एक साल तक के बच्चों को लिक्विड डायट अधिक दी जाती है। बच्चे जैसे-जैसे बड़े होते हैं, वैसे-वैसे उन्हें दिए जाने वाले आहार (Food) में बदलाव लाना चाहिए। दो साल तक के बच्चे को एक दिन में सामान्यतः तीनों वक्त की हेल्दी डायट देनी चाहिए। कई बार बच्चे खाना पसंद नहीं करते हैं लेकिन, उन्हें खिलाना चाहिए। पर इसका मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि आप उसके साथ जबरदस्ती करें। इस लेख में दो साल के बच्चे की डायट (2 year old baby diet) के बारे में जानते हैं।
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दो साल के बच्चे की डायट (2 year old baby diet) : बच्चे की थाली में जरूर हो ये पोषक तत्व
बच्चे जैसे-जैसे बड़े होते है वैसे-वैसे खाने के प्रति उनकी रुचि बदलने लगती है। इसके लिए पेरेंट्स को ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे की प्लेट में सभी पोषक तत्व मौजूद हो। बच्चे की प्लेट में ये चार फूड ग्रुप होना ही चाहिए।
- मीट, मछली, चिकन, अंडे
- दूध, चीज और दूध से निर्मित अन्य पदार्थ
- फल और सब्जियां
- अनाज, आलू, चावल, दालें
जरूरी नहीं है कि ये दिन के चारों वक्त के भोजन में हो। लेकिन, दो वक्त के मील में इन सभी चीजों को जरूर शामिल करें। यदि आपका बच्चा हमेशा इस चार्ट को फॉलो न कर रहा हो तो टेंशन न लें। कई टॉडलर्स कुछ खाद्य पदार्थों को खाने में आनाकानी करते हैं। वहीं कुछ केवल एक या दो पसंदीदा खाद्य पदार्थ खाने पर जोर देते हैं। जितना अधिक आप अपने बच्चे के साथ खाने पीने की चीजों पर दबाव बनाएंगी उतना ही वह खाने से दूर भागेगा।
अपने बच्चे के सामने हमेशा खाने पीने के कई सारे ऑप्शन रखें और उन्हें उनमें से उनकी पसंद की चीज खाने को बोलें। इसस वह खुद बैलेंस डायट लेने की तरफ बढ़ेगा। इसके साथ ही बच्चे को अंगुलियों के बजाए चम्मच से खाने की आदत डालें। स्वच्छता के साथ बच्चे को पोषण दें।
इन चीजों को बनाएं डायट का हिस्सा (2 years old child diet)
टॉडलर्स बढ़ने और खेलने के लिए बहुत अधिक ऊर्जा का उपयोग करते हैं। बच्चों को नाश्ता, लंच और डिनर तो करना ही चाहिए। इसके साथ ही दो साल के बच्चे की डायट (2 year old baby diet) में स्नैक्स को भी शामिल करना चाहिए। लेकिन स्नैक्स हेल्दी फूड होना चाहिए। स्नैक्स में आप उन्हें सेब, केला, नाशपाती, चेरी, अंगूर, प्लम, ओरेंज, स्ट्रॉबेरी आदि दे सकते हैं। इसके अलावा आप ड्राय फ्रूट खिला सकते हैं अपने बच्चे को।
ड्राय फ्रूट में आप अखरोट, खुबाी, खजूर, किशमिश या क्रैनबेरी दे सकते हैं। सब्जियों में आप उन्हें स्टीम ब्रोकली, उबले हुए मटर, एवोकैडो या स्वीट पोटेटो को काटकर दे सकते हैं। डेयरी प्रोडक्ट्स में आप ग्रेट किया हुआ पनीर, योगर्ट, मिल्क दे सकते हैं।
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दो साल के बच्चे की डायट: बच्चे को दूध देना न करें बंद (Do not stop giving milk to the baby)
बच्चा जन्म से ही दूध पीता है। लेकिन, जब वह बड़ा हो जाता है तो भी उसके दूध पीने की आदत को बरकरार रखें। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के अनुसार दो साल तक के बच्चे को वसा युक्त दूध दिया जा सकता है। लेकिन, पेरेंट्स को ध्यान रखना होगा कि बच्चे को उसके स्वास्थ्य के अनुसार ही दूध देना चाहिए। यानी कि बच्चा अगर मोटा है तो कोशिश करें कि उसे वसा रहित दूध (Skimmed Milk) दें। अगर बच्चा दुबला-पतला है तो उसे वसा युक्त मिल्क दे सकते हैं।
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दो साल के बच्चे की डायट: दो साल के बच्चे के लिए सैंपल मेन्यू चार्ट (Sample Menu chart)
भोजन का समय | आहार |
सुबह का नाश्ता (Breakfast) | आधा कप दूध+ आधा कप आयरन फोर्टिफाइड अनाज या एक अंडा+ ⅓ कप फल+ आधा गेंहू से बना टोस्ट+ आधा चम्मच मक्खन या जेली |
स्नैक्स (Snacks) | चीज़ के साथ चार क्रैकर या आधा कप फल+ आधा कप पानी |
