पोस्टप्रांडियल हायपोटेंशन (Postprandial hypotension) वह स्थिति है, जिसमें खाना खाने के बाद व्यक्ति का ब्लड प्रेशर कम हो जाता है। पोस्टप्रांडियल का मतलब होता है खाने के बाद और हायपोटेंशन यानी ब्लड प्रेशर कम होना। जिन लोगों को पोस्टप्रांडियल हायपोटेंशन होता है उनमें मील के बाद खड़े होने पर ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) में कमी आ जाती है। ज्यादातर लोगों में यह कंडिशन माइल्ड होती है और इसके लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। वहीं कुछ में यह गंभीर परेशानी का कारण भी बन सकती है। पोस्टप्रांडियल हायपोटेंशन (Postprandial hypotension), ऑर्थोस्टैटिक हायपोटेंशन का एक प्रकार है (जिसमें खड़े होने पर ब्लड प्रेशर कम हो जाता है)। ऑर्थोस्टेटिक हायपोटेंशन (Orthostatic hypotension) के सभी प्रकार हाय ब्लड प्रेशर वाले लोगों को प्रभावित करने की अधिक संभावना रखते हैं, या कुछ कंडिशन्स के साथ ये एटोनोमिक नर्वस सिस्टम (Atomic nervous system) को प्रभावित करते हैं।
पोस्टप्रांडियल हायपोटेंशन के लक्षण (Postprandial Hypotension Symptoms)
पोस्टप्रांडियल हायपोटेंशन (Postprandial hypotension) का सामना कर रहे लोगों में खाना खाने के बाद जब वे उठते हैं तो सिर का हल्कापन, चक्कर आना, बेहोशी जैसे लक्षण नजर आते हैं। ऐसा खाना खाने के एक से दो घंटे बाद भी होता है। हैवी मील (Heavy meal) के बाद जिसमें कार्बोहायड्रेट (Carbohydrate) की मात्रा काफी ज्यादा हो ये लक्षण और भी गंभीर हो सकते हैं। खाने के बाद या उसके पहले एल्कोहॉल (Alcohol) लेने पर भी लक्षण बिगड़ सकते हैं।
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पोस्टप्रांडियल हायपोटेंशन के कारण (Causes of Postprandial Hypotension)
पोस्टप्रांडियल हायपोटेंशन (Postprandial hypotension) के कारणों के बारे में स्पष्ट रूप से कहा नहीं जा सकता। कई बार डॉक्टर इसके अंडरलाइन कारणों का पता लगाने में असमर्थ हो सकते हैं। यह डायजेशन के दौरान एब्डोमिनल ऑर्गन्स (Abdominal organs) में ब्लड के जमा होने से संबंधित माना जाता है। इस पूलिंग (Pooling) के परिणामस्वरूप सामान्य सर्क्युलेशन के लिए उपलब्ध ब्लड की मात्रा कम हो जाती है, जिससे ब्लड प्रेशर में गिरावट आ जाती है। खड़े रहने से यह प्रभाव बढ़ जाता है।
भोजन के बाद एब्डोमिनल ऑर्गन्स में ब्लड का जमा होना सामान्य है क्योंकि भोजन को पचाने के लिए ब्लड फ्लो (Blood Flow) में वृद्धि की आवश्यकता होती है। इसको कम्पनसेट करने के लिए पैरों में मौजूद ब्लड वेसल्स (Blood vessels) कॉन्सट्रिक्ट हो जाती हैं। इसके कारणों में हाय कार्ब फूड्स (High carbs foods) का सेवन और एजिंग (Aging) भी शामिल है। बढ़ती उम्र में पोस्टप्रांडियल हायपोटेंशन (Postprandial hypotension) का रिस्क काफी बढ़ जाता है। कुछ मेडिकल कंडिशन जो कि ब्रेन और ऑटोनोमिक नर्वस सिस्टम (Autonomic nervous system) को प्रभावित करती हैं वे भी पोस्टप्रांडियल हायपोटेंशन का कारण बन सकती हैं। जिनमें पार्किंसन (Parkinson’s disease) और डायबिटीज (Diabetes) शामिल है। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से सलाह लेना सही होगा।
