कोविड-19 ने दुनिया भर में जिस तरह से हाहाकार मचाया हुआ है, उससे लोगों को ऐसा लग रहा था कि कहीं इस बीमारी के कारण पूरी दुनिया ही खत्म न हो जाए। विश्व भर के लोग इस वायरस से आतंकित हो गए हैं और रोज डरे-सहमे अपना जीवन गुजारने को मजबूर हैं, क्योंकि नोवल कोरोना वायरस के कारण अब तक दुनिया भर में 37 लाख से अधिक मरीज संक्रमित हो चुके हैं। कोरोना महामारी के कारण मरने वाले मरीजों की संख्या भी तीन लाख की संख्या के पास पहुंचने वाली है। यह बीमारी अभी भी बढ़ती जा रही है और इसके कारण दुनिया निराशा के सागर में डूब रही थी, तब सभी के लिए एक बहुत बड़ी खुशी की खबर आई है। जानकारी मिली है कि कोरोना वायरस की पहली वैक्सीन बना ली गई है। है, न खुशी की खबर। आप भी जरूर जानना चाहते होंगे कि किस देश को भयंकर कोरोना वायरस का पहला टीका बनाने में सफलता मिली है? आइए पढ़ते हैं पूरी खबर
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कोरोना वायरस (कोविड-19) की वैक्सीनः इटली ने किया टीका बनाने का दावा
इटली में कोरोना वायरस से अब तक दो लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं और सिर्फ इटली में इस महामारी के कारण लगभग 30 हजार मरीज की मृत्यु हो चुकी है। दुनिया में रोजाना से सैकड़ों लोगों के मरने की खबर आती थी, लेकिन आज यह जानकारी मिली है कि इटली में कोरोना वायरस का पहला टीका बना लिया गया है। अगर यह खबर पूरी तरह सच है, तो यह पूरी दुनिया के लिए खुशी की बात होगी कि किसी देश ने कोविड-19 का टीका बना लिया हो।
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कोरोना वायरस (कोविड-19) की वैक्सीनः चूहों में पैदा किया गया एंटीबॉडी
इटली के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उसने दुनिया का कोरोना वायरस का पहला टीका बना लिया है। कोविड-19 का यह टीका रोम के हॉस्पिटल में बनाया गया है। खबर है कि रोम के हॉस्पिटल में नोवल कोरोना वायस के वैक्सीन का परीक्षण किया गया। यह परीक्षण चूहों के ऊपर किया गया और चूहों में कोरोना वायरस के एंटीबॉडी को उत्पन्न किया गया।
वैज्ञानिकों का कहना है कि ये एंडीबॉडी मानव कोशिकाओं पर भी काम कर सकते हैं। रोम के हॉस्पिटल के डॉक्टरों का कहना है कि चूहों के शरीर में रहने वाला एंटीबॉडी इंसान के शरीर में भी नोवल कोरोना वायरस को खत्म कर सकता है।
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कोरोना वायरस (कोविड-19) के वैक्सीन से इंसान के शरीर में भी बनने लगता है एंटीबॉडी
जानकारी यह भी मिली है कि इटली के वैज्ञानिक कई दिनों से कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने की कोशिश कर रहे थे। हॉस्पिटल के लैब में लगातार इसके लिए परीक्षण किए जा रहे थे। वैज्ञानिकों को जब कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने में सफलता मिली, तो इसे मानव के ऊपर जांच भी किया गया। इस सकारात्मक परिणाम से सभी वैज्ञानिक उत्साहित हैं। यह कोरोना मरीजों के लिए बेहद जरूरी है।
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कोरोना वायरस (कोविड-19) की वैक्सीनः दुनिया से खत्म हो सकेगा कोरोना का प्रकोप
इटली में कोरोना वायरस का पहला टीका बनने को लेकर दूसरे विशेषज्ञों ने कहा कि वास्तव में यह बहुत बड़ी बात है, क्योंकि अगर कोविड-19 का यह टीका उम्मीद के अनुसार काम करने लगता है, तो इससे कोरोना वायरस का दुनिया से प्रकोप खत्म होने लगेगा। इसे भविष्य की चिकित्सा के लिए बहुत ही बेहतर आविष्कार माना जाएगा। हालांकि विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि अभी सिर्फ यह खबर है और असलियत में यह कितना काम करता है, यह देखना बाकी है।
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कोरोना वायरस (कोविड-19) की वैक्सीनः अमेरिका और भारत भी कर रहे वैक्सीन बनाने की कोशिश
बता दें कि इससे पहले भी कई देशों ने कोरोना वायरस का टीका बनाने की कोशिश की थी, लेकिन अभी तक किसी देश कों सफलता नहीं मिली थी। चीन भी कई महीनों से कोविड-19 का टीका बनाने की कोशिश कर रहा है। चीन के साथ-साथ ब्रिटेन, जर्मनी, अमेरिका और फ्रांस जैसे देशों के वैज्ञानिक भी दिन-रात कोविड-19 की वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं।
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियों ने भी इस संबंध में कुछ दिन पहले बयान दिया था कि कोरोना वायरस की वैक्सीन जल्द बनेगा और यह वैक्सीन अमेरिका और भारत के संयुक्त प्रयास से बनेगा। इसके बाद अमेरिका सहित भारत वासियों को उम्मीद है कि जल्द ही दोनों देश में कोविड-19 की वैक्सीन बन जाएगा और लोगों का जीवन बचाया जा सकेगा।
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कोरोना वायरस (कोविड-19) की वैक्सीनः अब आपको वायरस से डरने की जरूरत नहीं
कहा जा सकता है कि इटली से आई इस खबर ने दुनिया भर के लोगों के गिरते मनोबल में नई जान फूंक दी है। दुनिया भर के लोग लगातार कई महीनों से टेंशन में जीवन गुजार रहे थे। कोरोना वायरस के डर से घर से बाहर नहीं निकल रहे थे। सोशल डिस्टेंसिंग और क्वारंटीन का पालन कर रहे थे। बीमारी से बचने के लिए पूरी सतर्कता अपना रहे थे, क्योंकि लोगों को कोविड-19 से संक्रमित होने का डर था।
नोवल कोरोना वायरस के कारण ही भारत में लॉकडाउन लगा दिया गया। इसके कारण लाखों करोड़ों लोगों की जीवनशैली बिगड़ गई। लाखों लोगों की नौकरियां चली गई। हालांकि कुछ राज्यों ने लॉकडाउन में थोड़ी छूट दी है, लेकिन अब भी पता नहीं है कि पूरे देश से लॉकडाउन कब तक खत्म होगा। ऐसे में यह खबर सचमुच पूरे भारत वासियों को आनंदित करने वाली है।
उम्मीद है कि वैक्सीन लोगों की उम्मीदों को पूरा करेगी और कोरोना वायरस को खत्म करने में मददगार साबित होगी। अगर ऐसा होता है, तो भारत में भी कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों का इलाज संभव हो पाएगा।
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