सर्दियों का मौसम है तो जाहिर सी बात है बीमारियों का खतरा भी अधिक होता है। ऐसे में खुद को पूरी तरह से कवर करके और गर्म रखना बहुत जरूरी है खासतौर पर अपने पैरों को। क्योंकि शरीर को तो हम गर्म कपड़ों से ढंक लेते हैं, लेकिन पैरों पर कम ही ध्यान जाता है और अक्सर ठंड में भी पैर खुले रह जाते हैं जिससे पैर ठंडे पड़ जाते हैं इस स्थिति को कोल्ड फीट कहा जाता है। सर्दियों में पैरों को गर्म रखना ज़रूरी है और आप आसानी से कर सकते हैं, बस कुछ बातों का ध्यान रखकर। इस आर्टिकल में हम सर्दियों में पैरों को गर्म रखने के उपाय बता रहे हैं।
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कोल्ड फीट क्या है? (What is cold feet)
कोल्ड फीट यानी सर्दियों में पैरों को एकदम से ठंडा पर जाना। आमतौर पर ऐसा तापमान गिरने के कारण ब्लड सर्कुलेशन ठीक तरह से न होने पर होता है, लेकिन कई बार यह कई अन्य कारणों से भी हो सकता है। यदि आपके पैर भी ठंड में एकदम से ठंडे पर जाते हैं तो पैरों को हमेशा गर्म रखने की कोशिश करें। फर्श पर नंगे पैर कभी न चले। हमेशा सॉक्स और चप्पल पहनकर रहें और बाथरूम से आने के बाद पैरों को अच्छी तरह पोंछकर दोबारा सॉक्स पहन लें।
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सर्दियों में पैर ठंडे होने के कारण (Reason for Cold Feet)
सर्दियों में अक्सर कोल्ड फीट यानी पैर ठंडे (cold feet) होने की समस्या रहती है। यह कई कारणों से हो सकता है।
ब्लड सर्कुलेशन (Blood circulation)
कोल्ड फीट का सबसे आम कारण है सही तरीके से ब्लड सर्कुलेशन (blood circulation) नहीं हो पाना। सर्दियों के मौसम में जब बाहर का तापमान कम होता है, तो आपका शरीर कोर को गर्म रखने के लिए काम करता है। परिणामस्वरूप आपकी रक्त वाहिकाएं कोर पार्ट तक ही ब्लड सर्कुलेशन करने तक सीमित हो जाती है। ऐसा होना सामान्य है, लेकिन आपको हमेशा यह समस्या होती है तो इसे नजरअंदाज न करें।
एनीमिया (Anaemia)
वैसे खराब ब्लड सर्कुलेशन के अलावा आयरन (iron) की कमी भी कोल्ड फीट का एक कारण हो सकता है। आयरन की कमी से एनीमिया होता है जिसके कारण आपको न सिर्फ थकान महसूस होती है, बल्कि यह क्रॉनिक कोल्ड फीट के लिए भी जिम्मेदार है। आमतौर पर मध्यम और गंभीर एनीमिया (anaemia) में ही कोल्ड फीट की समस्य होती है। आयरन की कमी किसी स्वस्थ व्यक्ति को भी हो सकती है। इसके उपचार के लिए डॉक्टर के निर्देशों के अनुसार डायट फॉलो करें।
स्ट्रेस और एंग्जाइटी (Stress & Anxiety)
बहुत अधिक तनाव (stress) और एंग्जायटी (anxiety) होने पर भी पैर ठंडे पर जाते हैं। स्ट्रेस या नर्वस होने पर हमारा शरीर एड्रेनालाईन नामक तत्व को रक्तप्रवाह में पंप करता है। जैसे-जैसे यह शरीर में प्रवाहित होता है एड्रेनालाईन रक्त वाहिकाओं को एक परिधि में संकुचित कर देता है जिससे शरीर के बाहरी हिस्से में बल्ड फ्लो कम होता है। इस प्रतिक्रिया के परिणामस्वरूप शरीर ऊर्जा को एकत्र करता है और अधिक तनाव के कारण होने वाली हानि के लिए तैयार करता है। इसके परिणामस्वरूप हाथ पैर ठंडे पर जाते है, एक तरह से यह संकेत देता है कि आपके तनाव का स्तर बहुत अधिक बढ़ रहा है और यदि जल्दी इसे कंट्रोल नहीं किया गया तो गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते है। तनाव पर काबू पाकर हाथ-पैर ठंडे होने की समस्या को कम किया जा सकता है।
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टाइप 1 और 2 डायबिटीज (Type 1&2 diabetes)
