ओवरएक्टिव ब्लैडर (Overactive Bladder) होने पर बार-बार यूरिन पास करने की जरूरत महसूस होती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ब्लैडर फुल ना होने पर भी ब्लैडर मसल्स कॉन्ट्रैक्ट होती हैं। ओवरएक्टिव ब्लैडर की परेशानी से कई लोग प्रभावित होते हैं। ओल्डर एडल्ट्स में ये तकलीफ ज्यादा देखने को मिलती है। कुछ एक्ससाइजेज, ब्लैडर हेबिट्स और मेडिकेशन की मदद से इस परेशानी से राहत प्राप्त की जा सकती है। वहीं ओवरएक्टिव ब्लैडर डायट (Overactive Bladder Diet) भी इस कंडिशन को मैनेज करने में मददगार है। खानपान इसके लक्षणों को कम करने और बिगाड़ने दोनों का काम कर सकता है। इसलिए ओवरएक्टिव ब्लैडर के लिए खानपान का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। आइए जानते हैं ओवरएक्टिव ब्लैडर डायट के बारे में।
सबसे पहले जानें क्या पीना है और कब पीना है?
सोड़ा वाटर, एनर्जी ड्रिंक्स और कॉफी ओवरएक्टिव ब्लैडर के लक्षणों को बिगाड़ने का काम करते हैं। हायड्रेटेड रहना अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, लेकिन ओवरएक्टिव ब्लैडर की परेशानी का सामना कर रहे लोगों को कितना और कब पानी पीना है ये ध्यान रखना चाहिए। ओवरएक्टिव ब्लैडर वाले व्यक्ति को निम्न टिप्स को फॉलो करना चाहिए।
- फ्लूइड इंटेक को पूरे दिन के हिस्से में बांट लें। ब्रेकफास्ट, लंच, डिनर के बीच होने वाले गेप में पानी पिएं
- अगर आप एक्सरसाइज नहीं रहे हैं तो अपने साथ पानी का बड़ा बॉटल कैरी ना करें
- पानी पीने के लिए छोटे गिलास का उपयोग करें। बड़ा गिलास होने पर उसे आधा ही भरें
- पानी को धीरे-धीरे पिएं। एक साथ बहुत सारा पानी ना पिएं
- याद रखें कि फल, सब्जियों और सूप से भी फ्लूइड इंटेक प्राप्त होता है
- अगर आप पर्याप्त मात्रा में पानी पी रहे हैं तो यूरिन का कलर (Urine Color) लाइट यलो या कलरलेस होगा
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ओवरएक्टिव ब्लैडर के लिए खानपान (Overactive Bladder Diet) में इन ड्रिंक्स को ना करें शामिल
ओवरएक्टिव ब्लैडर के साथ कॉफी का उपयोग परेशानी को बेहद बढ़ा सकता है। कॉफी का सेवन करने के बाद बार-बार टॉयलेट जाने की इच्छा होती है। कुछ स्टडीज में इस बात का पता चला है कि कॉफी के इंटेक को कम कर देने से ओवरएक्टिव ब्लैडर के लक्षणों में राहत मिलती है। इसके साथ ही कैफीनेटेड ड्रिंक्स (Caffeinated drinks) जैसे कि कोला, एनर्जी ड्रिंक्स (Energy Drinks) और चाय का उपयोग भी नहीं करना चाहिए।
- एसिडिक फ्रूट जूस (Acidic fruit juice) खासतौर पर संतरा, अंगूर और टमाटर के सेवन से बचें
- ऐसे ड्रिंक्स जिनमें आर्टिफिशियल स्वीटनर्स (Artificial sweetener) का उपयोग किया गया है उनका सेवन ना करें
- साथ ही एल्कोहॉल का सेवन कम से कम करें। एल्कोहॉल का उपयोग भी ओवरएक्टिव ब्लैडर (Overactive Bladder) को इरीटेट करता है। एक्सपर्ट एल्कोहॉल का सेवन बंद करके अपने लक्षणों को मॉनिटर करने की सलाह देते हैं।
- अगर आप अपने दिन की शुरूआत कॉफी के बिना नहीं कर सकते तो कॉफी का उपयोग कम मात्रा में करें।
- जूस का सेवन करना चाहते हैं तो कम एसिड वाले फ्रूट्स का चुनाव करें। जैसे सेब या नाशपाती के जूस का सेवन करें। इसमें थोड़ा पानी मिलाकर उपयोग करना सही होगा।
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ओवरएक्टिव ब्लैडर डायट (Overactive Bladder Diet) में इन फूड्स को ना करें शामिल
कुछ फूड आइटम्स का सेवन ओवरएक्टिव ब्लैडर के लक्षणों को बिगाड़ने का काम करते हैं। ये ब्लैडर को इरीटेट करने का काम करते हैं। हालांकि इनका असर हर व्यक्ति पर अलग होता है। इसलिए इनका उपयोग बंद करके देखना होगा कि यह आपके ऊपर कैसा असर करता है।
