कार्डियोवैस्कुलर डिजीज या कहें कि हार्ट डिजीज (Heart disease) के मामले इन दिनों बढ़ते जा रहे हैं। यह मौत का एक प्रमुख कारण भी है। डायट और लाइफस्टाइल हार्ट डिजीज को रोकने और रिवर्स करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। कुछ प्रमुख जड़ी-बूटियां भी हार्ट हेल्थ के लिए अच्छी होती हैं। हार्ट डिजीज के लिए जड़ी-बूटी (Herbs to Treat Heart Disease) का उपयोग कैसे किया जाए इनके नाम क्या हैं इसके बारे में इस आर्टिकल में जानकारी दी जा रही है। बता दें कि कुछ हर्ब्स और सप्लिमेंट्स हार्ट डिजीज के रिस्क को कम करने के साथ ही अगर आपको अगर कोई कंडिशन डायग्नोस हुई है तो उसे भी मैनेज करने में मदद कर सकते हैं।
हार्ट डिजीज के लिए जड़ी-बूटी (Herbs to Treat Heart Disease)
हार्ट डिजीज के लिए जड़ी-बूटी (Herb for heart disease) का उपयोग एथेरोस्क्लेरोसिस से लड़ने में मदद करता है। जो कि कई प्रकार की दिल से जुड़ी बीमारियों का अंर्तनिहित कारण है। एथेरोस्क्लेरोसिस आर्टरीज में बिल्ड अप का कारण बनता है जिससे हार्ट और बॉडी के दूसरे अंगों में ऑक्सिजन युक्त ब्लड नहीं पहुंच पाता। जो हार्ट अटैक या कहें कि मौत का कारण बन सकता है। हार्ट डिजीज को रोकने के लिए हेल्दी डायट में खूब सारी सब्जियां, फल और साबुत अनाज शामिल हो, हेल्दी फैट्स जैसे कि ऑलिव ऑयल, लीन प्रोटीन जेसे कि फिश और चिकन आदि को शामिल करने के साथ ही आप इन फूड्स को तैयार कैसे करते हैं बड़ा अंतर ला सकता है।
हार्ट डिजीज के लिए जड़ी-बूटी (Herb for heart disease) का उपयोग हार्ट के लिए यह हेल्थ बूस्टर की तरह काम करता है। चलिए हार्ट डिजीज के लिए जड़ी-बूटी (Herbs to Treat Heart Disease) के उपयोग के बारे में जान लेते हैं।
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दालचीनी (Cinnamon)
हार्ट डिजीज के लिए जड़ी-बूटी (Herbs to Treat Heart Disease) का उपयोग करना चाहते हैं, तो दालचीनी हार्ट की कई प्रकार से मदद करती है। कई स्टडीज में इस बात का खुलासा किया गया है कि रोजाना दालचीनी का उपयोग बैड कोलेस्ट्रॉल यानी एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम कर सकता है।एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (LDL cholesterol) और ट्राइग्लिसराइड्स (Triglycerides) ब्लड फैट के हानिकारक प्रकार हैं। इतना ही नहीं दालचीनी का उपयोग ब्लड शुगर के लेवल को कम करने में मदद करता है जिससे डायबिटीज से बचाव होता है जो कि हार्ट अटैक और स्ट्रोक का कारण बन सकती है।
हार्ट डिजीज के लिए जड़ी-बूटी (Herb for heart disease) के रूप दालचीनी का उपयोग करना चाहते हैं तो उपाय बेहद आसान हैं। आप दालचीनी पाउडर को ओटमील या योगर्ट के साथ उपयोग कर सकते हैं या चाहे तों दालचीनी को दूध में डालकर भी पी सकते हैं।
इलायची (Cardamom)
इंडियन जर्नल ऑफ बायोकैमिस्ट्री एंड बायोफिजिक्स की एक स्टडी के अनुसार इलायची इंडियन डिशेज में पाई जाने वाली प्रसिद्ध जड़ी बूटी है जो ब्लड प्रेशर को कम करने के साथ ही ब्लड क्लॉट्स के रिस्क को कम करने में मदद करती है। हार्ट डिजीज के लिए जड़ी-बूटी (Herbs to Treat Heart Disease) की लिस्ट में इस हर्ब को भी किया जाता है। इसके बीजों का उपयोग आप बेहद आसानी से कर सकते हैं। इसे किसी भी व्यंजन में डाला जा सकता है। या इलायची को साबुत ही खाया जा सकता है।
