चना फाइबर से भरपूर होता है, जो डायजेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। चना सॉल्युबल फाइबर होता है और ये हेल्दी बैक्टिरिया को बढ़ाने में हेल्प करता है और साथ ही अनहेल्दी बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकता है। इस कारण से डायजेस्टिव कंडीशन का रिस्क भी कम हो जाता है। यानी चने का सेवन आपको एक नहीं बल्कि कई बीमारियों से बचाने में मदद करता है।
और पढ़ें: टाइप 2 डायबिटीज के लिए मिनरल सप्लिमेंट्स: ब्लड शुगर को लेवल में रखने में कर सकते हैं मदद
डायबिटीज में चना: कैसे करें इसका का सेवन?
चने का सेवन एक नहीं बल्कि कई प्रकार से किया जा सकता है। अक्सर लोग सुबह उबले चने खाना पसंद करते हैं या फिर चने को स्प्राउट के रूप में भी खाया जाता है। आप अपनी पसंद के अनुसार चने को उबाल कर या फिर चने की सब्जी बनाकर खा सकते हैं। आपको काले चने को रातभर पानी में भिगोना चाहिए और फिर सुबह पानी निकालर उन्हें उबाल लेना चाहिए। आप चाहे तो चने की दाल या फिर सलाद के साथ भी चने का सेवन कर सकते हैं। आप चाहे तो पसंद के अनुसार चने को रोस्ट करके भी खा सकते हैं। चने में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो हार्ट को हेल्दी रखने में मदद करते हैं। आप चने का सेवन करने से पहले चाहे तो एक बार इस बारे में डॉक्टर से भी जानकारी ले सकते हैं।
अगर आपको चने का सेवन करने के बाद किसी प्रकार की समस्या होती है, तो बेहतर होगा कि डॉक्टर से इस बारे में जानकारी लें। चने का सेवन करने के बाद पेट जल्दी भर जाता है इसलिए आपको भूख के अनुसार ही सेवन करना चाहिए। आप चाहे तो एक दिन छोड़कर भी चने का सेवन कर सकते हैं।
हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता हैं। इस आर्टिकल के माध्यम से आपको डायबिटीज में चना (Chickpea for diabetes) के बारे में जानकारी मिल गई होगी। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।