अपने दांतों में आपने झुनझुनी या फिर झनझनाहट के बारे में सुना होगा लेकिन क्या आपको पता है कि यह समस्या आपके सीने में भी हो सकती है। जी हां! सीने में भी झनझनाहट की समस्या कुछ लोग महसूस कर सकते हैं। ऐसा होने पर लोगों को अक्सर दिल से संबंधित समस्या या फिर स्ट्रोक के खतरे के बारे में महसूस होता है। ऐसा जरूरी नहीं है कि आपको सीने में सुन्नपन्न के कारण स्ट्रोक ही हुआ हो लेकिन फिर भी यह उससे संबंधित हो सकता है। आइए जानते हैं छाती में सुन्नपन(Numbness in Chest) की स्थिति कब पैदा होती है। अगर ऐसा हो जाए, तो क्या उपाय करने चाहिए और किन बातों का ध्यान रखने की जरूरत होती है।
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छाती में सुन्नपन (Numbness in Chest)
छाती में अगर सुन्नपन की स्थिति पैदा हो गई है, तो यह ब्रेन या फिर स्पाइनल कॉर्ड से जुड़ा हुआ मामला नहीं होती है। यह संकुचित हो चुकी नसों के कारण होता है या फिर नसों के दबाव के कारण ऐसी स्थिति पैदा हो सकती है। इस कारण से नर्वस सिस्टम पूरी तरह से प्रभावित होता है। कई ऐसी कंडीशन होती हैं, जो इस स्थिति के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं। यह समस्या किसी भी व्यक्ति को हो सकती है। आइए जानते हैं ऐसे कौन से कारण हैं, जिससे छाती में सुन्नपन की स्थिति पैदा हो जाती है।
पैनिक अटैक हो सकता है छाती में सुन्नपन के लिए
अगर आपको अचानक से पैनिक अटैक आ गया है, तो आपके शरीर में अचानक से परिवर्तन महसूस होंगे। इसमें छाती में सुन्नपन की स्थिति भी एक लक्षण के तौर पर देखने को मिलती है। जब पैनिक अटैक होता है, तो अचानक से डर की स्थिति पैदा हो जाती है और ऐसा महसूस होता है जैसे कि हार्ट अटैक हुआ है। लेकिन यह जीवन के लिए खतरनाक स्थिति नहीं होती है। पैनिक अटैक के कारण छाती में अचानक से झनझनाहट महसूस होने लगती है। सांसे अचानक से कम होने लगती हैं और साथ ही गले में जकड़न का एहसास भी होने लगता है। ऐसे में लोगों की तेज धड़कन चलने लगती हैं। अगर आपको भी पैनिक अटैक आया है, तो ऐसे में बिना देर किए आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए। अगर समय पर डॉक्टर के पास नहीं पहुंच पाते हैं, तो ऐसे में पैनिक अटैक के लक्षणों को कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है। आप इस बारे में डॉक्टर से भी अधिक जानकारी ले सकते हैं।
एंजाइना भी बन सकता है छाती में सुन्नपन का कारण
जिन लोगों को हार्ट संबंधी बीमारियों का अधिक खतरा रहता है या फिर जो लोग हार्ट संबंधित बीमारियों से जूझ रहे होते हैं, उनमें भी छाती में सुन्नपन की स्थिति पैदा हो सकती है। एंजाइना हार्ट से संबंधित एक ऐसी कंडीशन है, जिसके कारण छाती में दबाव महसूस होता है। इससे छाती में जलन का एहसास या सुन्नता भी हो सकती है। अगर हार्ट को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है, तो इस कारण से इस्कीमिया नामक कंडीशन पैदा हो जाती है, जो कि एंजाइना का कारण बनती है। एंजाइना के कारण पीठ, जबड़े, गर्दन और बाहों आदि में भी आपको सुन्नता का एहसास हो सकता है। एंजाइना की समस्या अधिक उम्र के लोगों में या महिलाओं में अधिक देखने को मिलती है। अगर कोई समस्या है, तो ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और बीमारी के लक्षणों के बारे में बताकर उसका ट्रीटमेंट भी करवाना चाहिए। अगर सही समय पर ट्रीटमेंट न मिले, तो पेशेंट की स्थिति बहुत खराब हो सकती है।
