backup og meta

ह्यूमिनसुलिन 50/50: डायबिटीज में इस इंसुलिन के इस्तेमाल के बारे में क्या जानकारी है आपको?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Sayali Chaudhari · फार्मेकोलॉजी · Hello Swasthya


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 23/12/2021

    ह्यूमिनसुलिन 50/50: डायबिटीज में इस इंसुलिन के इस्तेमाल के बारे में क्या जानकारी है आपको?

    डायबिटीज यानी खून में ब्लड ग्लूकोज की मात्रा का बढ़ जाना। डायबिटीज के दो मुख्य प्रकार हैं टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) और टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) । इन कंडिशंस के उपचार के लिए डॉक्टर दवाईयों, इंसुलिन और नियमित ब्लड ग्लूकोज को मॉनिटर करने के लिए कहते हैं। टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) से पीड़ित लोगों को रोजाना इंसुलिन लेने की सलाह दी जाती है। इंसुलिन को इंजेक्ट करने के भी विभिन्न तरीके होते हैं जैसे सिरिंज या नीडल का इस्तेमाल और इंसुलिन डिलीवरी पेन या इंसुलिन पंप का प्रयोग। आज हम बात करने वाले हैं ह्यूमिनसुलिन 50/50 (Huminsulin 50/50)  के बारे में। जानिए क्या है ह्यूमिनसुलिन 50/50 (Huminsulin 50/50) और किस तरह से है यह फायदेमंद?

    ह्यूमिनसुलिन 50/50 क्या है? (Huminsulin 50/50)

    जैसा की आप जानते ही हैं कि इंसुलिन का प्रयोग डायबिटीज के उपचार में किया जाता है, जब हमारा पैंक्रियाज पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाता है। जिससे ब्लड में ग्लूकोज लेवल कंट्रोल नहीं हो पाता है। ह्यूमिनसुलिन 50/50 (Huminsulin 50/50) एक आइसोफेन इंसुलिन इंजेक्शन (Isophane Insulin injection) है। इसमें 50% सॉल्युबल इंसुलिन और 50% आइसोफेन इंसुलिन होती है। ह्यूमिनसुलिन इंजेक्शन के हर मिलीलीटर में ह्यूमन इन्सुलिन IP पाया जाता है। इसका इस्तेमाल टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) और टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) से पीड़ित बच्चों और वयस्कों दोनों के लिए किया जा सकता है। यह इंसुलिन उन कई हॉर्मोन्स में से एक है, जो हमारे द्वारा खाए जाने वाले भोजन को ऊर्जा में बदलने में मदद करते हैं। इसके साथ ही यह इंसुलिन एनर्जी स्टोर करने में भी मदद करती है, जिसका इसका इस्तेमाल हम बाद में कर सकते हैं।

    ह्यूमिनसुलिन 50/50 (Huminsulin 50/50) का इस्तेमाल भी अन्य इंसुलिन्स की तरह ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar level) को सामान्य बनाए रखने में किया जाता है। लेकिन, ह्यूमिनसुलिन 50/50 (Huminsulin 50/50) का प्रयोग केवल डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए। जानिए  इंसुलिन कैसे काम करती है?

    और पढ़ें: इंसुलिन सेंसिटिविटी: क्या जानते हैं आप इसके फायदों के बारे में?

    ह्यूमिनसुलिन 50/50 कैसे काम करती है? (Work of Huminsulin 50/50)

    नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डाइजेस्टिव एंड किडनी डिजीज (National Institute of Diabetes and Digestive and Kidney Diseases) के मुताबिक इंसुलिन एक महत्वपूर्ण हॉर्मोन है, जो ब्लड ग्लूकोज शरीर के हर सेल में ले जाने में मदद करती है। इन सेल्स में ग्लूकोज फ्यूल की तरह प्रयोग किया जाता है। टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) में शरीर पर्याप्त इंसुलिन को नहीं बना पाता है जिससे ग्लूकोज खून में ही रह जाता है और हाय ब्लड ग्लूकोज का कारण बनता है। लेकिन, ह्यूमिनसुलिन 50/50 (Huminsulin 50/50) कोशिकाओं, टिश्यूज और मांसपेशियों, विशेष रूप से स्केलेटल मसल्स और वसा द्वारा ग्लूकोज को स्टिमुलेट करके और लिवर द्वारा ग्लूकोज उत्पादन को रोककर ब्लड ग्लूकोज के लेवल को कम करती है। अब जानते हैं उन जरूरी बातों को जिन्हें इस इंसुलिन के इस्तेमाल से पहले आपके लिए जानना जरूरी है।

    और पढ़ें: Serum insulin test: पैंक्रियाज से प्रोड्यूज होने वाले इंसुलिन के बारे में जानकारी देता है ये टेस्ट!

