जी मिचलाना टनल विजन अधिक पसीना आना लो ब्लड प्रेशर धीमी या असामान्य हार्टबीट अगर आप बेहोशी का अनुभव कर रहे हैं, तो इसके कारणों के बारे में जानने के लिए डॉक्टर से बात करें। इससे बचने के लिए डॉक्टर आपको अधिक लिक्विड का सेवन करने और जल्दी खड़े होने से बचने की सलाह देंगे। अब जानते हैं वेगस नर्व स्टिमुलेशन (Vagus Nerve Stimulation) के बारे में।
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वेगस नर्व स्टिमुलेशन (Vagus nerve stimulation)
वेगस नर्व स्टिमुलेशन एक मेडिकल प्रोसीजर है, जिसका इस्तेमाल कई कंडिशंस के उपचार में किया जाता है। इसे मैन्युअली या इलेक्ट्रिकल पल्सेस के माध्यम से किया जा सकता है। ऐसा माना गया है कि इसका इस्तेमाल इन दो कंडिशंस के उपचार में किया जाता है, जो इस प्रकार हैं:
मिर्गी (Epilepsy)
1997 में यूनाइटेड स्टेट्स फूड और ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (United States Food and Drug Administration) ने मिर्गी की स्थिति में वेगस नर्व (Vagus Nerve) स्टिमुलेशन के इस्तेमाल की सलाह दी थी। इसमें एक छोटे इलेक्ट्रिकल डिवाइस का इस्तेमाल किया जाता है, जो पेसमेकर के जैसा होता है। इसे रोगी की चेस्ट में लगाया जाता है। लेड के रूप में जाना जाने वाला एक पतला तार डिवाइस से वेगस नर्व (Vagus Nerve) तक जाता है। डिवाइस को सर्जरी के माध्यम से शरीर में प्लेस किया जाता है। इसके बाद रेगुलर इंटरवेल्स में इलेक्ट्रिकल पल्स को सेंड किया जाता है, ताकि इसकी गम्भीरता को कम किया जा सके और सीजर्स को रोका जा सके। लेकिन मिर्गी में इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, जो इस प्रकार हैं:
- आवाज में बदलाव
- गले में खराश
- सांस लेने में समस्या
- खांसी
- हार्ट रेट का स्लो होना
- निगलने में समस्या
- पेट में समस्या या जी मिचलाना