पोस्टप्रांडियल हायपोटेंशन के कॉम्प्लिकेशन्स (Postprandial hypotension complications)
पोस्टप्रांडियल हायपोटेंशन का सबसे सीरियस कॉम्प्लिकेशन चक्कर आने के कारण इंजरी होना है। चक्कर की वजह से मरीज गिर सकता है जो कि फ्रैक्चर, चोट लगना और ट्रॉमा का कारण बन सकता है। ड्राइविंग के दौरान ऐसा होने से कॉम्प्लिकेशन गंभीर हो सकते हैं। हालांकि पोस्टप्रांडियल हायपोटेंशन (Postprandial hypotension) एक अस्थाई स्थिति है, लेकिन अगर लो ब्लड प्रेशर की समस्या गंभीर हो जाती है तो इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं। अगर आप रोज ब्लड प्रेशर चेक करते हैं और देखते हैं कि खाने के बाद ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) कम हो जाता है तो डॉक्टर से संपर्क करें। वे आपकी स्थिति के हिसाब से ट्रीटमेंट रिकमंड करेंगे।
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पोस्टप्रांडियल हायपोटेंशन का निदान कैसे किया जाता है? (Postprandial hypotension diagnosis)
डॉक्टर से संपर्क करने पर वह आपकी मेडिकल हिस्ट्री और लक्षणों को चेक करेगा। अगर आप घर पर ब्लड प्रेशर को चेक करते हैं, तो आपको डॉक्टर को रीडिंग दिखानी पड़ सकती है। जिसमें भोजन के पहले और बाद का प्रेशर रिकॉर्ड किया गया होगा। डॉक्टर बेसलाइन प्री मील ब्लड प्रेशर रीडिंग और पोस्प्रांडियल रीडिंग ले सकता है ताकि आपकी होम रीडिंग (Home reading) को कंफर्म किया जा सके। खाने के 15 मिनट के बाद से 2 घंटे के बाद तक रीडिंग ली जा सकती है। पोस्टप्रांडियल हायपोटेंशन (Postprandial hypotension) से पीड़ित ज्यादातर लोगों में खाना खाने के 30 से 60 मिनट के बाद ब्लड प्रेशर कम होता है।
यदि आप भोजन करने के दो घंटे के भीतर अपने सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर (Systolic blood pressure) में कम से कम 20 mm Hg की गिरावट का अनुभव करते हैं, तो पोस्टप्रांडियल हायपोटेंशन का निदान किया जा सकता है। यदि आपका भोजन के पूर्व सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर (Systolic blood pressure) कम से कम 100 mm Hg था और भोजन के दो घंटे के भीतर आपका सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर 90 mm Hg है, तो आपका डॉक्टर भी पोस्टप्रांडियल हायपोटेंशन का निदान कर सकता है।
आपके रक्तचाप में परिवर्तन के अन्य संभावित कारणों को नियंत्रित करने के लिए अन्य परीक्षण किए जा सकते हैं। इसमें शामिल हैं:
- एनीमिया (Anemia) या निम्न रक्त शर्करा (Low blood sugar) की जांच के लिए रक्त परीक्षण
- हार्ट रिदम प्रॉब्लम्स को देखने के लिए इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (Electrocardiogram)
- दिल की संरचना और कार्य का मूल्यांकन करने के लिए इकोकार्डियोग्राम (Echocardiogram)
संपूर्ण स्थिति के बारे में पता करने के बाद डॉक्टर ट्रीटमेंट और लाइफ स्टाइल में चेंजेस भी सजेस्ट कर सकते हैं।
