माउथ अल्सर या मुंह में छाले दोनों एक ही समस्याएं हैं। यह समस्या बच्चे, बड़े और बुजुर्ग किसी को भी हो सकती है। यूं तो ये छोटी समस्या है, लेकिन इस पर ध्यान न दिया जाए तो यह काफी खतरनाक बन सकती है। मुंह में छाले कैंसर (Cancer) का भी रूप ले सकते हैं। बच्चे के मुंह में छाले (Mouth ulcer in children) की शिकायत हर दूसरे माता-पिता की परेशानी बनकर खड़ी हो जाती है। इस आर्टिकल में हम बताएंगे कि माउथ अल्सर क्या है? इसके लक्षण और कारण क्या हैं? और बच्चे के मुंह में छाले के लिए क्या घरेलू उपाय आप अपना सकते हैं।
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बच्चे के मुंह में छाले के लक्षण (Symptoms of Mouth Ulcer in children)
माउथ अल्सर (मुंह में छाले) की समस्या पेट में गर्मी होने या बच्चों को कब्ज होने व अन्य वजहों से होती है। बच्चे के मुंह में छाले होने पर बच्चे की जीभ, गाल के अंदरुनी हिस्सों, तालू व होंठों के आसपास सफेद व लाल छाले हो जाते हैं। अगर यह बढ़ जाएं तो इनमें से खून भी निकल सकता है। बच्चे के मुंह में छाले की वजह से बच्चे को खाने-पीने में दिक्कत होती है।
कितने प्रकार के होते हैं माउथ अल्सर? (Types of mouth ulcer)
माउथ अल्सर को स्टोमाटाइटिस (Stomatitis) भी कहा जाता है। यह मुंह की म्यूकस मेंब्रेन में इंफ्लेमेशन के कारण होता है। स्टोमाटाइटिस दो प्रकार के होते हैं। हर्पीज स्टोमाटाइटिस (Herpes Stomatitis) और एफ्थस स्टोमाटाइटिस (Aphthous Stomatitis) हैं। यह दोनों प्रकार आमतौर पर बच्चों और टीनएजर्स में अधिक देखे जा सकते हैं। हर्पीज स्टोमाटाइटिस एक संक्रमण है, जो आमतौर पर छह महीने से 5 साल तक के छोटे बच्चों में होता है। वहीं एफ्थस अक्सर 10 से 19 वर्ष के किशोरों को अपनी चपेट में लेता है।
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बच्चे में मुंह के छाले के कारण (Cause of mouth ulcer in children)
बच्चों से लेकर बड़ों तक में माउथ अल्सर के कई कारण हो सकते हैं। खराब खान-पान से लेकर कब्ज तक ऐसी कई चीजें हैं जो माउथ अल्सर को जन्म देती हैं लेकिन बात अगर बच्चों की करें, तो उनमें माउथ अल्सर होने के कुछ कारण इस प्रकार हैं।
पानी की कमी: बच्चे के शरीर में अगर पानी की कमी हो जाए तो इससे बच्चे के मुंह में छाले (माउथ अल्सर) होने लगते हैं।
विटामिन की कमी: अगर बच्चे में विटामिन की कमी हो जाए तो यह भी माउथ अल्सर को जन्म देता है।
एलर्जी के कारण: खाने के साथ-साथ किसी अन्य पदार्थ से एलर्जी होने पर भी बच्चे में माउथ अल्सर हो सकता है।
किस करने से: माउथ अल्सर से पीड़ित व्यक्ति अगर बच्चे को किस करे, तो इससे भी बच्चे को माउथ अल्सर हो सकता है।
मिनरल की कमी: बच्चों के लिए आयरन, फोलिक एसिड, जिंक और विटामिन बी-12 लेना बहुत जरूरी है। अगर बच्चे में इसकी कमी हो जाए तो इससे भी माउथ अल्सर हो सकता है।
चोट लगने से: कई बार ब्रश करते समय या खेलकूद करने के दौरान बच्चों के मुंह में चोट लग जाती है, यह चोट भी माउथ अल्सर को जन्म दे सकता है।
तनाव के कारण: आजकल कॉम्पिटिशन का दौर है। बच्चों पर पढ़ाई में बेहतर करने का दबाव रहता है। यह दबाव तनाव का रूप भी ले लेता है और तनाव बच्चों में माउथ अल्सर का कारण बन जाता है।
मसालेदार खाने से: अधिक मिर्च-मसालों वाले आहार का सेवन भी अल्सर की वजह है।
जेनेटिक: माउथ अल्सर की एक बड़ी वजह वंशानुगत भी होती है।
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बच्चे के मुंह में छाले माउथ अल्सर के घरेलू उपाय (Home remedies for mouth ulcer in kids)
माउथ अल्सर का इलाज बहुत आसान है। समय रहते अगर आप इसे पहचान लें और थोड़ी बहुत देखभाल करें तो ये फौरन ठीक हो जाता है। आप डॉक्टर से दवाई लेने के अलावा घर पर भी इसका इलाज कर सकते हैं। अगर बच्चे के मुंह में छाले हो तो आप घरेलू उपाय आजमा सकते हैं।
1. घी (Ghee) का इस्तेमाल
देसी घी खाने के फायदों से तो आप वाकिफ होंगे, लेकिन यह माउथ अल्सर के इलाज में भी काफी कारगर साबित हो सकता है। छालों पर घी को लगाएं, इससे दर्द से राहत मिलेगी और छाले भी फौरन ठीक हो जाएंगे।
2. बच्चे के मुंह में छाले है तो दही (Curd) खाएं
बच्चे को दही खाने को दें। बच्चा अगर दही खाने में आनाकानी करे, तो शहद के साथ मिलाकर इसे खिलाएं। इस उपाय से भी माउथ अल्सर फौरन ठीक हो जाएगा।