डायबिटीज के मरीजों में ब्लड सर्कुलेसन की समस्या होती है जिससे हाथ-पैर ठंडे पड़ने की समस्या होती है। बार-बार ब्लड शुगर लेवल बढ़ने से धमनियां संकुचित हो जाती है और कोशिकाओं को ठीक तरह से रक्त संचार नहीं हो पाता जिसकी वजह से कोल्ड फीट की समस्या हो सकती है। कई बार डायबिटीज पेशेंट को नर्व डैमेज की समस्या हो सकती है, आमतौर पर यह उन्हें ही होता है जिनका ब्लड शुगर लेवल लंबे समय से बहुत अधिक हो। नर्व डैमेज के कारण भी कोल्ड फीट की समस्या हो सकती है। इसलिए हमेशा यदि पैर ठंडे रहते हैं और सामान्य तरीके से गर्म करने यानी मोजे आदि पहनने के बावजूद गर्म नहीं होते तो आपको एक बार डॉक्टर से सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
हाइपोथर्मिया (Hypothermia)
बहुत अधिक ठंडे तापमान में अधिक देर तक रहने पर शरीर जितनी तेजी से गर्मी उत्पन्न करता है उससे कहीं अधिक तेजी से उसे खोने लगता है जिसकी वजह से शरीर की संचित ऊर्जा का इस्तेमाल होने लगता है। इसी स्थिति को हाइपोथर्मिया कहते हैं, इसकी वजह से कोल्ड फीट (cold feet) की समस्या तो होती है है यह मस्तिष्क के लिए भी बहुत हानिकारक साबित हो सकता है।
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सर्दियों में पैरों को गर्म रखने के उपाय (Keep feet warm in winter)
यदि ठंड की वजह से आपके पैर ठंडे पड़ते हैं, तो कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर आप उसे गर्म रख सकते हैं।
गर्म मोजे और कपड़े पहनें
सर्दियों के मौसम में ऊनी गर्म कपड़े पहनना जरूरी है, लेकिन इसके साथ ही पैरों की गर्माहट का भी ख्याल रखें और गर्म मोजे और आरामदायक चप्पल पहनकर ही घर में रहे। ठंड के मौसम में किस तरह के मोजे पहनने चाहिए इसे लेकर यदि आप कन्फ्यूज हैं तो हम आपको बता दें कि इस मौसम के लिए मीडियम थिक सॉक्स पहनें जिसमें पैर आसानी से सांस ले सके। कुछ लोग सर्दियों में पैरों को गर्म रखने के लिए बहुत लेयरिंग वाला सॉक्स पहन लेते है, लेकिन इसका नुकसान यह होता है कि इससे ब्लड सर्कुलेशन पर असर पड़ता है और आपको स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है। जहां तक सॉक्स के मटीरियल का सवाल है तो कॉटन का सॉक्स पहनने की गलती न करें, क्योंकि यह नमी को सोखता है और पैरों को बिल्कुल भी गर्म नहीं रखता। ठंड के मौसम के लिए अच्छी क्वालिटी का वुलन सॉक्स सबसे अच्छा होता है।
फुटवेयर भी हों सही
सर्दियों में पैरों को गर्म रखने के लिए जितना जरूरी है सही सॉक्स पहनना, उतना ही जरूरी है सही फुटवेयर पहनना। यदि आप बूट पहनना चाहते हैं तो अच्छी क्वालिटी का वॉटरप्रूफ बूट ही लें जिसमें आपके पैर अच्छी तरह सांस ले सके। यदि आपको कोल्ड फीट की समस्या रहती है तो हील से परहेज करे। यदि आपको कंफर्टेबल लगे तो आप इन्सुलेटेड बूट्स पहन सकते है जो सूइड लेदर से बना होता है।
इनरसोल्स
जिन लोगों को कोल्ड फीट की समस्या होते है उन्हें सर्दियों के मौसम में इनरसोल्स पहनना चाहिए जो वुलन से बना होता है। यह एक अतिरिक्त लेयर के रूप में काम करता है जो सोल और शूज के बीच में होता है। यह पैरों की दुर्गंध की समस्या भी दूर करता है और एक्स्ट्रा कंफर्ट देता है।
एक्टिव रहें
सर्दियों में पैरों को गर्म रखने के लिए गर्म मोजे और जूते ही काफी नहीं है, बल्कि ब्लड सर्कुलेशन को भी ठीक रखना जरूरी है और ऐसा आप खुद को एक्टिव रखकर कर सकते हैं। घर में हैं तो अंदर ही वॉक करें, बाहर जॉगिंग के लिए निकल जाएं, थोड़ी जंपिंग कर लें। फिजिकली एक्टिव रहना बहुत जरूरी है सिर्फ वजन कंट्रोल करने के लिए ही नहीं, बल्कि शरीर और पैरों को गर्म रखने के लिए भी। यह ब्लड फ्लो (Blood flow) को बढ़ाकर शरीर का तापमान बढ़ाता है, तभी आपने नोटिस किया होगा कि ठंड के मौसम में भी दौड़ने पर पसीना निकलने लगता है।
