंसुलिन सेंसिटिविटी (Insulin Sensitivity) को कम करते हैं। कार्बोहायड्रेट, अनसैचुरेटेड फैट और प्रोटीन इंटेक का इंसुलिन सेंसिटिविटी पर प्रभाव के अलावा तनाव भी इसे प्रभावित कर सकता है।
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