गॉलब्लैडर क्लीन्स (Gallbladder cleanse) एक प्रकार की डायट है, जिसको गॉलस्टोन्स का सामना कर रहे लोगों के लिए डिजाइन किया गया है। कुछ लोग इसे गॉलब्लैडर स्टोन क्लीन्स या लिवर फ्लश (Liver Flush) भी कहते हैं। गॉलस्टोन (Gallstone) एक प्रकार का सख्त डिपोजिट होता है जो गॉलब्लैडर में डेवलप हो जाता है और दर्द, जी मिचलाना और उल्टी का कारण बनता है अगर ये गॉलब्लैडर डक्ट (Gallbladder duct) को ब्लॉक कर देता है। गॉलब्लैडर लिवर के द्वारा बनाए गए बाइल (Bile) को स्टोर करता है। यह फ्लूइड खाने को पचाने में मदद करता है। अगर गॉलब्लैडर में स्टोन डेवलप हो जाता है, तो यह एब्डोमिन में दर्द का कारण भी बन सकता है। ऐसे केस में डॉक्टर्स अक्सर गॉलब्लैडर को सर्जरी के जरिए हटाने की सलाह देते हैं, लेकिन कुछ लोग सर्जरी की जगह गॉलब्लैडर क्लीन्स का सहारा लेते हैं। कुछ रिसर्च में गॉलब्लैडर क्लीन्स को अल्टरनेटिव मेडिकल ट्रीटमेंट्स का प्रभावकारी बताया है।
गॉलब्लैडर क्लीन्स (Gallbladder cleanse)
कुछ नैचुरल और ऑल्टरनेटिव मेडिसिन चिकित्सक गॉलब्लैडर क्लीन्स (Gallbladder cleanse) समर्थन करते हैं। गॉलब्लैडर क्लीन्स (Gallbladder cleanse) ने गॉलब्लैडर स्टोन्स स्टूल के जरिए निकल जाता है। अगर ऐसा होता है तो गॉलस्टोन के लक्षणों में राहत मिलती है और मरीज सर्जरी से बच सकता है। गॉलब्लैडर क्लीन्स के कई प्रकार हैं। यहां हम आपको प्रमुख प्रकारों के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
और पढ़ें: Gallbladder polyp: क्या गॉलब्लैडर पॉलिप कैंसर को दे सकता है दावत?
लेमन जूस और ऑलिव ऑयल (Lemon Juice and olive oil)
गॉलब्लैडर क्लीन्स के इस मेथड में 12 घंटे खाना नहीं खाते हैं और उसके बाद शाम 7 बजे 4 चम्मच ऑलिव ऑयल (Olive oil) और एक चम्मच लेमन जूस (Lemon juice) पीना होता है। ऐसा हर 15 मिनट में एक बार और टोटल 8 बार करना होगा।
एप्पल जूस और वेजिटेबल जूस (Apple Juice and vegetable juice)
इस मेथड में शाम को 5 बजे तक एप्पल जूस (Apple juice) और सब्जियों का जूस पीना होता है। पांच बजे के बाद 18 एमएल ऑलिव ऑयल और 9 एमएल लेमन जूस हर 15 मिनट पर पीना होता है। कई लोग ऑलिव ऑयल और नींबू पानी पीने के साथ ही बॉवेल मूवमेंट (Bowel Movement) को प्रोत्साहित करने के लिए एनिमा का उपयोग करते हैं। गॉलब्लैडर क्लीन्स (Gallbladder cleanse) के लिए बताई गई ये विधियां स्टूल पासिंग को बढ़ावा देती हैं। साथ ही ये डायरिया का कारण भी बन सकती हैं।
सिंहपर्णी (Dandelion)
सिंहपर्णी का यूज गॉलब्लैडर, लिवर और बाइल डक्ट प्रॉब्लम्स का इलाज करने के लिए होता है। इसकी कड़वी जड़ें बाइल प्रोडक्शन को स्टिम्युलेट करती हैं। कई लोग गॉलब्लैडर स्टोन्स (Gallbladder stones) को हटाने के लिए सिंहपर्णी की चाय या कॉफी पीते हैं। हालांकि इसकी प्रभाविता को साबित करने वाले एविडेंस की कमी है। गॉलस्टोन्स, गॉलब्लैडर या किडनी से जुड़ी किसी भी प्रकार की परेशानी से डॉक्टर की सलाह ही बेस्ट ऑप्शन है।
और पढ़ें: गॉल्स्टोन के लिए घरेलू नुस्खे में शामिल करें 5 🥣 चीजें और ये🧘🏻♀️ योगासन!
