टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) के चलते कई कॉम्प्लिकेशन आते हैं जिसमें अंगों का ठीक से काम न करना या काम बंद कर देना और दूसरों अंगों के काम प्रभावित होना शामिल है। इसके साथ ही अगर हायपरटेंशन (Hypertension) जैसी बीमारी भी जुड़ जाए तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। डायबिटीज के मैनेजमेंट के लिए अक्सर एक्सरसाइज या फिजिकल एक्टिविटीज करने की सलाह दी जाती है, लेकिन टाइप 2 डायबिटीज में एक्सरसाइज इंड्यूस्ड हायपरटेंशन (Exercise Induced hypertension in type 2 Diabetes) का रिस्क भी हो सकता है। डायबिटीज और हायपरटेंशन का ये रिलेशन कार्डिएक और पेरिफेरल वैस्कुलर स्ट्रक्चर (Peripheral vascular structure) और फंक्शन को डैमेज कर सकता है। इस आर्टिकल में हम टाइप 2 डायबिटीज में एक्सरसाइज इंड्यूस्ड हायपरटेंशन से जुड़ी जानकारी देने जा रहे हैं।
टाइप 2 डायबिटीज में एक्सरसाइज इंड्यूस्ड हायपरटेंशन (Exercise Induced hypertension in type 2 Diabetes)
टाइप 2 डायबिटीज और हायपरटेंशन ये दोनों अकेले हो या दोनों साथ में ये लेफ्ट वेंट्रिकुलर मास (Left ventricular mass) को और वॉल की थिकनेस को बढ़ाने, वेंट्रिकुलर डायस्टोलिक डिसफंक्शन (Ventricular diastolic dysfunction)आदि का कारण बनते हैं। इसके साथ ही ये वैस्कुलर स्टिफनेस को भी बढ़ाते हैं। हालांकि, कई स्वास्थ्य संगठन टाइप 2 मधुमेह के लिए चिकित्सीय तौर-तरीके के रूप में व्यायाम प्रशिक्षण का समर्थन करते हैं, व्यायाम और मधुमेह के अधिकांश अध्ययनों ने ग्लाइसेमिक नियंत्रण पर ध्यान केंद्रित किया है, लेकिन हृदय स्वास्थ्य पर नहीं। हालांकि, व्यायाम मधुमेह के बिना व्यक्तियों में रक्तचाप को कम करता है, टाइप 2 मधुमेह वाले व्यक्तियों में रक्तचाप और हृदय स्वास्थ्य पर व्यायाम प्रशिक्षण के प्रभावों के बारे में ज्ञान में गहरा अंतर है। इसको लेकर कई स्टडीज भी हुई हैं। जिनमें कुछ बातें सामने आई हैं। चलिए उनके बारे में भी जान लेते हैं।
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टाइप 2 डायबिटीज में एक्सरसाइज इंड्यूस्ड हायपरटेंशन को लेकर क्या कहती है स्टडी?
डायबिटीज जर्नल में छपी स्टडी का उद्देश्य यह निर्धारित करना था कि नॉन इंसुलिन डिपेंडेंट डायबिटीज मेलिटस (Non insulin dependent diabetes mellitus) वाले मरीजों में हल्के या मध्यम व्यायाम के दौरान रक्तचाप असामान्य है या नहीं। अध्ययन में एनआईडीडीएम के 11 मरीज और 11 नॉनडायबिटिक मरीज शामिल थे। ब्लड प्रेशर पर एक्सरसाइज का अध्ययन करने के लिए बाइसकल एग्रोमेट्री (Bicycle ergometry) का यूज किया गया था। ब्लडप्रेशर को हर 5 मिनट में मॉनिटर किया गया।
नॉन इंसुलिन डिपेंडेंट डायबिटीज मेलिटस वाले ग्रुप में अधिक एक्सरसाइज इंड्यूस्ड सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर नोटिस किया गया। एक्सरसाइज के पहले या इस दौरान दोनों ग्रुप के बीच ना ही डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर और ना ही पल्स रेट में कोई अंतर था। बेसल पल्स (Basal pulse) और ब्लड प्रेशर एक समान था। माइल्ड से मॉडरेट एक्सरसाइज एनआईडीडीएम (NIDDM) वाले कम सेडेंटरी मरीजों में सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर को प्रेरित करता है। चूंकि एक चिकित्सीय पद्धति के रूप में व्यायाम की सिफारिश की जाती है, इसलिए उपचार के इस रूप की सुरक्षा का आकलन करने के लिए इंट्राएक्सरसाइज ब्लड प्रेशर पर विचार किया जाना चाहिए।
इस स्टडी के आधार पर कहा जा सकता है कि टाइप 2 डायबिटीज में एक्सरसाइज इंड्यूस्ड हायपरटेंशन (Exercise Induced hypertension in type 2 Diabetes) का रिस्क हो सकता है। टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में ब्लड प्रेशर का बढ़ना सिर्फ ब्लड प्रेशर बढ़ने की तुलना कार्डियोवैस्कुलर डिजीज को अधिक बढ़ा सकता है। हालांकि इस विषय पर अधिक अध्ययन की जरूरत है।
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एक्सरसाइज इंड्यूस्ड हायपरटेंशन (Exercise Induced hypertension) क्या है?