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लहसुन (Garlic)
अगर आप हार्ट हेल्थ को अच्छा रखना चाहते हैं तो हार्ट डिजीज के लिए जड़ी-बूटी (Herb for heart disease) की लिस्ट में लहसुन को शामिल करना ना भूलें। ऑक्सफोड एकेडमिक के द जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में छपी एक स्टडी के अनुसार लहसुन ब्लड प्रेशर को कम करने में मददगार है। इसी तरह की एक अन्य स्टडी में जिसमें 2300 लोग शामिल हुए थे में पाया गया है कि लहसुन का सेवन करने से उन लोगों के टोटल और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के लेवल में कमी आई जिनमें हाय कोलेस्ट्रॉल की प्रॉब्लम शुरू हुई थी।
हार्ट डिजीज के लिए जड़ी-बूटी (Herbs to Treat Heart Disease) के रूप में इसका उपयोग करने का सबसे आसान तरीका इसे सूप में डालकर या पालक या केल जैसी सब्जियों के साथ जैतून के तेल में भूनकर खा सकते हैं। वैसे तो कच्चा लहसुन खाना सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है, लेकिन अगर आप इसे ऐसे नहीं खा सकते हैं तो ऊपर बताए गए तरीके ट्राय कर सकते हैं।
अदरक (Ginger)
अदरक भी हाय ब्लड प्रेशर के रिस्क को कम करने में मदद करता है। रिसर्च में पता चला है कि जिन लोगों ने अधिक मात्रा में इसका उपयोग किया उनमें इनका रिस्क कम था। स्टडी के ऑर्थर ने हार्ट प्रॉब्लम्स से बचने के लिए हर दिन दो से चार ग्राम अदरक के उपयोग की सिफारिश की है।
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करक्यूमिन (Curcumin)
हल्दी में पाया जाने वाले यह सब्सटेंस इसे पीला कलर देता है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ काडिर्योलॉजी के अनुसार हल्दी के हार्ट के लिए कई प्रकार से फायदेमंद है। यह खतरनाक ब्लड क्लॉट्स को रोकने में मदद करती है, कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार है। इसके साथ ही यह इंफ्लामेशन को कम करने में भी सहायक है जो हार्ट अटैक और स्ट्रोक्स का कारण बनती है। यह हार्ट फेलियर से भी सुरक्षा प्रदान करने में मदद करती है। और अध्ययनों से पता चलता है कि रक्त वाहिकाओं के स्वास्थ्य में सुधार के लिए करक्यूमिन दवा और व्यायाम जितना ही प्रभावी हो सकता है।
इसका उपयोग रोस्टेड सब्जियों के ऊपर छिड़कर, प्याज या गाजर के ऊपर डालकर सलाद के रूप में या चावल और सूप में भी कर सकते हैं। कई लोग हल्दी सप्लिमेंट्स का उपयोग भी फायदे प्राप्त करने के लिए करते हैं।
हार्ट डिजीज के लिए जड़ी-बूटी (Herbs to Treat Heart Disease) के अलावा भी आप कुछ चीजों का उपयोग कर सकते हैं। ये हर्ब्स तो नहीं है, लेकिन नैचुरल चीजे ही हैं और हर्ब्स की तरह फायदेमंद भी हैं।
ग्रीन टी (Green tea)
दशकों से लोग ग्रीन टी का उपयोग हेल्थ बेनिफिट्स प्राप्त करने के लिए कर रहे हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स हार्ट हेल्थ को प्रोटेक्ट करने में मदद करते हैं। दिन में चार से पांच बार ग्रीन टी का उपयोग करने पर इसके फायदे दिखाई देते हैं। अगर आप किसी हेल्थ कंडिशन का सामना कर रहे हैं तो डॉक्टर की सलाह पर ही इनका उपयोग करें।
