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पेरिवेंट्रिकुलर ल्यूकोमाल्सिया (Periventricular Leukomalacia) भी है प्रीमैच्योर बेबीज में ब्रेन प्रॉब्लम्स में शामिल
प्रीमैच्योर बेबीज में ब्रेन प्रॉब्लम्स होना रेयर है, लेकिन ऐसा होने पर स्थिति गंभीर हो सकती है। पेरिवेंट्रिकुलर ल्यूकोमाल्सिया (Periventricular Leukomalacia) को पीवीएल के नाम से भी जाना जाता है। यह एक ब्रेन रिलेटेड कंडिशन है जिसका संबंध भी प्रीमैच्योर बेबीज से है। यह दूसरी सामान्य कॉम्प्लिकेशन है जो प्रीमैच्योर बेबीज के नर्वस सिस्टम से जुड़ी है। इस कंडिशन में ब्रेन की नर्व्स जो कि मूवमेंट को कंट्रोल करती हैं वे डैमेज हो जाती हैं। इस कंडिशन के लक्षणों में निम्न शामिल हैं।
- मांसपेशियों में खिंचाव
- टाइट मसल्स
- कमजोर मसल्स
जो बच्चे इस कंडिशन के साथ पैदा होते हैं उनमें सेरेब्रल पाल्सी (Cerebral Pasly) और डेवलपमेंट डिले (Development Delay) जैसी स्थितियां ज्यादा देखने को मिलती हैं। पीवीएल आईवीएच के साथ भी हो सकती है। इस बारे में जानकारी नहीं है कि पेरिवेंट्रिकुलर ल्यूकोमाल्सिया (Periventricular Leukomalacia) की स्थिति क्यों उत्तपन्न होती है। यह स्थिति ब्रेन के हिस्से को जिसे वाइट मैटर (White Matter) कहा जाता है डैमेज कर सकती है। यह हिस्सा आसानी से डैमेज हो जाता है। यह कंडिशन उन बच्चों में ज्यादा देखने को मिलती है जो 30 हफ्ते से पहले पैदा हो जाते हैं। इसके साथ ही अगर मां के यूटेरस (Uterus) में कोई इंफेक्शन होता या वह मेम्ब्रेन का अर्ली रप्चर (Early Rupture of Membrane) का अनुभव करती है, इसका कारण बनता है।
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पेरिवेंट्रिकुलर ल्यूकोमाल्सिया के बारे में पता कैसे किया जाता है? (Diagnosis for Periventricular Leukomalacia)
हेमरेज की तरह ही डॉक्टर मेडिकल हिस्ट्री, फिजिकल एग्जामिन और इमेजिंग स्टडीज के जरिए प्रीमैच्योर बच्चों में होने वाली इस ब्रेन प्रॉब्लम का पता लगाते हैं। इसके लिए भी अल्ट्रासाउंड और एमआरआई (MRI) स्टडी की जाती है। इस बीमारी के लिए कोई ट्रीटमेंट उपलब्ध नहीं है। ऐसा कोई उपाय नहीं है जिससे प्रीमैच्योर बेबीज में ब्रेन प्रॉब्लम्स ना हो।
प्रीमैच्योर बेबीज में ब्रेन प्रॉब्लम्स: सेरेब्रेल पाल्सी (Cerebral Palsy)
प्रीमैच्योर और लो बर्थवेट बेबीज (Low Birth Weight babies) में सेरेब्रल पाल्सी (Cerebral Palsy) विकसित होने का रिस्क होता है। यह कंडिशन एब्नोर्मल मूवमेंट्स (Abnormal Movements), मसल्स और पॉश्चर का कारण बनती है। सेरेब्रल पाल्सी के लक्षण गंभीर से हल्के हो सकते हैं। डॉक्टर्स को सेरेब्रल पाल्सी के कारण के बारे में बता नहीं पाते। इसके लक्षण निम्न हैं। एब्नॉर्मल पॉश्चर (Abnormal Posture)
- निगलने में कठिनाई
- मसल्स इम्बैलेंस (Muscles Imbalance)
- चलने में कठिनाई
- झटके लगना