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पोस्टप्रांडियल हायपोटेंशन का ट्रीटमेंट (Postprandial hypotension Treatment)
पोस्टप्रांडियल हायपोटेंशन (Postprandial hypotension) कोई स्पेसिफिक ट्रीटमेंट नहीं है। डॉक्टर इसके लक्षणों को कंट्रोल करने का प्रयास करते हैं। अगर आप ब्लड प्रेशर को कम करने वाली दवाएं लेते हैं तो डॉक्टर डोज का टाइमिंग एडजस्ट करने की सलाह दे सकते हैं। खाने से पहले एंटी हायपरटेंसिव मेडिकेशन्स दवाओं (Antihypertensive medications) को अवॉयड करके मील के बाद होने वाले ब्लड प्रेशर ड्रॉप को कम किया जा सकता है, लेकिन दवाओं के डोज या टाइमिंग किसी प्रकार का बदलाव करने से पहले आप डॉक्टर से सलाह जरूर लें। अपने मन से कोई बदलाव ना करें। अगर ये कंडिशन मेडिकेशन से रिलेटेड नहीं तो इसे मैनेज करने के लिए निम्न तरीके अपनाए जा सकते हैं।
- छोटे मील्स (Small meals) लें और एक साथ ना खाकर बार बार खाएं।
- लार्जर मील्स एब्डोमिनल ब्लड पूलिंग (Abdominal blood pooling) को बढ़ाते हैं वहीं छोटे मील्स से पूलिंग कम होती है।
- हाय कार्बोहायड्रेट (High Carbohydrate) मील्स को अवॉइड करें।
- अगर लक्षण गंभीर हो रहे हैं तो खाना खाने के एक से दो घंटे बाद तक आराम करें। भोजन के बाद इस समय के भीतर पेट की ब्लड पूलिंग खत्म हो जाती है।
अगर ये मेजर्स काम नहीं करते हैं तो पोस्टप्रांडियल हायपोटेंशन (Postprandial hypotension) का इलाज करने के लिए निम्न तरीके अपनाए जा सकते हैं।
- खाना खाने से पहले नॉनस्टेरियोडल एंटी इंफ्लामेटरी ड्रग्स (Nonsteroidal anti-inflammatory drugs [NSAIDs]) को लेने से आप भोजन के बाद कम होने वाले ब्लड प्रेशर को बढ़ा हुआ रख सकते हैं।
- एक कप कॉफी खाने से पहले पीना पोस्टप्रांडियल हायपोटेंशन को कम करने में मदद कर सकता है। क्योंकि कैफीन (Caffeine) ब्लड वेसल्स को सिकोड़ती है जिससे लक्षणों से राहत मिलती है। कैफीन का उपयोग रात के समय करने से बचें क्योंकि यह नींद को प्रभावित कर सकती है। इसके बारे में डॉक्टर से पूछ लें।
- मील्स के बीच में एक्सरसाइज करना भी ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) को नियंत्रण करने में मदद कर सकता है। जिसमें वॉकिंग (Walking) शामिल है। एक्सपर्ट की सलाह से अन्य एक्सरसाइजेज भी की जा सकती हैं।
- एनसीबीआई (NCBI) में छपी एक स्टडी के अनुसार खाने के पहले पानी पीने से भी पोस्टप्रांडियल हायपोटेंशन में कमी आती है। इस बेहद आसान तरीके को भी अपानाया जा सकता है।
- लक्षण गंभीर हैं और अन्य उपायों द्वारा नियंत्रित नहीं किए जा सकते तो डॉक्टर ऑक्टेरोटाइड (Octreotide) इंजेक्शन दे सकते है। इस बारे में डॉक्टर से सलाह लें। किसी भी प्रकार की दवा का उपयोग खुद से ना करें।
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उम्मीद करते हैं कि आपको पोस्टप्रांडियल हायपोटेंशन (Postprandial hypotension) क्या है और इस स्थिति को कैसे मैनेज किया जा सकता है इससे संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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