सिर दर्द कई प्रकार के होते हैं। उनमें से एक है सर्वाइकोजेनिक सिर दर्द (Cervicogenic headaches)। यह दर्द आपको माइग्रेन (Migraine) की तरह लग सकता है। माइग्रेन के दर्द और सर्वाइकोजेनिक सिर दर्द में पहला अंतर यह है कि माइग्रेन की शुरुआत ब्रेन से होती है और सर्वाइकोजेनिक हैडेक सर्वाइकल स्पाइन (गर्दन) या स्कल रीजन के बेस से जुड़ा होता है। गर्दन के किसी विशेष हिस्से से शुरू होकर यह सिर तक जाता है। सर्वाइकोजेनिक सिर दर्द होने पर मध्यम प्रकार के दर्द और डल फीलिंग का एहसास होता है, लेकिन कई बार दर्द की इंटेंसिटी बहुत ज्यादा भी हो सकती है। सीजीएच का पहला लक्षण सामान्यत: साइड लॉक्ड होता है। जिसका मतलब है कि यह गर्दन, सिर और फेस की एक तरफ होता है।
कुछ सिर दर्द आईस्ट्रेन, तनाव, थकान और ट्रॉमा के कारण होते हैं। ज्यादातर जब सिर दर्द होता है तो आप उसके कारण को पता कर सकते हैं, लेकिन सर्वाइकोजेनिक सिर दर्द अलग है क्योंकि यह गर्दन की नर्व, मसल्स और बोन्स में परेशानी के कारण होता है।
सर्वाइकोजेनिक हैडेक सेकेंडरी हैडेक है जो कि फिजिकल या न्यूरोलॉजिक कंडिशन के कारण शुरू होता है। यह सिर दर्द ट्रॉमा जैसे कि फ्रैक्चर, डिसलोकेशन या गर्दन की चोट के कारण भी हो सकता है। इसके साथ ही यह किसी मेडिकल कंडिशन जैसे कि रूमेटॉइड अर्थराइटिस (Rheumatoid Arthritis), कैंसर (Cancer) और इंफेक्शन (infection) का संकेत भी हो सकता है। यह पेन पहले रुक रुक कर शुरु होता है और बाद में निरंतर होने वाले दर्द में बदल जाता है। आगे जानिए इसके लक्षण क्या होते हैं।
[mc4wp_form id=’183492″]
और पढ़ें: Broken Neck: गर्दन में फ्रैक्चर क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय
सर्वाइकोजेनिक सिर दर्द के लक्षण (Cervicogenic headaches Symptoms):
गर्दन से लेकर सिर तक को प्रभावित करने वाले इस पेन के लक्षण निम्न हैं।
- यह दर्द गर्दन के पीछे, माथे, कान के आस पास के हिस्से में होता है।
- दर्द कंधे और बांह में एक ही तरफ होता है
- इसकी वजह से गर्दन का लचीलापन कम हो जाता है
- कुछ स्थितियों में आंखों में सूजन और दृष्टि का धुंधलापन हो सकता है।
- सर्वाइकोजेनिक पेन एक ही तरफ की गर्दन और सिर को प्रभावित करता है, लेकिन कुछ असामान्य मामलों में यह दोनों साइड को प्रभावित कर सकता है।
- सर्वाइकोजेनिक सिर दर्द सामान्यत: नेक के असामान्य मूवमेंट्स और पॉश्चर के कारण ट्रिगर होता है। इसके साथ ही यह खांसने और छींकते समय होने वाले सडन मूवमेंट से भी हो सकता है।
- सर्वाइकोजेनिक हैडेक (Cervicogenic headaches) कम से लेकर मध्यम और सीवियर इंटेंसिटी तक का हो सकता है।
- हर पेन कई हिस्सों को प्रभावित करता है। सिर के पीछे से शुरू होकर यह स्कैल्प, फोरहेड, आंखों के आसपास, कान के आसपास और तक जाता है।
सर्वाकोजेनिक हैडेक के असामान्य लक्षण:
- ध्वनि और प्रकाश के प्रति सेंसिटिविटी बढ़ जाना
- चक्कर आना
- आंखों और प्रभावित हिस्से पर सूजन आना
- सिर और गर्दन के दोनों तरफ दर्द होना
- सीचीएच (Cervicogenic headaches) के सीवियर अटैक के दौरान सिर और चेहरे को छूने पर दर्द का एहसास होना। इसका कारण ट्राइगेमिनल (Trigeminal Nerve) में इंजरी हो सकता है।
कई कंडिशन जैसे कि माइग्रेन, टेंशन से होने वाला सिर दर्द आदि की लक्षण भी सर्वाइकोजेनिक हैडेक से मिलते-जुलते हैं इसलिए सीजीएच (Cervicogenic headaches) का पता लगाने के लिए अच्छी तरह मूल्यांकन (Evaluation) करना जरूरी है। यह संभव है कि सीचीएच माइग्रेन के साथ हो।
और पढ़ें: गर्दन में दर्द का आयुर्वेदिक इलाज क्या है? नेक पेन होने पर क्या करें और क्या नहीं?
सर्वाइकोजेनिक सिर दर्द के कारण (Cervicogenic headaches Causes) क्या हैं?
सवाईकोजेनिक हैडेक के कई कारण हैं। सर्वाइकोजेनिक सिर दर्द गर्दन में परेशानियों के कारण होता है तो कई प्रकार की कंडिशन इसे ट्रिगर कर सकती हैं। यहां हम आपको कुछ प्रमुख कारणों के बारे में बता रहे हैं।
चोट या बीमारी के कारण
इसमें पुरानी ऑस्टियोअर्थराइटिस, नेक की प्रोलेप्सड डिस्क या फिर अचानक होने वाली इंजरी या चोट आदि शामिल हैं। नीचे गिरना और खेल के दौरान लगने वाली चोट भी सर्वाइकोजेनिक सिर दर्द को ट्रिगर कर सकती है।
पॉश्चर के कारण
सर्वाइकोजेनिक हैडेक काम के दौरान आपको बैठने और खड़े होने के पॉश्चर के कारण भी हो सकता है। अगर आप ड्राइवर, कारपेंटर, हेयरस्टालिश्ट हैं या आप डेस्क वर्क करते हैं तो आप अपनी चिन को अनजाने में हमेशा आगे की और रखते हें इससे आपका सिर बॉडी से आगे की और निकल जाता है। इसे सर्वाइकल प्रोट्रेक्शन कहा जाता है। इस पॉजिशन में लंबे समय तक बैठने या खड़े रहने से नेक और स्कल के बेस पर प्रेशर और स्ट्रेस पड़ता है जो सर्वाइकोजेनिक हैडेक का कारण बनता है।
और पढ़ें: Headache: सिरदर्द क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय
सोने की गलत पुजिशन
सोने की गलत पुजिशन भी सर्वाइकोजेनिक सिर दर्द का कारण बनती है। ऐसा तब भी होता है जब आप कुर्सी पर सोते हैं या बिस्तर पर बैठकर काम करते हैं। गर्दन या उसके आसपास की कम्प्रेस्ड या पिंच्ड नर्व सर्वाइकोजेनिक सिर दर्द का कारण बन जाती है।
नेक मसल्स का ऑवरयूज
नेक मसल्स का ऑवरयूज या डिस्यूज मसल्स की फटीग और वीकनेस का कारण बन सकता है जो सर्वाइकोजेनिक सिर दर्द को ट्रिगर करता है। यह समस्याएं गर्दन या कंधे की मांसपेशियों में हो सकती हैं।
सर्वाइकल नर्व्स के कम्प्रेशन के कारण
कैंसर या सर्वाइकल रीजन (Cervical region) में बिनाइन ट्यूमर भी सर्वाइकल स्पाइनल नर्व को कम्प्रेस कर सकता है जो सर्वाइकोजेनिक सिर दर्द का कारण बनता है।
सर्वाइकोजेनिक सिर दर्द का निदान कैसे करें? (How to diagnose cervicogenic Headache)
इस दर्द का पता लगाने के लिए पेशेंट की मेडिकल हिस्ट्री, फिजिकल एग्जामिन टेक्निक आदि का सहारा लिया जाता है। कई कंडिशन सीजीएच जैसी लग सकती हैं इसलिए इसका निदान करने के लिए जरूरी है कि एक्सपर्ट से इफेक्टिव ट्रीटमेंट लिया जाए।
पेशेंट हिस्ट्री
इस कंडिशन का पता लगाने के लिए सबसे पहले पेशेंट की हिस्ट्री (Patient history) का पता लगाया जाता है। डॉक्टर पूछता है कि कब इसके लक्षण दिखाई देते हैं और आप उस वक्त कैसा फील करते हैं। इसके साथ ही डॉक्टर इन सवालों को भी पूछता है:
- दर्द का स्वभाव और उसका प्रकार
- दर्द की अन्य विशेषताएं और दूसरे लक्षण
- गर्दन का लचीलापन (Flexibility of neck) कितना कम हुआ है
- सर्वाइकल रीजन में होने वाली कोई इंजरी या ट्रॉमा के बारे में जानकारी।
और पढ़ें: टांगों में दर्द का आयुर्वेदिक इलाज क्या है? टांगों में दर्द होने पर क्या करें और क्या ना करें?
