backup og meta

कैसे शरीर को प्रभावित करता है बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar


Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 28/01/2022

    कैसे शरीर को प्रभावित करता है बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस?

    बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस (Bacterial Gastroenteritis) तब होता है, जब बैक्टीरिया आपके आंत में संक्रमण (Infection) का कारण बनता है। इससे पेट और आंतों में सूजन आ जाती है। उल्टी (Vomiting), पेट में ऐंठन (Cramp) और दस्त (Diarrhea) जैसे लक्षण भी दिख सकते हैं। जबकि वायरस कई गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संक्रमण का कारण बनते हैं। जीवाणु संक्रमण भी आम हैं। कुछ लोग इस संक्रमण को फूड पॉइजनिंग (Food poisoning) कहते हैं। बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस गंदगी के परिणामस्वरूप हो सकता है। जानवरों के साथ संपर्क या बैक्टीरिया के साथ दूषित भोजन या पानी का सेवन या फिर खराब पदार्थ बैक्टीरिया का उत्पादन कर संक्रमण फैलाते हैं।

    और पढ़ें: जानें क्या है एलोपेसिया एरीटा और इसके हाेने के कारण

    बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस (Bacterial gastroenteritis) क्या है? 

    बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस तब होता है, जब बैक्टीरिया आपकी आंत में संक्रमण का कारण बनता है। इससे आपके पेट और आंत में सूजन आ जाती है। इसमें उल्टी, गंभीर पेट में ऐंठन और दस्त जैसे लक्षणों का भी अनुभव कर सकते हैं। यह खराब हाइजीन के कारण हो सकता है। इसके अलावा यह जानवरों के साथ घनिष्ट संपर्क या बैक्टीरिया से दूषित भोजन या पानी के कारण भी हो सकता है।

    [mc4wp_form id=”183492″]

    बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस के लक्षण (Symptoms of bacterial gastroenteritis)

    बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस के लक्षण संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया के आधार पर भिन्न हो सकते हैं..

    • भूख में कमी (Loss of appetite) होना
    • मतली और उल्टी (Nausea and vomiting) होना
    • दस्त (Diarrhea) होना
    • पेट में दर्द और ऐंठन (Stomach ache and cramps) होना
    • मल में खून (Blood in stool) आना
    • बुखार (Fever) आना

    यहाँ ऊपर बताए गए लक्षण बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस की समस्या की ओर इशारा करते हैं। ऐसे लक्षणों को इग्नोर ना करें और डॉक्टर से संपर्क करें ।

    और पढ़ें : Acid Reflux Diet: एसिड रिफ्लक्स डायट में क्या करें शामिल और किन 7 चीजों से करें परहेज?

    बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस से बचने के लिए मुझे अपने डॉक्टर से कब संपर्क करना चाहिए ? (When to see doctor?)

    यदि संक्रमण के लक्षण 5 दिन (बच्चों के लिए दो दिन) के बाद भी नहीं ठीक हो जो जल्द से जल्द अपने डॉक्टर को बुलाएं। अगर तीन महीने से अधिक उम्र का बच्चा 12 घंटे के बाद भी उल्टी करना जारी रखता है, तो डॉक्टर आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए। यदि तीन महीने से छोटे बच्चे को दस्त या उल्टी होती है, तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।

    और पढ़ें: क्या कंधे में रहती है जकड़न? कहीं आप पॉलिमायाल्जिया रूमैटिका के शिकार तो नहीं

    बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस का इलाज क्या है? (Treatment of Bacterial Gastroenteritis)

    आप अपने शरीर को हाइड्रेटेड रख कर समस्याओं से निजात पा सकते हैं। शरीर में नमक की कमी नहीं होनी चाहिए। सोडियम और पोटेशियम के लेवल को शरीर में बनाएं रखने के तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए। अगर आप बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस के कारण बहुत परेशान हैं तो आपको अस्पताल में भर्ती कराया जा सकता है और तरल पदार्थ और लवण दिए जा सकते हैं। एंटीबायोटिक्स आमतौर पर सबसे गंभीर मामलों में दी जाती है।

    अपना सकते हैं ये घरेलू उपचार क्या है? (Home remedies of Bacterial Gastroenteritis)

    • अगर समस्या ज्यादा गंभीर नहीं है तो आप घर पर अपनी बीमारी का इलाज कर सकते हैं
    • दिन भर नियमित रूप से तरल पदार्थों का सेवन करें, खासकर दस्त के बाद
    • पोटैशियम युक्त खाद्य पदार्थ या पेय का सेवन करें जैसे कि फलों का रस और केला
    • अपने डॉक्टर से पूछे बिना कोई दवा न लें
    • यदि आप तरल पदार्थ नहीं ले पा रहे हैं तो अस्पताल जरूर जाएं।

    बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस से बचाव के लिए यहाँ ऊपर बताए घरेलू उपाय को अपनाकर आप इस बीमारी से बच सकते हैं।

