हेल्दी रहने में हमारा आहार बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सही आहार से हमें सभी जरूरी मिनरल प्राप्त होते हैं और यह मिनरल्स शरीर के कई हिस्सों को सही से काम करने में मदद करते हैं जैसे हड्डियां, मसल्स, हार्ट और दिमाग आदि। मिनरल्स का इस्तेमाल एंजाइम्स और हॉर्मोन्स आदि को बनाने में भी होता है। इन्हीं मिनरल्स में से एक है फॉस्फोरस। यह वो मिनरल हैं जो हमारी हड्डियों में पाया जाता है। इसके कई लाभ हैं लेकिन खून में फॉस्फोरस की मात्रा को कम होने से कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है। जिनमे से एक है हायपोफॉस्फेटेमिया (Hypophosphatemia)। यह समस्या किसी को भी हो सकती है जैसे बच्चों, वयस्कों या बुजुर्गों में। इस स्थिति में डॉक्टर मरीज सप्लीमेंट्स लेने की सलाह दे सकते हैं ताकि फॉस्फोरस की कमी को पूरा किया जा सके। आज हम बात करने वाले हैं हायपोफॉस्फेटेमिया के लिए फॉस्फोरस सप्लीमेंट (phosphorus supplement for Hypophosphatemia) के बारे में जानें। हायपोफॉस्फेटेमिया के लिए फॉस्फोरस सप्लीमेंट (phosphorus supplement for Hypophosphatemia) कौन से हैं जानिए। उससे पहले हायपोफॉस्फेटेमिया (Hypophosphatemia) किसे कहा जाता है, यह जान लेते हैं।
हायपोफॉस्फेटेमिया क्या है? (Hypophosphatemia)
फॉस्फोरस हड्डियों में पाया जाए वाला वो मिनरल है, जो हमारी हड्डियों और दांतों के लिए जरूरी है। लेकिन, जब किन्हीं कारणों से ब्लड में फॉस्फोरस की मात्रा बहुत कम हो जाती है, तो इस कंडिशन को हायपोफॉस्फेटेमिया (Hypophosphatemia) कहा जाता है। फॉस्फोरस का लो लेवल कई हेल्थ प्रॉब्लम्स का कारण बन सकता है। जिसमें मसल्स का कमजोर होना, सिजर्स, कोमा आदि शामिल हैं। जैसा की आप जानते ही हैं कि यह मिनरल हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में भी मदद करता है। हम फॉस्फोरस को अपने आहार जैसे अंडे, दूध और मीट आदि से प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन. कई बार फॉस्फोरस की अधिक मात्रा कम होने पर डॉक्टर रोगी को सप्लीमेंट लेने के लिए भी कह सकते हैं।
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हायपोफॉस्फेटेमिया के लक्षण (Symptoms of Hypophosphatemia)
माइल्ड हायपोफॉस्फेटेमिया (Mild Hypophosphatemia) से पीड़ित अधिकतर लोग किसी भी तरह के लक्षणों का अनुभव नहीं करते हैं। अधिकतर मामलों में इसके लक्षण तब तक नजर नहीं आते हैं, जब तक खून में फॉस्फेट लेवल बहुत लो न हो जाए। किंतु, इसके सामान्य लक्षण इस प्रकार हो सकते हैं:
- मसल्स का कमजोर होना (Muscle weakness)
- थकावट (Fatigue)
- हड्डी में दर्द (Bone pain)
- बोन फ्रैक्चर (Bone fractures)
- भूख में कमी (Appetite loss)
- सुन्नता (Numbness)
- बेचैनी (Confusion)
- बच्चों में ग्रोथ का धीमा होना और सामान्य हाइट से कम ऊंचाई (Slowed growth and shorter than normal height in children)
- टूथ डीके या बच्चे के दांत देरी से आना (Tooth decay or late baby teeth)
यह तो थे इस समस्या के लक्षण। यह बीमारी होने पर डॉक्टर फॉस्फोरस सप्लीमेंट (phosphorus supplement) को लेने के लिए कह सकते हैं। जानिए बच्चों में हायपोफॉस्फेटेमिया के लिए फॉस्फोरस सप्लीमेंट (phosphorus supplement for Hypophosphatemia) के बारे में विस्तार से।
हायपोफॉस्फेटेमिया के लिए फॉस्फोरस सप्लीमेंट (phosphorus supplement for Hypophosphatemia)
फॉस्फोरस उन लोगों या बच्चों के लिए डायट्री सप्लीमेंट्स के रूप में प्रयोग किया जाता है, जो अपनी नियमित डायट से पर्याप्त फॉस्फोरस को प्राप्त न कर पा रहे हों। उनका पर्याप्त फॉस्फोरस को ग्रहण न कर पाने के पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे कोई बीमारी। फॉस्फेट फॉस्फोरस का ड्रग रूप यानी साल्ट होता है। कई फॉस्फेट्स का उपयोग कई बीमारियों में किया जाता है, जैसे यूरिनरी ट्रैक्ट (Urinary Tract) में कैल्शियम स्टोन को बनने से रोकने के लिए। आइए जानते हैं बच्चों में हायपोफॉस्फेटेमिया के लिए फॉस्फोरस सप्लीमेंट (phosphorus supplement for Hypophosphatemia) कौन से हैं:
