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बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज की स्थिति समझना है जरूरी, मिल सकती है आपके बच्चे को मदद!

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Sayali Chaudhari · फार्मेकोलॉजी · Hello Swasthya


Toshini Rathod द्वारा लिखित · अपडेटेड 08/11/2021

    बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज की स्थिति समझना है जरूरी, मिल सकती है आपके बच्चे को मदद!

    जिस तरह वातावरण में प्रदूषण और उससे जुड़ी समस्याएं बढ़ रही है, उसी तरह लोगों में रेस्पिरेट्री समस्याएं भी बढ़ रही है। लेकिन वातावरण में मौजूद इस प्रदूषण की वजह से जिन्हें सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है वह हैं बच्चे। बच्चों में धीरे धीरे प्रदूषण की वजह से रेस्पिरेट्री समस्याएं गंभीर होती चली जा रही हैं। यह समस्याएं बच्चों के फेफड़ों को तो नुकसान पहुंचा ही रही है, साथ ही साथ यह उनके अंदरूनी अंगों को भी तकलीफ दे रही है। आज हम बात करने जा रहे हैं बच्चों में लंग्स से संबंधित ऐसी गंभीर समस्या के बारे में, जो उनके लिए जान का जोखिम भी खड़ा करा कर सकती है। हम बात कर रहे हैं बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage) के बारे में। बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage in children) एक गंभीर समस्या मानी जा रही है, जो वर्तमान में आम तौर पर होती हुई दिखाई दे रही है। इसलिए इस समस्या से जुड़ी जानकारी होना हर माता-पिता के लिए जरूरी है। आइए जानते हैं बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज से जुड़ी जरूरी बातें क्या हैं।

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    क्या है बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage in children) का होना?

    बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage in children) को दो भागों में बांटा जा सकता है। पल्मोनरी अर्थात लंग से संबंधित और हेमरेज अर्थात ब्लीडिंग। इससे साफ पता चलता है कि बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज का अर्थ है लंग्स में होने वाली ब्लीडिंग। बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज एक रेयर कंडिशन मानी जाती है। यह समस्या तब होती है जब लंग्स में मौजूद एयरवेज की ब्लड वेसल्स से ब्लड का रिसाव शुरू हो जाता है। बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज की समस्या हर एज ग्रुप के बच्चे को हो सकती है। यह समस्या शुरुआत में धीरे-धीरे शुरू हो सकती है, जो लंबे समय तक बच्चे क शरीर में मौजूद रहती है और समय पर इसका इलाज न करवाने पर यह बच्चे के लिए जान का जोखिम भी खड़ा कर सकती है। जो शिशु कम वजन के साथ पैदा होते हैं या जन्म के साथ ही कई समस्याओं के शिकार होते हैं, उन बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage) की समस्या और भी गंभीर मानी जाती हैं। ऐसी स्थिति में उन्हें इंटेंसिव केयर या वेंटिलेशन की भी जरूरत पड़ सकती है। लेकिन बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज की समस्या के क्या कारण हो सकते हैं? आइए जानते हैं इससे जुड़े कारणों के बारे में।

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    क्या हो सकते हैं बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज के कारण? (Causes of Pulmonary hemorrhage in children)

    बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage in children)  से जुड़े कई कारण हो सकते हैं, जिनमें आमतर पर छोटे बच्चों और शिशुओं में यह समस्या देखी जाती है। हालांकि हर बच्चा अलग-अलग कंडिशन के साथ आता है, इसलिए कई बार डॉक्टर इसके कारणों का पता नहीं लगा पाते। जब इसके कारणों का पता नहीं चलता, तो इस स्थिति को इडियोपेथिक पल्मोनरी हेमरेज का नाम दिया जाता है। ऐसी स्थिति में बच्चों की सेहत को बेहतर बनाना डॉक्टरों के लिए और भी चुनौतीपूर्ण साबित होता है।

    बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage) की समस्या में ब्लीडिंग अलग-अलग जगह से हो सकती है। इससे लंग्स के अलग-अलग भाग प्रभावित होते हैं। इसलिए लंग्स के अलग-अलग भागों से हो रहे रिसाव के अंतर्गत इसके कारणों का पता लगाया जा सकता है। आइए बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage in children)  की स्थिति को बेहतर रूप से समझते हैं।

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    यदि ब्लीडिंग लंग्स के एक ही भाग से हो रही हो, तो इस स्थिति को लोकलाइस्ड पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage) का नाम दिया जाता है। इसके कारण कई तरह के हो सकते हैं, जैसे –

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    वहीं यदि बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage in children)  की स्थिति के अंतर्गत लंग के अलग-अलग भागों से ब्लीडिंग हो रही हो, तो इस स्थिति को डिफ्यूज बिल्डिंग कहा जाता है। डिफ्यूज ब्लीडिंग की वजह से बच्चे के लंग्स में सूजन हो सकती है, जिसे तुरंत ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ती है। यदि बच्चे के लंग्स में सूजन दिखाई देती है, तो इसके कई कारण हो सकते हैं, जिसमें –

    • इडियोपेथिक पल्मोनरी हेमोसाइडरोसिस
    • बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन से जुड़े कॉम्प्लिकेशन
    • पल्मोनरी हायपरटेंशन

    यह सभी स्थितियां इसका कारण बन सकती हैं। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से जल्द से जल्द संपर्क करके समस्या को समझना और इसका ट्रीटमेंट कराना जरूरी माना जाता है। लेकिन इस समस्या को पहचानने के लिए आप को बच्चों में कुछ तरह के लक्षणों पर ध्यान देने की जरूरत पड़ती है। बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage) की समस्या के साथ कुछ लक्षण जुड़े हुए होते हैं। आइए जानते हैं बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage in children)  के लक्षणों के बारे में।

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    बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage in children)

    बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज के क्या लक्षण नजर आ सकते हैं? (Symptoms of Pulmonary hemorrhage in children)

    बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage) की समस्या काफी गंभीर मानी जाती है। ऐसी स्थिति में इससे जुड़े लक्षणों को पहचानना माता-पिता के लिए जरूरी होता है। यदि बच्चे के नाक या मुंह से अचानक रक्त का रिसाव हो, तो समस्त के गंभीर होने का यह लक्षण हो सकता है। साथ ही साथ यदि बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हो रही हो, तो आपको कुछ लक्षणों पर ध्यान देने की जरूरत पड़ती है, जैसे –

  • बुखार होना
  • वजन कम होना
  • एक्सरसाइज के दौरान सांस लेने में दिक्कत होना
  • कमजोरी महसूस करना
  • यह सभी लक्षण बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage in children) की ओर इशारा करते हैं। इसलिए इन लक्षणों पर ध्यान देकर माता-पिता को तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इसके अलावा एक लक्षण जो आमतौर पर माता-पिता को परेशान कर सकता है, वह है कफ के साथ ब्लड आना। दरअसल जब बच्चों में खांसी की समस्या होती है, तो उनके कई अंदरूनी अंग प्रभावित होते हैं। आमतौर पर बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज की समस्या में कफ में ब्लड आने की तकलीफ हो सकती है। यदि बच्चे को लगातार खांसी हो रही है या कफ की समस्या है, तो ब्लड लंग्स के अलावा अन्य अंगों से भी आ सकता है, जिसमें नाक और गट भी शामिल हैं। जब बच्चे के लंग्स से ब्लीडिंग होती है, तो इसका रंग ब्राइट रेड होता है। इसके साथ ही बच्चों को गले में टिंग्लिंग की समस्या भी हो सकती है और छाती से घबराहट की आवाज आ सकती है। ऐसी स्थिति में बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage) की समस्याओं की संभावना होती है। इसलिए जल्द से जल्द डॉक्टर को डॉक्टर से संपर्क करना माता-पिता के लिए जरूरी हो जाता है। आइए अब जानते हैं बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज की समस्या को किस तरह पहचाना जा सकता है।

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    बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज की समस्या का क्या है निदान? (Diagnosis Pulmonary hemorrhage in children)

    बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage in children) की समस्या अपने आप में एक बड़ी और गंभीर समस्या मानी जा सकती है, जिसका समय पर निदान ना करके इसका ट्रीटमेंट शुरू होने में देर हो सकती है। जिसका सीधा प्रभाव बच्चे की सेहत पर पड़ता है। जब आप बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage) की समस्या से जुड़े लक्षणों को देखते हैं, तो डॉक्टर कुछ तरह के टेस्ट प्रिस्क्राइब कर सकते हैं, जिसमें –

    जैसे टेस्ट शामिल होते हैं। इन टेस्ट के जरिए डॉक्टर आपके लंग्स की स्थिति को पहचान कर जानकारी लेते हैं और आपके लक्षणों के आधार पर बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage) की समस्या को सुलझाने का प्रयत्न करते हैं। बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage in children) की स्थिति का निदान होने के बाद आपको जल्द से जल्द ट्रीटमेंट शुरू करने की जरूरत पड़ती है। आइए जानते हैं बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज से जुड़े ट्रीटमेंट से जुड़ी ये बातें।

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    बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज का ट्रीटमेंट कैसे किया जाता है? (Treatment of Pulmonary hemorrhage in children)

    बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage in children) की स्थिति को ठीक करने के लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि बच्चे के लंग्स में होने वाली बिल्डिंग कितनी सीवियर है। साथ ही इसके पीछे असल कारण क्या है। यदि बच्चे के लंग्स में जरूरत से ज्यादा ब्लीडिंग हो रही है, तो इस स्थिति में डॉक्टर तुरंत बच्चे का इलाज कर सकते हैं। जिससे बच्चा आसानी से सांस ले सके और ब्लड लॉस ना हो। इसके लिए बच्चे को वेंटिलेशन या ब्लड ट्रांसफ्यूजन की भी जरूरत पड़ सकती है।

    दूसरी स्थिति में यदि बच्चा बच्चे के लंग्स से कम ब्लड का रिसाव हो रहा हो, तो इसके पीछे के कारण को समझना जरूरी माना जाता है। ऐसी स्थिति में आमतौर पर डॉक्टर एंबोलाइजेशन और सर्जरी की मदद ले सकते हैं। इस ट्रीटमेंट से ब्लड वेसल्स को ब्लॉक किया जाता है, जिससे ब्लड का रिसाव रोका जा सके। आमतौर पर बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage in children) के यह ट्रीटमेंट कारगर साबित होते हैं। लेकिन अलग-अलग बच्चों में अलग-अलग तरह की कंडिशन देखी जाती है। इसलिए बच्चा ट्रीटमेंट के प्रति ठीक तरह से रिस्पोंड कर रहा है या नहीं, यह जानना जरूरी है।

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    बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage in children) की समस्या एक गंभीर समस्या मानी जाती है। इस स्थिति को समय रहते पहचानना और इसका ट्रीटमेंट शुरू करना बेहद जरूरी होता है। इसलिए बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज से जुड़े लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और समय रहते बच्चे की स्थिति को समझने की कोशिश करना चाहिए। जिससे बच्चा बच्चों में पल्मोनरी हेमरेज (Pulmonary hemorrhage) की स्थिति को संभाला जा सके।

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