माइंडफुलनेस का अर्थ है अपने विचारों, भावनाओं, शारीरिक संवेदनाओं और आसपास के वातावरण के बारे में हर पल जागरूक रहना। माइंडफुलनेस में यह स्वीकार करना भी शामिल है कि हम अपने विचारों और भावनाओं को बिना जज किए देखते हैं और वैसे ही स्वीकार करते हैं। इस आर्टिकल में इस बारे में जानकारी दी जा रही है कि पेरेंट्स के लिए माइंडफुलनेस (Mindfulness) के फायदे क्या हैं। साथ ही वे पेरेंटिंग में कैसे मददगार हैं।
माइंडफुलनेस क्या है? (What is mindfulness)
जब हम अपने विचारों पर ज्यादा सोचे बिना विश्वास करते हैं। जैसे एक ही पल में तय कर लेना कि सोचने या महसूस करने का तरीका सही है या गलत। जब हम माइंडफुलनेस का अभ्यास करते हैं, तो हमारे विचार अतीत या भविष्य की कल्पना करने के बजाय वर्तमान में हम क्या कर रहे हैं इस पर फोकस होते हैं।
माइंडफुलनेस यह एक बहुत ही सीधा शब्द है। यह बताता है कि आपका दिमाग समझ रहा है कि आप क्या कर रहे हैं। आपका दिमाग हर उस स्थान पर एक्टिव है जहां आप हैं और आप जो भी कुछ कर रहे हैं। हमारा दिमाग अलग-अलग मुद्दों के बारे में सोचता है। दिमाग सोच में इतना खो जाता है कि अपने शरीर से संपर्क खो देता है। बहुत जल्द हम किसी ऐसी चीज के बारे में सोचने लगते हैं, जो अभी-अभी हुआ है या हम भविष्य के बारे में सोचने लगते हैं और यही हमें परेशान करता है।
नए माता-पिता के लिए माइंडफुलनेस (Mindfulness for new parents)
एक नए माता-पिता होने के नाते आपके लिए माइंडफुलनेस का अभ्यास करने का यह बिल्कुल सही समय है। चूंकि आपका दिमाग इस वक्त अलग तरह से चीजें महसूस करता है। इसके अलावा शारीरिक संवेदनाओं को समझना क्योंकि आप अपना ज्यादा समय सिर्फ अपने बच्चे के साथ व्यस्त रहते हैं, फिर चाहें उनको पकड़ना हो या उसका डायपर बदलना हो या कोई और काम हो। हम आपको कुछ एक्टिविटीज बताएंगे जिससे नए माता-पिता माइंडफुलनेस का अभ्यास कर सकते हैं।
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माइंडफुलनेस के फायदे (Benefits of mindfulness)
माइंडफुलनेस के फायदे निम्न हैं।
- तनाव को दूर करता है (Relieving stress)
- याद करने की शक्ति में सुधार (Improve memory)
- फैसले लेने की क्षमता में इजाफा (Increased decision-making capability)
- एक-दूसरे को समझने की क्षमता बढ़ता है (Increases ability to understand each other)
- एकाग्रता को बढ़ता है (Increases concentration)
- हाइपर-एक्टिविटी कम होना (Decreased hyper-activity)
- नींद का बेहतर होना (Improved sleep)
- गुस्सा के कंट्रोल करता है (Controls anger)
- भावनात्मक स्टैबिलिटी होना (Emotional stability)
- शांति और खुशी का अहसास बढ़ना (Feeling of peace and happiness)
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माइंडफुलनेस के तरीके (Types of Mindfulness)
- सांस पर ध्यान देना (Mindful Breathing)
- विचारों पर ध्यान देना (Mindful Drawing)
- शरीर के खिंचाव पर ध्यान देना (Mindful Body Stretching)
- ध्यान देकर सुनना (Mindful Listening)
- ध्यान देकर देखना (Mindful Seeing)
ब्रीदिंग (Breathing)