परस्थेसिया (Paresthesia) भी हो सकता है कारण
हो सकता है कि आपने भी कभी एहसास किया हो कि आपके हाथ. पैर और कभी-कभी छाती में कुछ समय के लिए एक सनसनी का एहसास हुआ हो। यह परस्थेसिया (Paresthesia) कंडीशन के कारण हो सकता है। इस कारण से छाती पर प्रेशर पड़ता है और नर्व डैमेज होने का भी खतरा बढ़ जाता है। जिन लोगों को क्रॉनिक परस्थेसिया होता है, उन्हें न्यूरोलॉजिकल डिजीज या नर्व डैमेज का खतरा ज्यादा रहता है। कार्पल टनल सिंड्रोम (carpal tunnel syndrome) जैसी कंडीशन में व्यक्ति को यह समस्या महसूस हो सकती है। अगर आपको भी इस तरह की किसी समस्या का एहसास होता है, तो डॉक्टर से ट्रीटमेंट जरूर कराएं।
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क्या छाती में झुनझुनी खतरे का संकेत है?
आपके मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि अगर छाती में सुन्नपन की स्थिति पैदा हो जाती है, तो ऐसे में डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए? अगर आपको छाती में किसी भी प्रकार की समस्या महसूस होती है, तो आपको इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए। कुछ लक्षण जैसे कि सीने में बेचैनी महसूस होना, जकड़न होना, सांसे अचानक से कम हो जाना, कंधों का सुन्न हो जाना, गर्दन, पीठ, जबड़े या पेट में परेशानी होना, अचानक से चक्कर आने लग जाना या फिर उल्टी होना आदि लक्षण दिखने पर आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए और जांच करानी चाहिए। यह लक्षण स्ट्रोक से भी जुड़े हो सकते हैं लेकिन इसके बारे में पहले से कहना मुश्किल है। स्ट्रोक के लक्षणों में शरीर के एक तरफ चेहरे, हाथ- पैर में सुन्नता हो जाती है। अचानक से देखने में परेशानी पैदा हो जाती है। संतुलन नहीं बना पाता और चलने में भी परेशानी होती है और अचानक से सिर दर्द भी शुरू हो जाता है। अगर इस तरह के लक्षण दिखे तो भी आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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जब आप डॉक्टर को छाती में दर्द की समस्या के बारे में बताएंगे, तब डाक्टर बीमारी को डायग्नोज करने के लिए कुछ टेस्ट कराने की सलाह दे सकते हैं। इस टेस्ट में छाती का एक्स-रे, इकोकार्डियोग्राम, अल्ट्रासाउंड, कोरोनरी एंजियोग्राम आदि टेस्ट शामिल हो सकते हैं। यह टेस्ट दिल का दौरा पड़ने या फिर एंजाइना की जांच के लिए भी किए जा सकते हैं। अगर आप को पहले से ही हार्ट संबंधी समस्या है, तो आपको अधिक सावधान रहने की जरूरत है। डॉक्टर ने आपको जो भी दवाइयां लेने की सलाह दी है, उन्हें समय पर जरूर लें। अगर डॉक्टर ने आपको एक्सरसाइज करने की सलाह दी है, तो उसे भी रोजाना करें। कुछ बातों का ध्यान रखकर और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर आप हार्ट संबंधी समस्याओं को दूर रख सकते हैं।
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इस आर्टिकल में हमने आपको छाती में सुन्नपन(Numbness in Chest) के बारे में अहम जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की ओर से दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको हार्ट के संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हैलो हेल्थ की वेबसाइट में आपको अधिक जानकारी मिल जाएगी।
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