बायवेंट्रिकुलर हार्ट फेलियर (Biventricular Heart Failure) के लक्षणों के उपचार के लिए कई विभिन्न दवाइयां मौजूद हैं, जैसे:
एंजियोटेंसिन-कंवर्टिंग एंजाइम इन्हिबिटर्स (Angiotensin-Converting Enzyme)
यह दवाइयां आर्टरीज को रिलैक्स करती हैं और ब्लड प्रेशर को कम करती हैं। ताकि हार्ट का वर्कलोड को कम किया जा सके। यह दवाईयां हार्ट की परफॉरमेंस को भी बढ़ाती हैं और रोगी के जीवन की गुणवत्ता को भी सुधार सकती हैं।
एंजियोटेंसिन रिसेप्टर ब्लॉकर्स (Angiotensin Receptor Blockers )
एंजियोटेंसिन रिसेप्टर ब्लॉकर्स हार्ट फेलियर के लक्षणों को कम करती हैं और ब्लड प्रेशर को बढ़ाने में भी मदद कर सकती हैं। इस दवाइयों में कैंडेस्ट्रान(Candesartan), लोसार्टन (Losartan) आदि शामिल हैं।
एंजियोटेंसिन रिसेप्टर-नेप्रैलीसिन इन्हिबिटर्स (Angiotensin Receptor-Neprilysin Inhibitors)
यह दवाइयां हार्ट फेलियर के उपचार में मदद करने के लिए हार्ट पर स्ट्रेन को कम करती हैं।
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डाइयुरेटिक्स (Diuretics):
डाइयुरेटिक्स टखने में सूजन और फ्लूइड रिटेंशन को छुटकारा पाने में मदद करती हैं। यह दवाइयां हार्ट फेलियर के कारण होने वाली सांस लेने की समस्या को दूर करने में भी सहायक हैं।
एंटीकोग्युलेंट (Anticoagulants)
एंटीकोग्युलेंट खून को पतला करती है। इनके कारण ब्लड क्लॉट्स नहीं बनते हैं। जिससे स्ट्रोक से बचने में मदद मिलती है। वार्फरिन (Warfarin)सबसे सामान्य एंटीकोग्युलेंट है।
डिगॉक्सिन (Digoxin)
यह दवाई तेज हार्टबीट और असामान्य हार्ट रिदम को कम करने में सहायता कर सकती हैं। इसके साथ ही सभी हार्ट फेलियर रोगियों को बीटा ब्लॉकर्स लेने से भी लाभ होता है।
एंटीप्लेटलेट ड्रग्स (Antiplatelet Drugs)
ब्लड प्लेटलेट्स को थक्का बनने से रोकने वाली दवाएं एंटीप्लेटलेट्स कहलाती हैं। एस्पिरिन एंटीप्लेटलेट ड्रग्स का अच्छा उदाहरण है। यह तो थी दवाईयां अब जानते हैं सर्जरी के बारे में।
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सर्जरी (Surgery)
बायवेंट्रिकुलर हार्ट फेलियर (Biventricular Heart Failure) से पीड़ित सभी लोगों को दवाइयों से लाभ नहीं होता है। ऐसी स्थिति में सर्जरी की मदद भी ली जा सकती है। यह सर्जरी के तरीके इस तरह से हैं: