क्या होता है बीपीए (BPA)
ग्लास की बेबी बोतल
स्टेनलेस स्टील बेबी बोतल
सिलिकॉन बेबी बोतल
बीपीए फ्री ग्लास बेबी बोतल
ये बेबी बोतल ग्लास की बनी होती हैं। इनके ऊपर कवर लगा होता है जिसके कारण इनके टूटने का खतरा कम ही होता है। इसके ऊपर सिलिकॉन स्लीव्स लगा होता है। इन बोतल को धुलने के साथ ही पानी में उबाला भी जा सकता है। साथ ही ये बोतल ब्रेस्ट मिल्क पंप में भी आसानी से फिट हो जाती हैं। एक बार बीपीए फ्री ग्लास बेबी बोतल का यूज जरूर करके देखें। ये ट्रेडीशनल ग्लास बोतल से हल्की होती हैं।
यह भी पढ़ेंः बच्चों में मानसिक बीमारियां बन सकती है बड़ी परेशानी!
बीपीए फ्री सिपर
बीपीए फ्री ग्लास सिपर का यूज भी बच्चे के लिए बेहतर ऑप्शन है। इसे भी आसानी से साफ किया जा सकता है। ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं होता है। स्लो, मीडियम, फास्ट और वेरिएबल फ्लो निप्पल वाली बेबी बोतल ऑन डिमांड रहती हैं। जब बच्चा बड़ा हो जाए तो इसे ड्रिंकिंग कप की तरह भी यूज किया जा सकता है।
इन बातों का रखें ध्यान
- ग्लास बेबी बोतल को हर यूज के पहले स्टेरिलाइज करना जरूरी नहीं होता है। पहले की बात अलग थी जब साफ पानी नहीं होता था और ग्लास बोतल को स्टेरिलाइज करना पड़ता था। इस बारे में एक बार डॉक्टर से जरूर पूछें।
- जब पहली बार ग्लास बोतल का यूज कर रही हो तो उबलते पानी में 5 मिनट के लिए बोतल और निप्पल को डाल दें। उसके बाद डिशवाशर का यूज करके बोतल को साथ करें। हैंड से बोतल को सिर्फ वॉश करना पर्याप्त नहीं होता है।अगर बच्चे की बोतल में कोई दिक्कत महसूस हो रही है तो उसे तुरंत रिप्लेस करा दें।
- अगर बच्चे की बोतल से बदबू आ रही है, या फिर उसका रंग उतर गया हो तो भी उसे तुरंत चेंज करा देना चाहिए।
- अगर निप्पल का शेप चेंज हो गया हो तो उसे यूज न करें। अगर आप ऐसे निप्पल को लगातार यूज कर रही हैं तो निप्पल से एक साथ ज्यादा दूध का रिसाव भी हो सकता है।
- निप्पल का फ्लो चेक करने के लिए उसे नीचे की तरह गिरा कर देखें। अगर कुछ ही दूध की बूंदे गिर रही हैं तो फ्लो ठीक है, वरना ज्यादा फ्लो आपके बच्चे के लिए सही नहीं रहेगा। बच्चे के मुंह में एक साथ बहुत ज्यादा दूध चला जाएगा।
- बच्चे के लिए दूध को गुनगुना या गर्म करने के लिए बोतल को माइक्रोवेव में न रखें।
और पढ़ें :
[embed-health-tool-vaccination-tool]