    और पढ़ें: एन्काइलॉसिंग स्पॉन्डिलाइटिस क्या है? जानें इसके बारे में सबकुछ

    आपके घर पर में ही इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित करने और दस्त को रोकने के लिए जरूरी तरल पदार्थ मिल जाएंगे। अदरक संक्रमण से निपटने और पेट के दर्द को सही करने में मदद कर सकता है। एप्पल साइडर विनेगर और तुलसी आपके पेट को शांत करने के साथ-साथ भविष्य के संक्रमण के खतरे से निपटने के लिए आपकी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएंगा।

    बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस से बचने के लिए इनसे बनाएं दूरी

    दस्त लगने के बाद डेयरी, उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थ खाने से बचें। जितना हो सके उतना तरल पदार्थ लें और शरीर से पानी की कमी को दूर करें। ऐसे करने से बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस की समस्या से राहत मिल सकती है।

    ओवर द काउंटर मेडिसिन  (Over the counter medicines)

    बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस से बचाव के लिए आप ओवर द काउंटर दवाओं का सहारा भी ले सकते हैं। ये पेट में एसिड को न्यूट्रलाइज करने के साथ इंफेक्शन से लड़ने में मदद करेंगी। इसके अलावा डायरिया, उल्टी और पेट में दर्द जैसे लक्षण में भी राहत मिलती है। कभी भी खुद से दवा न लें। डॉक्टर के रिकमेंड करने पर ही दवा का सेवन करें।

    और पढ़ें : आंतों की समस्याएं जो आपको पता होनी चाहिए

    बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस के कारण क्या हैं? (Causes of Bacterial Gastroenteritis)

    • यर्सिनिया (Yersinia) जो कि पोर्क में पाया जाता है।
    • स्टेफिलोकोस (Staphylococcus) ये डेयरी उत्पादों, मांस और अंडों में पाया जाता है।
    • शिगेला (Shigella) ये पानी में पाया जाता है। अक्सर स्वीमिंग पूल से लोग इस वायरस की चपेट में आ जाते हैं।
    • साल्मोनेला (Salmonella) ये मांस, डेयरी उत्पादों और अंडों में पाया जाता है।
    • कैम्पिलोबैक्टर (Campylobacter) यह वायरस मांस में पाया जाता है।
    • ई कोली (E.coli) यह बीफ और सैलेड में पाया जाता है।

    बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के आसानी से हो सकता है। इस बैक्टीरिया से संक्रमित व्यक्ति खाना सर्व करते हुए या सामान देते समय दूसरे व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है। यहां तक की संक्रमित हाथों से खुद की आंखों, मुंह को टच करने से आप खुद संक्रमण का कारण बन सकते हैं।

    यदि आप अत्यधिक ट्रैवल करते हैं या भीड़भाड़ वाली जगह पर रहते हैं तो आपको इस वायरस के होने का खतरा अधिक रहता है। अपने हाथों की साफ सफाई का हमेशा ख्याल रखें। अपने आस पास के लोगों से वायरस से बचाव के लिए आप हैंड सैनिटाइजर का उपयोग भी कर सकते हैं।

    बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस की स्थिति में निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:

    • कुछ समय के लिए खाना नहीं खाएं।
    • डायट में  लिक्विड चीजें जैसे जूस और पानी का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें।
    • आहार में वैसे खाद्य पदार्थों को शामिल करें, जिन्हें आसानी से पचाया जा सकता हो।
    • इस हालत में केला या चावल खाना लाभदायक साबित हो सकता है।
    • दूध, एल्कोहॉलकैफीन या फैटी फूडस का सेवन न करें।
    • जितना हो सके आराम करें।

    बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस से बचने के लिए इन ऊपर बताई गई बातों का ध्यान रखें।

    और पढ़ें: जानें ऑटोइम्यून बीमारी क्या है और इससे होने वाली 7 खतरनाक लाइलाज बीमारियां

    हम उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस (Bacterial Gastroenteritis) से जुड़ी जानकारी दी गई है। यदि आपका इस लेख से जुड़ा कोई प्रश्न है तो आप कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं। हम अपने एक्सपर्ट्स द्वारा आपके प्रश्नों का उत्तर दिलाने का पूरा प्रयास करेंगे। यदि आप बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस से जुड़ी अन्य कोई जानकारी पाना चाहते हैं तो बेहतर होगा इसके लिए आप किसी विशेषज्ञ से कंसल्ट करें।

    हेल्दी रहने के लिए ऑर्गेनिक फूड का सेवन अच्छा माना जाता है। इसलिए नीचे दिए इस वीडियो को क्लिक कर जानिए ऑर्गेनिक फूड को टेस्टी बनाने का आसान तरीका सीखें और हेल्दी रहें और अपने परिवार को भी हेल्दी रखें ।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

    के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

    Dr Sharayu Maknikar


    Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 28/01/2022

    advertisement iconadvertisement

    Was this article helpful?

    advertisement iconadvertisement
    advertisement iconadvertisement