    ह्यूमिनसुलिन 50/50 के इस्तेमाल से पहले जानें यह जरुरी बातें

    इस इंसुलिन की सलाह देने से पहले डॉक्टर रोगी से उसकी पूरी मेडिकल हिस्ट्री के बारे में जानेंगे। इसके साथ ही आपके लिए इन चीजों का भी ध्यान रखना जरूरी है, जैसे:

  • अगर आपको रीकरंट लो ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) की समस्या है, तो डॉक्टर को पहले ही बता दें। ह्यूमिनसुलिन 50/50 (Huminsulin 50/50) के बाद अगर आपको लो ब्लड शुगर के लक्षण जैसे पसीना आना, एंग्जायटी, हार्टबीट का तेज होना, सिरदर्द, अधिक भूख, बेचैनी आदि नजर आएं, तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें।
  • अगर आपको बुखार, इंफेक्शंस, एलर्जी, थायरॉइड डिसऑर्डर या अन्य कोई गंभीर हेल्थ समस्या है, तो पहले ही डॉक्टर को इस बारे में बता दें
  • अगर इस इंसुलिन के इस्तेमाल के बाद आपको इंजेक्शन साइट पर गंभीर दर्द, खुजली या सूजन आदि हो, तो भी मेडिकल हेल्प लें।
  • अगर आप यह इंसुलिन ले रहे हैं लेकिन, उसके साथ सही आहार का सेवन नहीं कर रहे हैं, तो आपकी ब्लड ग्लूकोज तेजी से गिर सकता है। ऐसे में, डॉक्टर आपको हमेशा अपने साथ शुगर कैंडी रखने के लिए कहेंगे। अधिक समस्या होने पर आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
  • इस इंसुलिन की डोज को कभी भी स्किप न करें।
  • अगर आप किसी अन्य दवा, हर्बल उत्पाद या सप्लीमेंट का सेवन कर रहे हैं तो ह्यूमिनसुलिन 50/50 (Huminsulin 50/50) को लेने से पहले डॉक्टर को इस बारे में बताना भी जरूरी है। क्योंकि, कुछ अन्य दवाओं, हर्बल उत्पादों या सप्लीमेंट्स के साथ यह दवा इंटरैक्ट कर सकती है। इससे आपके स्वास्थ्य को नुकसान हो सकता है।
  • गर्भावस्था (Pregnancy) और ब्रेस्टफीडिंग (Breastfeeding) के भी इस इंसुलिन के इस्तेमाल से पहले डॉक्टर की राय अवश्य लें। अब जानते हैं इस दवा के साइड इफेक्ट्स के बारे में।
  • ह्यूमिनसुलिन 50/50

    और पढ़ें: एनपीएच इंसुलिन: ब्लड शुगर लेवल को तुरंत कर देता है कम, डायबिटीज टाइप 1 और टाइप 2 दोनों के लिए है उपयोगी

    ह्यूमिनसुलिन 50/50 के साइड इफेक्ट्स (Side effects of Huminsulin 50/50)

    अन्य दवाइयों की तरह ह्यूमिनसुलिन 50/50 (Huminsulin 50/50) को लेने के बाद भी कुछ लोग साइड-इफेक्ट्स का अनुभव कर सकते हैं। हालांकि, यह साइड इफेक्ट्स गंभीर नहीं होते हैं। लेकिन, अगर यह दुष्प्रभाव ठीक न हों या बदतर हो जाएं तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें। इस इंसुलिन के सामान्य साइड इफेक्ट्स क्या हैं, जानिए

    • लो ब्लड शुगर (Low blood sugar)
    • चक्कर आना (Lightheadedness)
    • एंग्जायटी (Anxiety)
    • नर्वसनेस (Nervousness)
    • थकावट (Tiredness)
    • भूख लगना (Feeling hungry)
    • विजुअल डिस्टर्बेंस (Visual disturbances)
    • सिरदर्द (Headache)
    • कंपकंपी (Shaking)
    • पसीना आना (Sweating)
    • त्वचा का पीला पड़ना (Pale skin)
    • स्किन रैशेज (Skin rashes)
    • इंजेक्शन साइट में दर्द  (Injection site pain)
    • इंजेक्शन साइट में लालिमा (Injection site redness)
    • इंजेक्शन साइट में सूजन (Injection site swelling)
    • इंजेक्शन साइट में खुजली (Injection site itching)

    यह तो थी जानकारी इस दवा के साइड इफेक्ट्स के बारे में। अब जानिए कि ह्यूमिनसुलिन 50/50 (Huminsulin 50/50) का इस्तेमाल कैसे किया जाता है?

    और पढ़ें: एक्सरसाइज और इंसुलिन रेजिस्टेंस : डायबिटीज पेशेंट एक्सरसाइज से पहले इन बातों का रखें ध्यान

    ह्यूमिनसुलिन 50/50 का यूज कैसे किया जाता है?

