क्या स्तनपान के कारण सेक्स ड्राइव प्रभावित होती है?
हां, स्तनपान के दौरान सेक्स ड्राइव में कमी आती है। एक अध्ययन के अनुसार स्तनपान ना कराने वाली महिलाओं की तुलना में स्तनपान कराने वाली महिलाओं में सेक्स ड्राइव या सेक्स करने की इच्छा कम होती है। यूं कह लीजिए कि उनमें सेक्स को लेकर फिर से इंटरेस्ट आने में समय लगता है। ऐसा इसलिए होता है कि डिलिवरी के बाद एस्ट्रोजन हॉर्मोन का लेवल गिर जाता है। इसके अलावा स्तनपान के दौरान प्रोलैक्टिन और ऑक्सीटोसीन हॉर्मोन बढ़ जाता है। प्रोलैक्टिन और ऑक्सीटोसीन हॉर्मोन सेक्स ड्राइव को कम करता है।
प्रोलैक्टिन और ऑक्सीटोसीन हॉर्मोन का कॉम्बिनेशन स्तनपान के दौरान बच्चे के प्रति प्रेम और खुशी का एहसास दिलाता है। ऐसे में मां का प्यार और ध्यान बच्चे की ओर बढ़ जाता है, इस कारण से स्तनपान के दौरान सेक्स की इच्छा कम होने लगती है। साथ ही अपने पार्टनर के प्रति आपको आकर्षण भी कम महसूस होता है।
ऐसे में आपको बच्चे को 6 महीने तक स्तनपान के बाद सॉलिड फूड्स पर शिफ्ट करना चाहिए। जिससे आपके शरीर में हॉर्मोन का लेवल सामान्य होने लगता है और फिर से सेक्स लाइफ में इंटरेस्ट लौटने लगता है।
क्या सेक्स के दौरान ब्रेस्ट से मिल्क लीक हो सकता है?
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान सेक्स करने से ब्रेस्ट स्टीम्यूलेट हो सकता है। जिससे स्तनों से दूध निकल या लीक हो सकता है। ऐसे में कई बार दोनों पार्टनर का मन खराब हो सकता है और सेक्स से मूड ऑफ हो सकता है। ऐसे में आप अच्छे क्वालिटी कि नर्सिंग ब्रा पहनें और इसके नीचे नर्सिंग पैड भी लगाएं। इसके अलावा सेक्स करने से पहले बच्चे को दूध पिला लें, जिससे आपके ब्रेस्ट से मिल्क खत्म हो जाएगा और ब्रेस्ट लीक भी नहीं होगा।
दूसरी तरफ देखा गया है कि कुछ पुरुषों को ब्रेस्ट मिल्क पीने की इच्छा होती है। जिससे आपको इसे इरोटिक लैक्टेशन, लैक्टोफिलिया या कामुक स्तनपान कहते हैं। ऐसा पुरुषों में एडल्ट ब्रेस्टफीडिंग पॉर्नोग्राफी देख कर होता है। कई बार पुरुष को ऐसा लगता है कि बच्चा होने के बाद उनकी पत्नी उन पर कम ध्यान दे रही है। बच्चे के साथ पुरुष पार्टनर ब्रेस्टफीडिंग कर के खुद के लिए स्पेशल अट्रैक्शन चाहता है।
क्या स्तनपान के दौरान सेक्स करने में दर्द होता है?
बहुत सारी महिलाओं को स्तनपान के दौरान सेक्स करते वक्त वजायना में टाइटनेस और दर्द महसूस होता है। अमेरिकन कॉलेज ऑफ ऑब्स्टेट्रिक्स और गायनेकोलॉजिस्ट (ACOG) के अनुसार प्रेग्नेंसी के दौरान या डिलिवरी के बाद भी महिलाओं में कई तरह के हॉर्मोनल चेंजेस होते हैं। जिससे वजायना में ड्राईनेस महसूस होने लगती है और सेक्स के दौरान महिला को दर्द महसूस होता है। वहीं, ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं में खासकर के वजायनल प्रॉब्लम हो जाती है। हालांकि, ऐसा होता नहीं है कि हर महिला में ये समस्या हो। लेकिन फिर भी जिनमें होती है, उन्हें डॉक्टर से मिल कर अपनी समस्या का समाधान निकालना चाहिए। ऐसे में डॉक्टर एस्ट्रोजन क्रीम या वजायनल लूब्रिकेंट्स का इस्तेमाल करने की सलाह दे सकते हैं।