हां, आप पहले से ही ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आप समय-समय पर अपने बच्चे के सांस लेने पर भी ध्यान देते रहते हैं। जिस समय बच्चा सो रहा होता है हर माता-पिता के पास यही खाली समय होता है। इस वक्त वह अपनी सांस को महसूस कर सकते हैं। आप इस वक्त अपने सांस लेने के तरीके पर भी ध्यान दे सकते हैं। आपकी सांस हर पल आपका साथ देती है, आपको पोषण देती है और बिना ज्यादा कोशिशों के आपको जिंदा रखने में मदद करती है। आपको अपने सांस लेने के तरीके में बदलाव करने की जरुरत नहीं है, आपको गहरी सांस लेने की जरुरत नहीं है और आपको इसे ठीक करने की भी जरुरत नहीं है। आप इसे केवल महसूस कर सकते हैं। बस अपनी सांस को नोटिस करें। इससे आपको अच्छा एहसास होगा और शांति और सुकून मिलेगा।
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वॉकिंग (Walking)
वॉक करते हुए अपने पैरों को जमीन पर महसूस करें, महसूस करें कि आपके नीचे की जमीन आपको पकड़ने की कोशिश कर रही है। अपने अगले कदम की शुरुआत करते हुए इसको बीच में और अंत में ध्यान से देखें। अपने कदमों के बीच थोड़ा रुकें। अलग-अलग गति से चलें और इसे महसूस करने की भी कोशिश करें। अपने पैरों के लिए खुद को सवेंदनशील बनाएं। हर वक्त आपके दिमाग में अलग-अलग तरह के विचार चलते रहते हैं, जिनसे दूर जाने के लिए थोड़ा वॉक करें। इस वॉक के दौरान अपने बारे में सोचें। उस वातावरण को महसूस करें और आनंदित हो।
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अपने दांतों ब्रश करना/नहाना/खाना
ब्रश करना, नहाना या खाना आप हर रोज करते हैं। आपको अपनी रोजमर्रा की चीजों को बस नोटिस करना है। खाना आपकी जरूरत है इसे याद रखें। जब भी आपके पास समय हो तो कुछ पौष्टिक खाएं। अब वो चाहें स्पनपान कराने वाली कुकीज हो या केवल मिठाई हो। अपने खाने को नोटिस करें। ध्यान दें कि आप निगलने से पहले कितनी बार चबाते हैं, इसका टेक्सचर क्या है और कितना स्वादिष्ट है। जब आप स्नान करते हैं, तो अपनी त्वचा पर पानी को महसूस करें, साबुन की खुशबू को अपनी सांस में लें। जब आप अपने दांतों को ब्रश करते हैं, तो अपने मुंह में टूथब्रश को महसूस करें, टूथपेस्ट का स्वाद लें। अपने हर एक काम को आराम से समय लेकर और महसूस करके करें। इस तरीके पर आपको हंसी आ सकती है, लेकिन एक बार ट्राय करके देखें।
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मंत्र (Mantra)
मंत्र सुनने में अच्छे लगते हैं और साथ ही मन को भी सुकून देते हैं। एक मंत्र क्या है? यह शब्द संस्कृत से आया है और इसका शाब्दिक अर्थ है “विचार का एक साधन।” अक्सर, एक शब्द, प्रार्थना, जिसे एकाग्रता या फोकस की वस्तु की तरह दोहराया जाता है। इसका आध्यात्मिक होना जरूरी नहीं है। वास्तव में, पहले से ही कई मंत्र पूरे दिन हमारे सिर से गुजर रहे हैं, बस अभी वे हमारी बहुत मदद नहीं कर रहे हैं। हम सभी में नकारात्मक विचार है, ऐसे विचार जो बिना किसी जागरूकता के हमारे दिमाग से गुजरते हैं जो विश्वास या भय को दर्शाते हैं, जिनको हम सोचना छोड़ सकते हैं। यह जरूरी नहीं कि किसे किस मंत्र से सहायता मिले, लेकिन उन्हें पहचानने में थोड़ा समय लें। मंत्र में बहुत शक्ति होती है उस शक्ति को महसूस करें।
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हम आशा करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में पेरेंट्स में माइंडफुलनेस के बारे में जरूरी जानकारी दी गई है। उम्मीद है कि आपको माइंडफुलनेस के फायदे समझ आ गए होंगे। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से मदद लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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