एक्सरसाइज इंड्यूस्ड हायपरटेंशन (EIH) यानी एक्सरसाइज के दौरान ब्लड प्रेशर का बढ़ना जो महिलाओं के लिए 190mm Hg और पुरुषों के लिए 210 mmHg माना गया है। एथलीट्स और स्वस्थ व्यक्तियों में ऐसा होता है। ऐसा माना जाता है कि एक्सरसाइज इंड्यूस्ड हायपरटेंशन बाद में हायपरटेंशन का कारण बन सकता है। कुछ स्टडीज में चिंता का विषय माना गया है तो किसी ने इसे एक्सरसाइज के प्रति रिस्पॉन्स।
जॉन हॉपकिन्स की एक शोधकर्ताओं के अनुसार एक्सरसाइज हायपरटेंशन वर्कआउट के दौरान असामान्य रूप से ब्लड प्रेशर में होने वाला स्पाइक है। यह हाय ब्लड प्रेशर के लिए एक जोखिम कारक है। यह समस्या उन कोशिकाओं की विफलता में निहित है जो रक्त वाहिकाओं को धमनियों को विस्तारित करने की अनुमति देती हैं ताकि परिश्रम के दौरान बढ़े हुए रक्त प्रवाह को समायोजित किया जा सके।
“हमारे अध्ययन से पता चलता है कि एंडोथेलियल कोशिकाओं (Endothelial cells) की यह बिगड़ी हुई क्षमता, जो लार्ज ब्लड वेसल्स के रिलेक्सेशन को नियंत्रित करती है, एक्सरसाइज हायपरटेंशन का एक संभावित कारण है।”
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टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) और हायपरटेंशन (Hypertension) का शरीर पर प्रभाव
डायबिटीज के साथ हायपरटेंशन होने पर अगर इसका इलाज समय पर ना किया जाए तो यह ब्लड वेसल्स को डैमेज करने के साथ ही हार्ट अटैक और किडनी फेलियर के खतरे को बढ़ा सकता है। ब्लड प्रेशर की रीडिंग अलग-अलग हो सकती है लेकिन डायबिटीज के मरीजों का ब्लड प्रेशर 130/80 से ज्यादा नहीं होना चाहिए। पहला नंबर सिस्टोलिक प्रेशर का है। यह आर्टरीज का प्रेशर है जब हार्ट वेसल्स को स्क्वीज करता है और ब्लड से भरता है, वहीं दूसरा नंबर डायस्टोलिक प्रेशर का है। जब हार्ट बीट्स के बीच में आराम करता है और दूसरे कॉन्ट्रेक्शन के लिए ब्लड को भरता है।
जब मधुमेह की जटिलताओं को रोकने की बात आती है, तो सामान्य रक्तचाप उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि आपके रक्त शर्करा के स्तर का अच्छा नियंत्रण। इसलिए अगर टाइप 2 डायबिटीज में एक्सरसाइज इंड्यूस्ड हायपरटेंशन (Exercise Induced hypertension in type 2 Diabetes) का रिस्क हो सकता है तो किसी भी प्रकार की एक्सरसाइज शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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टाइप 2 डायबिटीज में एक्सरसाइज इंड्यूस्ड हायपरटेंशन (Exercise Induced hypertension in Type 2 Diabetes) होने पर क्या करें?
सबसे पहले तो टाइप 2 डायबिटीज मैनेजमेंट के लिए जो भी एक्सरसाइज कर रहे हैं उसे डॉक्टर की सलाह पर ही करें। दूसरी बात अगर आपको ब्लड प्रेशर की शिकायत रही है या रहती है तो एक्सरसाइज के पहले और बाद में ब्लड प्रेशर को जरूर चेक करें। क्योंकि अक्सर हाय ब्लड प्रेशर के कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। इसके अलावा डायबिटीज और ब्लड प्रेशर दोनों को कंट्रोल में रखने के लिए आप कुछ कॉमन चीजें कर सकते हैं। जो निम्न हैं।
- ब्लड शुगर (Blood sugar) को कंट्रोल में रखें
- स्मोकिंग (Smoking) छोड़ दें। यह हर तरह से नुकसानदायक है।
- हेल्दी खाना खाएं। जिसमें ढेर सारी सब्जियों और फलों का समावेश हो। डायटीशिन की मदद भी ले सकते हैं।
- डॉक्टर की सलाह पर फिजिकल एक्टिविटीज में हिस्सा लें। जैसे वॉकिंग, स्वीमिंग, जॉगिंग आदि।
- वेट को हेल्दी रेंज में रखें।
- एल्कोहॉल का अधिक सेवन ना करें
- नमक का सेवन कम से कम करें
- डॉक्टर के पास नियमित चेकअप के लिए जाएं
- डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं को समय पर खाएं
- किसी भी दवा डॉक्टर की सलाह के बिना शुरू या बंद ना करें
उम्मीद करते हैं कि आपको टाइप 2 डायबिटीज में एक्सरसाइज इंड्यूस्ड हायपरटेंशन (Exercise Induced hypertension in type 2 Diabetes) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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