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अनार (Pomegranate)
ग्री टी की तरह ही अनार के जूस के भी बहुत सारे फायदे बताए जाते हैं। जिनमें खून बढ़ाने के साथ ही हार्ट हेल्थ को प्रमोट करना शामिल है। एनसीबीआई की एक स्टडी में इस बात की पुष्टि की जा चुकी है कि अनार के जूस में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट ब्लड प्रेशर को कम करने के साथ ही एथेरोस्क्लेरोसिस को रिवर्स कर सकते हैं।
अलसी के बीज (Flaxseed)
अलसी के बीज कोलेस्ट्रॉल को कम करने में नैचुरली मदद करते हैं। इसलिए इन्हें हार्ट हेल्थ के लिए उपयोगी माना जाता है। असली के बीज ओमेगा 3 फैटी एसिड के अच्छे सोर्स हैं। जो ब्लड प्रेशर और इंफ्लामेशन को कम करने में मदद करता है। इसमें फायबर रिच कंपाउंड पाए जाते हैं जो आर्टरी में कोलेस्ट्रॉल और प्लाक के बिल्डअप को कम करने में मदद करते हैं। अगर आप फ्लैक्स सीड्स के अधिक से अधिक फायदे प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके तेल की जगह बीजों का ही उपयोग करें।
हार्ट डिजीज के रिस्क फैक्टर्स क्या हैं? (What are some risk factors for heart disease?)
हृदय रोग के लिए कई जोखिम कारक हैं। कुछ नियंत्रणीय हैं, और अन्य नहीं हैं। सीडीसी का कहना है कि लगभग 47 प्रतिशत अमेरिकियों में हृदय रोग के लिए कम से कम एक जोखिम कारक है। इनमें से कुछ जोखिम कारकों में शामिल हैं:
- उच्च रक्त चाप (High Blood Pressure)
- हाय कोलेस्ट्रॉल और उच्च घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (एचडीएल) जिसे”अच्छा” कोलेस्ट्रॉल (LDL Cholesterol) कहा जाता है का कम होना
- धूम्रपान (Smoking)
- मोटापा (Obesity)
- शारीरिक निष्क्रियता (Physical inactivity)
धूम्रपान, उदाहरण के लिए, एक नियंत्रित किया जा सकने वाला जोखिम कारक है। नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डाइजेस्टिव एंड किडनी डिजीज (NIDDK) के अनुसार, जो लोग धूम्रपान करते हैं, उनमें हृदय रोग विकसित होने का खतरा दोगुना होता है।
हार्ट डिजीज से बचने के लिए क्या करें? (What to do to avoid heart disease?)
हेल्दी लाइफस्टाइल ऑप्शन हार्ट डिजीज को रोकने में मदद कर सकते हैं। वे आपको स्थिति का इलाज करने और इसे खराब होने से रोकने में भी मदद कर सकते हैं। आपका आहार उन पहले क्षेत्रों में से एक है जिसमें आप आसानी से बदलाव कर सकते हैं। फलों और सब्जियों से भरपूर कम सोडियम, कम वसा वाला आहार आपको हृदय रोग की जटिलताओं के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। इसी तरह, नियमित व्यायाम करने और तंबाकू छोड़ने से हृदय रोग का इलाज करने में मदद मिल सकती है। एल्कोहॉल इंटेक को भी कम करने के बारे में जरूर सोचें।
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उम्मीद करते हैं कि आपको हार्ट डिजीज के लिए जड़ी-बूटी (Herbs to Treat Heart Disease) के उपयोग से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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