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किड्स बोन्स कैल्शियम, फॉस्फोरस & विटामिन D3 सस्पेंशन (Kids Bones Calcium, Phosphorus & Vitamin D3 Suspension)
हायपोफॉस्फेटेमिया के लिए फॉस्फोरस सप्लीमेंट (phosphorus supplement for Hypophosphatemia) में आप इस सप्लीमेंट को आप अपने बच्चे को दे सकते हैं। ऐसी स्थिति जब बच्चों के शरीर में फॉस्फोरस की कमी हो, तो डॉक्टर इस सप्लीमेंट को लेने के लिए कह सकते हैं। लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के इस सप्लीमेंट को अपने बच्चे को देने से बचें। यह सप्लीमेंट आपके बच्चे के विकास के लिए सहायक है। यही नहीं, इससे आपके बच्चे के हड्डियां और दांत मजबूत होंगे। इसके साथ ही उनके मसल्स के विकास में भी मदद मिलेगी। बच्चों की इम्युनिटी बढ़ाने में भी यह सहायक है। इस सप्लीमेंट में मौजूद अन्य मिनरल्स भी बच्चों के विकास में हेल्पफुल हैं।
कैल्शियम, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस एक पावरफुल कॉम्बिनेशन है, जो बच्चों के सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। लेकिन, इस सप्लीमेंट को अपने बच्चे को देने से पहले इसके लेबल पर लिखी इंस्ट्रक्शंस को भी अच्छे से पढ़ें और इसे कितनी मात्रा में अपने बच्चे को देना है इसके बारे में भी डॉक्टर से पता कर लें। अगर इस सप्लीमेंट को लेने के बाद आप अपने बच्चे में किसी भी समस्या का अनुभव करते हैं, तो तुरंत इसे अपने बच्चे को देना बंद कर दें और मेडिकल हेल्प लें। ऑनलाइन इस सप्लीमेंट की कीमत उपलब्ध नहीं है।
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केलकिड-p कैल्शियम फॉस्फोरस, मैग्नीशियम और विटामिन D3 सिरप (Calkid-p Calcium Phosphorus, Magnesium And Vitamin D3 Syrup)
यह तो आप जान ही गए होंगे कि फॉस्फोरस शरीर के लिए एक जरूरी मिनरल है। इसके साथ ही अन्य मिनरल्स जैसे कैल्शियम और विटामिन भी हमारे लिए जरुरी हैं। इस सप्लीमेंट को लेने से आपके बच्चे को लाभ होगा। क्योंकि, अगर बच्चे के शरीर में फॉस्फोरस की मात्रा सही न हो, तो बच्चे का विकास सही से होने में समस्या होती है और उसकी हड्डियां और दांत भी कमजोर होते हैं। ऐसे में आप इस सप्लीमेंट को अपने बच्चे को दे सकते हैं। लेकिन इसे देने से पहले डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन आवश्यक है। यही नहीं इसकी सही डोज के बारे में जानकारी होना भी जरूरी है।
अगर आप इसे अपने बच्चे को सही मात्रा में नहीं देंगे, तो कई नुकसान और साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। अगर आपके बच्चे को एलर्जी है या कोई अन्य गंभीर समस्या है या वो कोई अन्य दवा ले रहा है, तो भी इस सप्लीमेंट को अपने बच्चे को देने से पहले डॉक्टर को इस बारे में बताना बेहद आवश्यक है। यह सप्लीमेंट आपको ऑनलाइन 120 रुपये में मिल जाएगी।
कालोसिप कैल्शियम फॉस्फोरस मैग्नीशियम और जिंक सस्पेंशन (Calocip Calcium Phosphorus Magnesium And Zinc Suspension)
यह सप्लीमेंट भी हायपोफॉस्फेटेमिया (Hypophosphatemia) से पीड़ित बच्चों को दिया जा सकता है। इससे न केवल फॉस्फोरस बल्कि बच्चे को अन्य कई मिनरल्स भी प्राप्त होंगे। जो बच्चे के लिए फायदेमंद हैं। इस सिरप से न केवल आपके बच्चे की हड्डियां और दांत मजबूत होंगे, बल्कि बच्चे का विकास भी सही से होने में मदद मिलेगी। लेकिन, इसे तभी दें अगर डॉक्टर ने इसकी सलाह दी हो। इसके साथ ही बच्चे को इसे देने से पहले इसके बारे में पूरी जानकारी ले लें। क्योंकि सही जानकारी न होने पर यह बच्चे के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है या इसके कई साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