दोपहर का खाना (Lunch) | आधा कप दूध+ मीट या सब्जियों से बनी आधी सैंडविच+ दो से तीन कटा हुआ गाजर+ आधा कप ओटमील |
शाम का स्नैक्स (Evening Snacks) | आधा कप दूध+ आधा सेब+ ⅓ कप अंगूर+ आधा संतरा |
रात का खाना (Dinner) | आधा कप दूध+ एक या दो चम्मच मीट+ ⅓ कप पास्ता, चावल या आलू+ दो चम्मच सब्जियां |
नोट : ये सैंपल मेन्यू लगभग 10 से 12 किलोग्राम वजन के बच्चे के लिए है।
इन सभी चीजों के अलावा आप बच्चे को विटामिन भी दें। साथ ही आयरन, पोटैशियम और कैल्शियम युक्त भोजन भी कराएं। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के मुताबिक 12 महीने से ऊपर के बच्चे को हर रोज 400 IU (International Unit) विटामिन-डी की जरूरत होती है। अगर बच्चे को विटामिन डी की जरूरी मात्रा नहीं मिलेगी तो उसे रिक्ट्स (Rickets) होने का खतरा रहता है। इस रोग में बच्चे की हड्डियां मुलायम और कमजोर हो जाती हैं।
बढ़ती उम्र के बच्चे पैक्ड स्नैक्स खाना ज्यादा पसंद करते हैं। बच्चे की जिद पर पेरेंट्स भी बच्चे को अनहेल्दी स्नैक्स दिला देते हैं। पेरेंट्स को ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे को कोई ऐसी चीजें खाने में ना दें जो उसकी उम्र के हिसाब से सही नहीं हो। इसलिए उनके खाने का खास ध्यान माता-पिता को देना चाहिए। आइए जानते हैं बच्चों को किन चीजों से दूर रखना चाहिए:
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दो साल के बच्चे की डायट में नहीं होनी चाहिए ये चीजें (things should not be in the diet of a two year old child)
दो साल की उम्र में आपका बच्चा खाने के लिए चम्मच का इस्तेमाल करने लगता है। बच्चा एक हाथ से पानी पीने लगता है और खुद से खाना खाने लगता है। हालांकि वो अभी भी खाने को चबाना और निगलना सीख रहा होता है। कई बार बच्चा जल्दी जल्दी खाना खा लेता है जिससे उसके गले में खाना अटक सकता है। नीचे कुछ ऐसी खाने पीने की चीजों के बारे में बताया गया है जो दो साल के बच्चे को नहीं देनी चाहिए:
- बर्गर (बर्गर को जब तक आप चार टुकड़ों में न कट कर दें तब तक बच्चे का खाने के लिए न दें)
- पीनट बटर के दाने ( ब्रेड पर आप पीनट बटर की लेयर लगाकर दे सकते हैं, लेकिन दाने वाले पीनट बटर का इस्तेमाल न करें)
- नट्स खासतौर से पीनट
- रॉ चेरी न दें। इसका बीज बच्चे के गले में फंस सकता है
- राउंड एंड हार्ड कैंडी
- चुइंगम
- गाजर, सेलेरी, बींस
- पॉपकॉर्न
- पंपकीन और सनफ्लावर सीड
- चेरी टोमेटो
- किसी भी सब्जी या फल का बड़ा टुकड़ा देने से बचें
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दो साल के बच्चे की डायट: खाने की अच्छी आदत डालने में मदद करेंगी ये टिप्स
माता पिता को बच्चों में शुरू से ही हेल्दी आदतें डालने का प्रयास करना चाहिए। इसके लिए निम्नलिखित बातों आपकी मदद कर सकती हैं:
- दो साल के बच्चे की डायट (2 year old baby diet) तय करने से पहले बच्चे का खाने का एक समय निर्धारित करें। उनका एक टाइम टेबल बना दें। रोजाना उन्हें उनके टाइम टेबल के अनुसार समय पर भोजन सर्व करें।
- बच्चे को जंक फूड और शुगर युक्त चीजों से दूर रखें। इसकी बजाय उन्हें पौष्टिक चीजों का सेवन कराएं।
- खाने का समय हो रहा हो तो उससे पहले कभी भी बच्चे को भारी स्नैक्स, पानी या कोई ड्रिंक न दें।
दो साल के बच्चे की डायट (2 Year old baby diet) कैसी हो ये तो आप जान ही गए होंगे, लेकिन इसके साथ ही माता पिता को उन्हें जंक फूड से दूर रखना है। यही वो उम्र होती है जब बच्चे में टेस्ट डेवलप होता है। पहले साल में तो वह लिक्विड डायट पर होता है। इसलिए इसे लाइटली न लें। आप जैसी आदत बच्चों में डालेंगे आगे चलकर उनकी खानपान की आदत इसी बात पर निर्भर करेगी। दो साल के बच्चे का खाना पोषक तत्वों से भरपूर होना चाहिए इस बात का ध्यान रखें।
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