रोकथाम के उपाय (How to Prevent Strep throat)
- डॉक्टर स्ट्रेप थ्रोट के लिए एंटीबायोटिक्स देते हैं। इनको लेने के बाद पेशेंट्स को एक से दो दिन में अच्छा महसूस होने लगता है।
- सीडीसी के अनुसार अगर एंटीबायोटिक लेने के बाद भी दो दिन के बाद अच्छा महसूस नहीं होता है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- स्ट्रेप थ्रोट का उपचार करना बहुत जरूरी है नहीं तो इसके कारण रूमेटिक फीवर (rheumatic fever) और लॉन्ग टर्म हार्ट डैमेज (Long-term heart damage) हो सकता है।
- इस दौरान गर्म पानी पीना और स्टीम लेना गले के दर्द में आराम दिला सकता है।
- अदरक, लहसुन और शहद दोनों गले में आराम पहुंचाते हैं साथ ही इनमें एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज भी होती हैं। इनका उपयोग स्ट्रेप थ्रोट से राहत दिला सकता है।
4.ब्रोंकियोलाइटिस (Bronchiolitis)
ब्रोंकियोलाइटिस (Bronchiolitis) एक कॉमन लंग इंफेक्शन है। यह बच्चों और शिशुओं में ज्यादा देखने को मिलता है। रेस्पिरेट्री सिंसीशल वायरस (Respiratory syncytial virus) इस कंडिशन का सामान्य कारण होता है। वायरस के कारण एयरवेज में इंफ्लामेशन होता है और छोटे-छोटे लंग एयर पैसेज में म्यूकस बिल्डअप हो जाता है। इससे सांस लेना मुश्किल हो जाता है। इस सर्दियों में होने वाली बीमारी में नेजल कंजेक्शन, लो ग्रेड फीवर के साथ ही कफ और बार-बार छींकने की समस्या होती है।
रोकथाम के उपाय (How to Prevent Bronchiolitis)
- सर्दियों में होने वाली इस बीमारी को मात देने के लिए ज्यादा से ज्यादा आराम करें
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
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5.निमोनिया (Pneumonia)
निमोनिया लंग्स में होने वाला इंफेक्शन है जिसका कारण बैक्टीरिया है। इस दौरान आपको कफ, फीवर और सांस लेने में परेशानी हो सकती है। अस्थमा, हार्ट से संबंधित समस्याएं, कमजोर इम्यूनिटी और कैंसर जैसी कंडिशन सर्दियों में होने वाली इस बीमारी का जोखिम को बढ़ा देती हैं। हालांकि इस बीमारी का इलाज घर पर किया जा सकता है, लेकिन इसके बिगड़ने पर हॉस्पिटल में एडमिट होने की जरूरत पड़ सकती है। अगर आपको सांस लने में समस्या और सर्दी के साथ कई दिनों से बुखार है तो डॉक्टर से संपर्क करना ना भूलें क्योंकि इस बीमारी के बारे में शुरुआती तौर पर पता नहीं चलता।
रोकथाम के उपाय (How to Prevent Pneumonia)
- हाथों को रोज कई बार धोएं
- रोज एक्सरसाइज करें
- हेल्दी फूड्स खाएं
- खाने में सीजन फ्रूट्स और सब्जियों को शामिल करें
- स्मोकिंग करना छोड़ दें
6.टॉन्सिल्स (Tonsils)
सर्दियों में होने वाली बीमारियां और टॉन्सिल्स में गहरा संबंध है। गले के अंदर दो ऑवल शेप्ड टिशूज पर आने वाली सूजन को टॉन्सिल्स कहा जाता है। इस इंफ्लामेशन के कारण टॉन्सिल्स का आकार बढ़ जाता है। इससे दर्द और चिढ़चिढ़ापन होता है जिससे आगे चलकर खाने को निगलने में परेशानी होती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, वायरस और बैक्टीरिया टॉन्सिल इंफेक्शन का कारण बनते हैं। सर्दियों में अक्सर ऐसा होता है।
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रोकथाम के उपाय (How to Prevent Tonsils)
- अच्छी ओरल हायजीन मैंटेन रखें। जिसमें जीभ से बैक्टीरिया को क्लीन करना भी शामिल है
- स्मोकिंग छोड़ दें
- गुनगुने पानी से गरारे करें
- हायड्रेड रहने के लिए खूब पानी पिएं