हॉट पैक्स
अगर ठंड कुछ ज्यादा ही हो और गर्म मोजे पहनने और एक्टिव रहने के बावजूद राहत न मिल रही हो तो गर्म पान की बोतल या पैक (Hot pack) को अपने पैरों पर रखें। यह उपाय यकीनन सर्दियों में पैरों को गर्म रखने में मदद करेगा और जैसे ही पैर थोड़े गर्म हो जाए आप चलना शुरू कर दें, इससे तापमान मेंटेन रहेगा।
गर्माहट के लिए एल्कोहल का इस्तेमाल न करें
आपने बहुत से लोगों को कहते सुना होगा कि ठंड से बचने का एक तरीका है एल्कोहॉल का सेवन, लेकिन यह सही नहीं है। एल्कोहल भले ही कुछ देर के लिए आपको गर्माहट का एहसास देता है, क्योंकि पीने से त्वचा की रक्त वाहिकाए चौड़ी हो जाती है, लेकिन यह शरीर के मुख्य अंगों से गर्मी बाहर खींच लेता है, इसलिए बाहर निकलने से पहले कभी भी एल्कोहल का सेवन न करे।
गर्म खाना खाएं
भले ही इसका सीधे आपके पैरों से संबंध न हो, लेकिन यह पूरे शरीर के तापमान को बढ़ाने में मदद करता है। इसलिए तो एक्सपर्ट्स भी सर्दियों के मौसम में गर्म चीजें खाने की सलाह देते हैं। गर्म सूप के साथ, आप गर्म तासीर वाली चीजें जैसे असली, बाजरा, गुड़, तिल आदि का खा सकते हैं या पूरे शरीर को गर्मी प्रदान करेगा जिससे पैरों को भी गर्मी मिलेगी।
गर्म पानी में पैर डालना
ठंडे पैरों को तुरंत गर्म करने का आसान तरीका है बाथटब/बाल्टी में गुनगुने/गर्म पानी लेकर उसमें पैरों को 10-15 मिनट तक डालकर रखें। इससे ब्लड सर्कुलेशन ठीक तरह से होने लगेगा। यह तरीका आमतौर पर सोने जाने से पहले आजमाने पर अधिक कारगर रहता है और इससे मसल्स का तनाव भी दूर होता है। डायबिटीज के मरीज जिन्हें नर्व डैमेज की समस्या है उन्हें यह उपाय नहीं करना चाहिए, क्योंकि उन्हें महसूस नहीं होगा कि पानी कितना गर्म है, जिससे पैर जल भी सकते हैं।
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कब जाएं डॉक्टर के पास?
वैसे तो सर्दियों में हाथ-पैर ठंडे होने सामान्य है, लेकिन सारे उपाय आजमाने के बाद भी आपकी समस्य लगातार बनी हुई है या बहुत ठंड न होने पर भी कोल्ड फीट की समस्या हो रही है तो आपको डॉक्टर से सलाह की जरूरत है। कोल्ड फीट के साथ निम्न लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें-
- थकान
- वजन कम होना या बढ़ना
- बुखार
- जोड़ो में अधिक दर्द
- हाथ और पैरों की उंगलियों में घाव जिसे ठीक होने में बहुत समय लग रहा है।
- त्वचा में बदलाव जैसे रैशेज, स्केल्स या त्वचा मोटी होना
यदि आपको पैरों में अंदर से ठंड महसूस हो रही है, लेकिन छूने पर त्वचा सामान्य ही है तो आपको डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है, क्योंकि यह नर्व डैमेज या किसी अन्य न्यूरोलॉजिकल कंडिशन की वजह से हो सकता है।
आप यदि ऐसी जगह रहते हैं जहां ठंड ज्यादा पड़ती है, तो इस मौसम में आपको अपना खास ध्यान रखने की जरूरत है, क्योंकि सर्दियों के मौसम में बीमार पड़ने की संभावना अधिक होती है। इसलिए पूरे शरीर और पैर को हमेशा गर्म कपड़ों से ढंककर रखें और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए गर्म तासीर वाली चीजों के साथ ही मौसमी फल और सब्जियों को भी डायट में शामिल करें। उम्मीद है कि आपको सर्दियों में पैरों को गर्म रखने के उपाय से संबंधित जानकारी पसंद आई होगी।
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