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3. बच्चे के मुंह में छाले हैं तो शहद (Honey) खाएं
माउथ अल्सर के इलाज में शहद भी काफी उपयोगी है। जहां छाले हैं, वहां इसे लगाएं। बच्चे को बहुत जल्दी आराम मिलेगा। हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि 1 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए शहद का इस्तेमाल न करें। शहद में एंटीमाइक्रोबियल के गुण पाए जाते हैं जो घावों को जल्दी से भरने में मदद कर सकते हैं।
4. हल्दी (Turmeric)
हल्दी में एंटीसेप्टिक व एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो जख्मों को ठीक करने में मदद कर सकते हैं। माउथ अल्सर के इलाज में भी यह काफी फायदेमंद होता है। आप हल्दी को शहद के साथ मिलाकर पेस्ट बना लें और इसे छालों पर लगाएं।
5. तुलसी पत्ता (Tulsi)
बच्चे के मुंह में छाले हो तो तुलसी के 2-3 पत्ते चबाने को दें। अगर बच्चा चबा नहीं पा रहा है तो पेस्ट बनाकर छालों पर लगाएं। इससे भी राहत मिलेगी।
6. बच्चे के मुंह में छाले है तो नारियल (Coconut) का सेवन
नारियल के फायदे आप जानते होंगे। माउथ अल्सर में भी यह काफी उपयोगी होता है। नारियल तेल, नारियल पानी व नारियल का दूध छालों को फौरन दूर करता है। नारियल पानी व दूध पीने को दें। इसके अलावा आप छालों पर नारियल का तेल भी लगा सकते हैं। नारियल में मौजूद उसके प्राकृतिक गुण मुंह के छालों को दूर करने में मदद कर सकते हैं। अगर आपके बच्चे के मुंह में छाले की समस्या हुई है, तो आप बच्चे को नारियल का पानी पीने के लिए दे सकती हैं। इसके अलावा, आप नारियल के दूध से बच्चे को कुल्ला करने या गरारा करने के लिए भी कह सकती हैं। अगर आपको कच्चा नारियल नहीं मिल रहा है, तो आप इनकी जगह पर नारियल तेल का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। बच्चे के छाले वाली त्वचा पर आप नारियल का तेल लगा सकती हैं। इसका इस्तेमाल आप छाह माह से छोटे बच्चों के लिए भी कर सकते हैं। हालांकि, ऐसा करने से पहले आपको अपने डॉक्टर की उचित सलाह भी लेनी चाहिए।
7. छाछ (Buttermilk)
छाछ में लैक्टिक एसिड मौजूद होता है, जो जीवाणुओं को विकसित होने से रोकता है। अगर आपका बच्चा माउथ अल्सर से पीड़ित है तो उसे छाछ देना भी फायदेमंद हो सकता है।
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8. करी पत्ता (Curry leaf)
करी पत्ते में विटामिन-ए, विटामिन-सी व विटामिन-ई जैसे तत्व मौजूद होते हैं, जो छालों को दूर करते हैं। आप करी पत्ते का पेस्ट बनाकर इस पेस्ट को छाछ में मिलाकर बच्चे को पीने के लिए दें। इससे भी माउथ अल्सर जल्द ठीक होगा।
9. एलोवेरा (Aloe Vera)
बच्चे के मुंह में मौजूद छालों पर दिन में 3-4 बार एलोवेरा जेल लगाएं। बच्चे का माउथ अल्सर फौरन ठीक होगा। एलोवेरा में मौजूद गुण छालों के कारण होने वाले दर्द से राहत दिला सकते हैं। इसमें प्राकृतिक तौर पर एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो बच्चे के मसूड़ों को स्वस्थ रखने में भी मदद कर सकते हैं।
10. आइसक्रीम (Ice-cream)
बच्चे के मुंह में छाले हो और वह दर्द व जलन से ज्यादा परेशान हो रहा हो तो उसे आइसक्रीम खाने को दें। इससे भी उसे काफी राहत मिलेगी। हालांकि सर्दी, जुकाम होने की स्थिति में उसे आइसक्रीम न दें।
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11. गर्म पानी (Lukewarm water)
गर्म पानी में नमक डालकर बच्चे को गरारे करने को दें। इससे भी काफी राहत मिलेगी।
12. खसखस
खसखस के पाउडर में मिश्री मिलाकर आप उसकी गोली बनाकर बच्चे को चूसने के लिए दे सकती हैं। खसखस के प्राकृतिक गुण छालों पर ठंडक पहुंचाने में मदद कर सकते हैं। अक्सर बच्चों को भोजन सही से न पचने के कारण या शारीर में गर्मी लगने के लिए कारण मुंह में छाले की समस्या हो सकती है। ऐसी स्थिति में खसखस काफी प्रभावी साबित हो सकता है। हालांकि, अगर आपका बच्चा 1 साल का है या उससे बड़ा है तभी उसे यह गोली खाने के लिए दें।
बच्चे के मुंह में छाले हो जाएं तो उन्हें अनदेखा ना करें। डॉक्टर के पास नहीं जाना चाहते तो पहले घरेलू नुस्खे अपनाएं। यदि घरेलू नुस्खों से बच्चे के मुंह में छाले ठीक ना हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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