एप्पल साइडर विनेगर और एप्पल जूस (Apple cider vinegar and apple juice)
कुछ लोगों का मानना है कि एप्पल का जूस गॉलस्टोन्स को सॉफ्ट करने का काम करता है। जिससे यह बॉडी से आसानी से बाहर निकल जाते हैं। वहीं कुछ लोग एप्पल साइडर विनेगर के साथ ऑलिव ऑयल को भी मिक्स करते हैं। क्योंकि ऑलिव ऑयल लैक्सेटिव (Laxative) की तरह काम करता है। हालांकि किसी प्रकार की स्टडी इस ट्रीटमेंट का सपोर्ट नहीं करती। डायबिटीज (Diabetes), स्टमक अल्सर (Stomach ulcer) और हायपोग्लासिमिया के मरीजों को अधिक मात्रा में जूस का सेवन डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए।
ईसबगोल (Psyllium husk)
ईसबगोल एक सॉल्यूबल फाइबर (Soluble fiber) है। रिसर्च में इस बात का दावा किया गया है कि यह हार्ट, पैंक्रियाज और बॉडी के दूसरे अंगों के लिए फायदेमंद है। एनसीबीआई में छपी एक स्टडी के अनुसार ईसबगोल की भूसी कोलेस्ट्रॉल गॉलस्टोन्स को बनने से रोकने में मदद कर सकती है। 1999 में हुए एक और स्टडी में इस बात की पुष्टि की गई है।
आट्रीचोक (Artichoke)
एनसीबीआई में छपी एक स्टडी के अनुसार (Artichoke) का सत्व बाइल प्रोडक्शन (Bile Production) को स्टिम्युलेट करने का काम करता है। साथ ही यह गॉलब्लैडर और लिवर के फंक्शन में सहायता करता है। हालांकि इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि यह गॉलस्टोन्स पर असर करता है। रिसर्च में आट्रीचोक के सत्व से निमार्ण सप्लिमेंट्स को काफी प्रभावी पाया गया। इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
और पढ़ें: Gallbladder Stone Surgery : गॉलब्लेडर स्टोन सर्जरी क्या है?
गॉलब्लैडर क्लीन्स के साइड इफेक्ट्स क्या हैं? (Gallbladder cleanse Side effects)
गॉलब्लैडर क्लीन्स के साइड इफेक्ट्स इसकी रेसिपी पर डिपेंड करते हैं, जिसका उपयोग क्लीन्स के लिए किया गया है। कई लोग ऑलिव ऑयल का उपयोग क्लीन्स के लिए करते हैं। अधिक मात्रा में इसका उपयोग करने पर यह लैक्सेटिव इफेक्ट दिखा सकता है। कई लोग गॉलब्लैडर क्लीन्स (Gallbladder cleanse) मेथड का उपयोग करने के बाद डायरिया, उल्टी और जी मिचलाने जैसे साइड इफेक्ट्स का अनुभव करते हैं। इसके दूसरे साइड इफेक्ट्स क्लीन्स के लिए उपयोग की जाने वाली हर्ब्स या दूसरे इंग्रीडिएंट्स पर आधारित होते हैं।
गॉलब्लैडर स्टोन्स (Gallbladder stones) को होने से कैसे रोका जा सकता है?
गॉलब्लैडर क्लीन्स को लेकर अभी और रिसर्च की आवश्यकता है। यह स्टोन्स को हटाने के कुछ घरेलू नुस्खें हैं। जिनको अपनाया जा सकता है, लेकिन डॉक्टर की सलाह पर, लेकिन इनके अलावा कुछ ऐसे टिप्स हैं जिनका ध्यान अगर रखा जाए तो गॉलस्टोन्स को होने से रोका जा सकता है और गॉलब्लैडर को हेल्दी रखा जा सकता है। जैसे:
- फाइबर युक्त फूड (Fiber food) का सेवन करें।
- हेल्दी फैट जैसे कि ऑलिव ऑयल (Olive Oil) को डायट में शामिल करें।
- हाय फैट फूड्स (High Fat) जो कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) को बढ़ाने का काम करते हैं जैसे कि फ्रायड फूड्स, केक्स और कुकीज इन्हें अवॉयड करें।
- मील्स को स्किप न करें। हम जब भी खाते हैं गॉलब्लैडर बाइल (Bile) को रिलीज करता है। मील स्किप करने पर यह जूस बिल्ड अप हो जाता है और गॉलब्लैडर में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बढ़ा देता है और वैक्सी फैट गॉलस्टोन्स में कंवर्ट हो जाता है।
- होल ग्रेन फूड्स (Whole grain food) का सेवन करें। ये बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने के साथ ही यह गॉलस्टोन को आपसे दूर रखेगा।
- वजन को संतुलित रखें। एक स्टडी के अनुसार मोटापे की वजह से गॉलस्टोन्स का रिस्क तीन गुना ज्यादा बढ़ जाता है।
- फलों और सब्जियों को अपनी डायट में शामिल करें। इनमें विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं जो गॉलस्टोन्स को होने से रोकने का काम करते हैं।
- बेरीज और कीवी को डायट में शामिल करें।
- क्रेश डायटिंग को अवॉयड करें। लंबे समय तक भूखे रहने से गॉलस्टोन्स बनने का रिस्क बढ़ जाता है।
और पढ़ें: पैंक्रियाटायटिस डायट: जानिए क्या खाना है और क्या नहीं?
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और गॉलब्लैडर क्लीन्स (Gallbladder cleanse) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
[embed-health-tool-bmr]