पास्ता और पिज्जा (Pasta and Pizza)
एसिडिक फूड्स ब्लैडर को इरीटेट करने के साथ ही ओवरएक्टिव ब्लैडर (Overactive) के लक्षणों को बिगाड़ने का काम करते हैं। इसलिए इस परेशानी से ग्रसित लोगों को अपने डायट से टमाटर और ऐसे प्रोडक्ट्स को हटा देना चाहिए जिनमें टमाटर (क्योंकि टमाटर एसिडिक होता है।) का अधिक मात्रा में प्रयोग किया जाता है जैसे कि पिज्जा, पास्ता, टमाटो कैचअप, साल्सा। इन फूड्स आयटम्स को अपनी डायट का हिस्सा ना बनाएं।
ओवरएक्टिव ब्लैडर डायट (Overactive Bladder Diet) में चॉकलेट (Chocolate) को नहीं मिलेगी जगह
कॉफी और चाय की तरह ही चॉकलेट में भी कुछ मात्रा में कैफीन पाया जाता है। अगर आप चॉकलेट खाना ही चाहते हैं तो व्हाइट चॉकलेट (White Chocolate) खाएं क्योंकि इसमें कैफीन नहीं होता। इसके अलावा डार्क चॉकलेट (Dark Chocolate) भी ट्राई कर सकते हैं।
ओवरएक्टिव ब्लैडर डायट में स्पाइसी फूड को ना करें शामिल (Do not include spicy food in overactive bladder diet)
जो तीखा फूड आपकी आंखों में पानी और जीभ के जलने की वजह बन जाता है। वह आपके ब्लैडर को भी इरिटेट कर सकता है। इसलिए स्पाइसी फूड (Spicy Food) का सेवन करने से बचें। हालांकि इसका असर भी सभी लोगों पर अलग तरीके से होता है। इसलिए एक्सपेरिमेंट करके देख सकते हैं कि कौन सा स्पाइसी फूड आपको प्रभावित कर रहा है और कौन सा नहीं।
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ओवरएक्टिव ब्लैडर डायट और प्रोसेस्ड फूड्स ना बाबा ना (Overactive Bladder Diet and Processed Foods)
प्रोसेस्ड फूड्स (Processed Foods) में कई प्रकार के आर्टिफिशियल इंग्रीडिएंट्स जैसे कि प्रिर्जवेटिव्स (Preservatives) और फ्लेवर्स होते हैं जो ब्लैडर को इरीटेट करने के साथ ही ओवरएक्टिव ब्लैडर के लक्षणों को बिगाड़ सकते हैं। इसलिए ओवरएक्टिव ब्लैडर डायट में प्रोसेस्ड फूड की जगह ताजे सब्जियों और होल ग्रेन्स (Whole Grains) का उपयोग करें।
ओवरएक्टिव ब्लैडर डायट में कच्चा प्याज (Raw Onion) भी नहीं है शामिल
ओवरएक्टिव ब्लैडर डायट में प्याज को शामिल नहीं किया गया है। एसिडिक और स्पाइसी फूड की तरह प्याज का सेवन करने से बार-बार यूरिन पास करने की इच्छा होती है। कच्चा प्याज ज्यादा नुकसान करता है। इसलिए अगर आप प्याज खाना ही चाहते हैं तो उसको सब्जी या दाल में अच्छी तरह भूनकर या पकाकर डालें। सलाह में कच्चा प्याज ना खाएं।
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क्रैनबेरीज (Cranberries) भी बढ़ा सकती है प्रॉब्लम
कई लोगों को लगता है कियूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (Urinary Tract Infections) होने पर क्रेनबेरी का जूस राहत प्रदान कर सकता है, लेकिन ऐसा नहीं है। क्रेनबेरी टमाटर और दूसरे खट्टे फलों की तरह ही एसिडिक है। इनका उपयोग ब्लैडर को इरीटेट कर टॉयलेट जाने की प्रॉब्लम को बढ़ाता है। अगर आप फ्लूइड इंटेक लेना चाहते हैं तो आपके लिए पानी बेस्ट है, लेकिन उसे भी सीमित मात्रा में ही उपयोग करें।
ओवरएक्टिव ब्लैडर डायट में शामिल करें ये सब्जियां और फल
फल
- केला
- नारियल
- वाटरमेलन
- स्ट्राबेरीज
- ब्लैकबैरीज
सब्जियां
फाइबर रिच फूड (Fiber Rich Food)
दालें, बीन्स, ओट्स, बादाम, जौ, जई का आटा। इसके साथ ही प्रोटीन के लिए फिश, चिकन और अंडे भी आप खा सकते हैं।
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उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और ओवरएक्टिव ब्लैडर डायट से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।