अगर इस सप्लीमेंट को लेने के बाद बच्चे को कोई भी समस्या हो, तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें। इसे अपने बच्चे को देने से पहले डॉक्टर को बच्चे की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में अवश्य बताएं। ऑनलाइन यह सिरप आपको 99 रुपये में मिल जाएगा। हायपोफॉस्फेटेमिया के लिए फॉस्फोरस सप्लीमेंट (Phosphorus supplement for Hypophosphatemia) में आप इसे भी शामिल कर सकते हैं। फॉस्फोरस सप्लीमेंट (phosphorus supplement) के कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं जानिए इसके बारे में।
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फॉस्फोरस सप्लीमेंट के साइड इफेक्ट्स (Side effects of phosphorus supplement)
हायपोफॉस्फेटेमिया के लिए फॉस्फोरस सप्लीमेंट (phosphorus supplement for Hypophosphatemia) के बारे में तो आप जान ही गए होंगे। लेकिन, इसके कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। फॉस्फोरस सप्लीमेंट (phosphorus supplement) के साइड इफेक्ट्स में जी मिचलाना (Nausea), उल्टी आना (Vomiting), डायरिया (Diarrhea), सिरदर्द (Headache), चक्कर आना (Dizziness) या पेट में दर्द (Stomach Ache) आदि शामिल है। अगर, यह साइड इफेक्ट्स गंभीर हों और जल्दी ठीक न हों, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है। अगर डॉक्टर से आपके बच्चे को यह सप्लीमेंट लेने के लिए कहा है, तो इसका अर्थ है कि यह सप्लीमेंट आपके बच्चे के लिए सही है। इस सप्लीमेंट की सलाह जिन लोगों को दी जाती है, उनमें अधिकतर लोगों को इस सप्लीमेंट को लेने के बाद कोई भी साइड इफेक्ट्स का अनुभव नहीं होता है।
कुछ वयस्क जब इस सप्लीमेंट को लेना शुरू करते हैं तो उन्हें पुराने किडनी स्टोन के पास होने की संभावना रहती है। अगर आपमें भी इन सप्लीमेंट्स को लेने के बाद किडनी स्टोन पासिंग (Kidney Stone passing) के लक्षण नजर आते हैं, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। इन लक्षणों में दर्द भरा मूत्र त्याग (Painful urination), लगातार यूरिनेशन (Frequent urination), पेट या पीठ आदि में अचानक और गंभीर दर्द होना, यूरिन में ब्लड आना आदि शामिल हैं।
इसके साथ ही, अगर आपको इस सप्लीमेंट को लेने के बाद कुछ गंभीर लक्षण नजर आते हैं, तो भी तुरंत मेडिकल हेल्प लेना जरूरी है जैसे हड्डियों और जोड़ों में दर्द (Pain in bones and joints), मसल क्रैम्प्स (Muscle cramps), पैरों और एड़ियों में सूजन (Swelling of feet and ankles), अचानक वजन में बढ़ोतरी होना (Sudden weight gain), असामान्य और तेज हार्ट बीट (Abnormal and rapid heartbeat), किडनी प्रॉब्लम (Kidney Problem), सीज़र्स (Seizures), कमजोरी (Weakness), सांस लेने में समस्या (Problem in Breathing) आदि। इस सप्लीमेंट से होने वाले गंभीर एलर्जिक रिएक्शन भी दुर्लभ हैं। लेकिन, अगर आपको कुछ एलर्जिक रिएक्शन भी नजर आते हैं तो भी डॉक्टर से इस बारे में राय लेना आवश्यक है, जैसे रैशेज, खुजली और सूजन, सांस लेने में समस्या आदि।
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यह तो थी हायपोफॉस्फेटेमिया के लिए फॉस्फोरस सप्लीमेंट (phosphorus supplement for Hypophosphatemia) के बारे में जानकारी। हायपोफॉस्फेटेमिया (Hypophosphatemia के माइल्ड मामलों में अक्सर डायट में अधिक फॉस्फोरस को शामिल करके या सप्लीमेंट दे कर सुधार किया जा सकता है। लेकिन, गंभीर मामलों में IV फॉस्फेट ट्रीटमेंट (IV phosphate treatment) की जरूरत होती है। आपके बच्चे को यह सप्लीमेंट देने चाहिए या नहीं और किस मात्रा में देने चाहिए इस बारे में अपने डॉक्टर से अवश्य पूछें। इसके साथ ही आप हमारे फेसबुक पेज पर भी अपने सवालों को पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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