    कभी भी डॉक्टर की सलाह के बिना इस इंसुलिन का इस्तेमाल न करें। इसके इस्तेमाल से पहले इस दवा के बारे में पूरी जानकारी ले लें। ह्यूमिनसुलिन 50/50 (Huminsulin 50/50) का यूज इस तरह से किया जाता है:

    • ह्यूमिनसुलिन 50/50 (Huminsulin 50/50) के इस्तेमाल से पहले इसके कार्ट्रिज पर लिखी इंस्ट्रक्शंस को अच्छे से पढ़ लें।
    • डॉक्टर द्वारा बताई डोज में ही इसके लें।
    • इस इंजेक्शन को हमेशा जांघ, बाजु के ऊपरी हिस्से या पेट में स्किन के नीचे लगाया जाता है।
    • कभी भी इसे नस या मसल्स में न लगाएं।
    • इंजेक्शन साइट से नीडल को निकालने से पहले कुछ सेकंड तक इंतजार अवश्य करें।
    • हमेशा इंजेक्शन की साइट को बदलते रहें। एक ही जगह पर बार-बार इंजेक्शन लगाने से बचें।

    इसके साथ ही ह्यूमिनसुलिन 50/50 (Huminsulin 50/50) की कितनी डोज में आपको लेना चाहिए, यह आपको पता होना चाहिए। सही मात्रा में इसे ना लेना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। यह तो थी ह्यूमिनसुलिन 50/50 के बारे में जानकारी। अब जानिए कि दवाईयों और इंसुलिन के अलावा आपको अपनी डायबिटीज मैनेज करने के लिए क्या करना चाहिए?

    और पढ़ें: डायबिटिक पेशेंट को डायबिटीज पिल्स लेनी चाहिए या फिर इंसुलिन?

    डायबिटीज को कैसे मैनेज करें? (Huminsulin 50/50)

    अपने ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) को सही रखने के लिए अक्सर डॉक्टर दवाईयों और इंसुलिन की सलाह देते हैं। लेकिन, इस समस्या को मैनेज करने के लिए सबसे जरूरी है हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाना। जानिए कौन सी हैं यह हेल्दी आदतें (Blood sugar level), जो ब्लड शुगर लेवल को सही रखने में मददगार हो सकती हैं।

    • हेल्दी डायट का सेवन करें। अपने आहार में फल, सब्जियों और अनाज आदि को अधिक शामिल करें। इसमें लिए डॉक्टर और डायटीशियन भी आपकी मदद कर सकते हैं।
    • नियमित रूप से व्यायाम करें। दिन में कम से कम तीस मिनट शारीरिक गतिविधियों के लिए निकालें।
    • शुगर का सेवन कम मात्रा में करें।
    • तनाव से बचें। इसके लिए योगा, मैडिटेशन जैसी तकनीकों को अपनाएं। इसके साथ ही पर्याप्त नींद लें।
    • स्मोकिंग करना बंद कर दें और एल्कोहॉल को सीमित मात्रा में ही लें।
    • नियमित रूप से ब्लड ग्लूकोज लेवल (Blood Glucose level) को मॉनिटर करें और डॉक्टर की सलाह का पूरी तरह से पालन करें। डॉक्टर ने इसके लिए आपको जिन दवाईयों, इंसुलिन या ह्यूमिनसुलिन 50/50 (Huminsulin 50/50) की सलाह दी है, तो बिना भूलें इन्हें लें।

    क्या आप जानते हैं कि डायबिटीज को रिवर्स कैसे कर सकते हैं? तो खेलिए यह क्विज!

    और पढ़ें: टाइप 2 डायबिटीज मैनेजमेंट हो सकता है आसान, अगर आप रखेंगे इन 7 बातों का ध्यान

    उम्मीद है कि ह्यूमिनसुलिन 50/50 (Huminsulin 50/50) के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) को सही रखने के लिए इसकी सलाह दी जा सकती है। हालांकि, इसके इस्तेमाल के बाद बहुत माइल्ड साइड इफेक्ट्स नजर आते हैं। लेकिन, अगर यह दुष्प्रभाव गंभीर हों तो मेडिकल हेल्प लेना न भूलें। इस इंसुलिन का इस्तेमाल तभी करें जब डॉक्टर ने इसे लेने के लिए प्रिस्क्राइब किया हो। इसके साथ ही, इसकी सही डोज में बारे में भी आपको पता होना चाहिए।

    अगर आपके दिमाग में ह्यूमिनसुलिन 50/50 (Huminsulin 50/50) को लेकर कोई भी सवाल है, तो अपने डॉक्टर से इस बारे में अवश्य पूछें। आप हमारे फेसबुक पेज पर भी अपने सवालों को पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

    के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

    Sayali Chaudhari

    फार्मेकोलॉजी · Hello Swasthya


    AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 23/12/2021

    advertisement iconadvertisement

    Was this article helpful?

    advertisement iconadvertisement
    advertisement iconadvertisement