दांत का दर्द दूर रहने के लिए ओरल हाइजीन का रखें ध्यान
दिन में दो बार करें ब्रश
दांत दर्द से दूर रहने का सबसे अच्छा तरीका है कि दांतों को दिन में दो बार ब्रश करना। इससे प्लाक के जमने की संभावना बहुत कम हो जाती है। प्लाक दांतों और मसूड़ों के बीच एक चिपचिपी परत की तरह जमता चला जाता है, जो आगे चल कर दांत दर्द का कारण बनता है। जो दांतों व मसूड़ों को खराब कर कैविटी और सूजन का कारण बनता है। नियमित रूप से ब्रश न करने पर यह परत और भी ठोस होने लगती है, जिसे टार्टर कहते हैं।
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टूथब्रश का करें सही चुनाव
टूथब्रश का चुनाव करते समय हमेशा याद रखें कि ब्रश के ब्रिसल्स सॉफ्ट हों। जिससे दांतों की सफाई भी हो जाए और मसूड़ों को नुकसान भी न हो। वहीं, हर तीन महीने में अपना ब्रश जरूर बदल लें। लेकिन अगर ब्रश के ब्रिसल्स उससे पहले भी हार्ड हो जाते हैं तो उसे बदलने में देरी न करें।
टूथपेस्ट चुनें वही, जो दांतों के लिए हो सही
उसी टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें, जिसमें फ्लोराॅइड की मात्रा पाई जाती हो। इससे दांतों की बाहरी परत इनेमल को मजबूती मिलती है और दांतों को सड़न से बचाने में भी मदद मिलती है। अच्छा टूथपेस्ट दांत दर्द से भी बचाव करता है। अगर माउथवॉश चुन रहे हैं, तब भी फ्लोराइड युक्त माउथवॉश चुनें।
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फ्लॉसिंग को न करें इग्नोर
मुंह में दांतों और मसूड़ों को तो हम ब्रश से साफ कर लेते हैं। लेकिन इसके अलावा कई जगहों पर ब्रश नहीं पहुंच पाता है। इन जगहों की सफाई के लिए फ्लॉसिंग की जाती है। फ्लॉसिंग एक बेहतर विकल्प है। जो दांतों के बीच के हिस्से में पहुंचकर जूठन को बाहर निकालता है।
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