फिजिकल एग्जामिनेशन (Physical examination)
डॉक्टर गर्दन को छूकर सूजन व अन्य असमान्यताओं के बारे में पता लगाने की कोशिश करता है। इसके साथ ही डॉक्टर गर्दन की रेंज और मूवमेंट का भी पता लगाता है। इसके साथ ही यह हाथ और बाजुओं को एक्जामिन करके उसकी स्ट्रेंथ, सेंसेशन का पता लगाने की कोशिश करते हैं। ताकि नेक में होने वाली नर्व प्रॉब्लम का पता चल सके। कई प्रकार सर्वाइकल फ्लेक्सन-रोटेशन टेस्ट (CFRT) करने की भी सलाह देते हैं। ताकि सर्वाइकोजेनिक सिर दर्द की सीवियरटी का पता चल सके। इसके लिए आपको गर्दन को झुकाने और उसे राइट से लेफ्ट की घुमाने को कहा जाता है। अगर इस दौरान दर्द होता है तो यह इस बात का इशारा है कि सर्वाइकल स्पाइन के रोटेशन में कमी है। कई बार एक्स रे, सीटी स्कैन (CT Scan) और एमआरआई (MRI) का उपयोग भी इसके निदान में सपोर्ट में किया जाता है।
मेडिकेशन (Medication)
चूंकि नर्व, मसल्स, टेंडन और जॉइंट्स में होने वाला इंफ्लामेशन और दूसरी परेशानियां इस हैडेक का कारण बनती हैं तो आपका डॉक्टर ऑवर द काउंटर दवाएं प्रिस्क्राइब कर सकता है या पेन से राहत के लिए ओरल मेडिकेशन प्रिस्क्राइब कर सकता है। जिसमें निम्न दवाएं शामिल हैं:
- एस्प्रिन या आईबूप्रोफेन
- एसिटामिनोफेन
- मसल्स रिलैक्सेंट
- कॉर्टिकोस्टेरॉइड
फिजिकल थेरेपी (Physical therapy)
आपका डॉक्टर गर्दन की कमजोर मसल्स को मजबूत करने और जॉइन्ट्स की मोबिलिटी बढ़ाने लिए फिजिकल थेरेपी को रिकमंड कर सकते हैं। इसके अलावा डॉक्टर नर्व, जॉइंट्स और मसल्स पेन के लिए अल्टरनेटिव थेरेपीज भी रिकमंड कर सकते हैं। जिसमें मसाज थेरिपी, काॅग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी, एक्यूपंक्चर और रिलैक्सेशन तकनीक शामिल हैं। दर्द को मैनेज करने के लिए डॉक्टर निम्न सलाह दे सकते हैं:
- ऐसी गतिविधियों को अवॉइड करें जो दर्द को बदतर बनाती हैं
- दिन में कई बार आइस या हॉट कम्प्रेस का उपयोग करें
- बैठते या खड़े होते समय अच्छा प्रॉश्चर मैंटेन करके रखें
- सिर को आगे की ओर ज्यादा ना घुमाएं
- नेक ब्रेस का यूज सीधा बैठने के लिए या कुर्सी पर सोते समय करना मददगार हो सकता है
- एक तरफ झुकने की स्थिति से बचने के लिए फ्लाइट या बस पर एक सर्पोटिव ट्रेवल पिलो का उपयोग करना दर्द से बचाने में सहायक होगा
- पेट के बल सोना अवॉइड करें
- सोते समय सिर को बहुत अधिक ऊंचा या एकदम नीचा होने से रोकने के लिए सही तकिए का उपयोग करें
सर्जरी और इंजेक्शन (Surgery And injection)
कुछ स्थितियों में नर्व कम्प्रेशन के चलते सर्वाइकोजेनिक हैडेक से राहत दिलाने में सर्जरी की भी जरूरत होती है। डॉक्टर नर्व ब्लॉक के कारण होने वाले सर्वाइकोजेनिक पेन को डायग्नोंस करते हैं। जिसमें इंजेक्शन या किसी सुन्न करने वाले एजेंट को सिर के पीछे नर्व के पास इंजेक्ट करते हैं। अगर आपका दर्द इस प्रक्रिया के बाद बंद हो जाता है तो इससे पता चल जाता है कि आपकी परेशानी का कारण नर्व है। इस तरह सर्वाइकोजेनिक सिर दर्द का इलाज किया जाता है।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और सर्वाइकोजेनिक सिरदर्द से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।