बवासीर या पाइल्स के दौरान करें इसका सेवन (Relief from piles)
पाइल्स या फिर बवासीर की समस्या में स्टूल पास करते समय दिक्कत का सामना करना पड़ता है। ऐसे में स्टूल के टाइट होने पर समस्या अधिक बढ़ भी सकती है। जिन लोगों को पाइल्स की समस्या है, वो इसबगोल (Isabgol) का सेवन कर सकते हैं। पाइल्स क्रोनिक कॉन्स्टिपेशन (Chronic Constipation) का रिजल्ट होता है। इसबगोल में अच्छी मात्रा में फाइबर पाया जाता है। आपको बताते चले कि कब्ज की समस्या से निपटने के लिए फाइबर युक्त भोजन करना बहुत जरूरी होता है। इसबगोल का सेवन करने से ये पानी को अवशोषित करने में मदद करता है और साथ ही स्टूल के ढीला बनाने में भी मदद करता है। पाइल्स के दौरान ब्लीडिंग (Bleeding) की समस्या भी हो जाती है। इसबगोल का सेवन इन्टेस्टाइनल कॉन्ट्रेक्शन को बढ़ाने का काम करता है, जिसके कारण आसानी से स्टूल पास हो जाता है। इसबगोल में कोल्ड और हैवी प्रॉपर्टी (आयुर्वेदिक गुण) होती है, जो इसे पेट के लिए फायदेमंद बनाती है। इसबगोल का सेवन दूध (Milk) के साथ किया जा सकता है। किस व्यक्ति को कितनी मात्रा में इसबगोल का सेवन करना चाहिए, इस बारे में एक्सपर्ट से राय लेना बहुत जरूरी है।
लूजमोशन का इलाज करने में मदद कर सकता है
पेट खराब होने में दूसरी समस्या होती है लूजमोशन (Loose Motion) होना। कुछ लोगों को बार-बार लूज मोशन लगने की समस्या रहती है, तो कुछ लोगों को खाने में लापरवाही के चलते लूजमोशन होने लगते हैं। ऐसे में भी इसबगोल का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसबगोल की गोलियां लूजमोशन से राहत देने के लिए उपयोग की जाती है। दरअसल यह पानी को अवशोषित करने वाले एजेंट के रूप में कार्य करता है, जो स्टूल की थिकनेस को बढ़ा सकता है और कोलोन से इसके निकलने की गति को धीमा कर सकता है। एक स्टडी के अनुसार कैंसर (Cancer) से गुजर रहे 30 कैंसर रोगियों में इसबगोल की भूसी से लूजमोशन में काफी कमी आई है। लूज मोशन के दौरान दही का सेवन भी अहम भूमिका निभाता है। आप एक बार एक्सपर्ट से सलाह करने के बाद दही के साथ इसबगोल का सेवन कर सकते हैं। एक बात का ध्यान रखें कि यदि आप दस्त की समस्या से कई दिनों से परेशान हैं तो पहले डॉक्टर से जांच कराएं और फिर सलाह के बाद ही कोई भी घरेलू उपाय अपनाएं।
दांत के दर्द में फायदेमंद है इसबगोल (Isabgol is beneficial in toothache)
दांतों में दर्द (Toothache) की समस्या किसी को भी हो सकती है। और अगर दांत का दर्द गंभीर रूप ले ले, तो काफी तकलीफ देता है। ऐसे में इसबगोल आपके काम आ सकता है। अगर आप दांत दर्द से परेशान हैं, तो इसबगोल की भूसी को सिरके में डुबो कर दांतों पर लगाएं। ऐसा करने से आपको काफी हद तक आराम मिलेगा। अगर आपकी सांसों में बदबू (Bad breath) है, तो मुंह धोने में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे काफी फायदा होता है।
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एसिडिटी में फायदेमंद इसबगोल
आजकल एसिडिटी (Acidity) की समस्या से हर दूसरा व्यक्ति परेशान है। कभी कभी ये समस्या इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि व्यक्ति से कुछ खाया नहीं जाता और उसे उल्टियों की भी समस्या शुरू हो सकती है। इसके अलावा भी एसिडिटी से कई शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। कभी-कभी फास्ट फूड (Fast food) खाने या कम नींद की वजह से एसिडिटी हो जाती है। इस समस्या के लिए सुरक्षित उपाय इसबगोल की भूसी है। भूसी पेट के अंदर एक सुरक्षा परत बनाकर जलन से बचाने में मदद करती है। इसके प्रभाव से एसिड कम हो जाता है।
हॉर्मोन असंतुलन ठीक कर सकता है इसबगोल
तनाव, खराब जीवनशैली, खाने में लापरवाही के साथ-साथ अन्य कई कारणों के चलते महिलाओं को हॉर्मोनल संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। खासतौर पर महिलाओं में मोनोपॉज के बाद यानी 45 साल की उम्र के बाद हमेशा के लिए पीरियड्स रुक जाने पर आने वाले हॉर्मोन अंसतुलन (Hormonal Imbalance) को संतुलित करने में भी यह फायेदमंद साबित होता है। इसबगोल का सेवन शरीर में इस्ट्रोजन (Estrogen) के उत्पाद को भी बढ़ाता है। यही कारण है कि हॉर्मोनल असंतुलन होने पर भी आप इसबगोल का सेवन कर सकते हैं।
ब्लड शुगर को कर सकता है लो
फाइबर सप्लिमेंट (Fibre Supplements) को भोजन में ग्लाइसेमिक प्रतिक्रिया को नियंत्रित करके इंसुलिन और ब्लड शुगर के लेवल को कम करने के लिए उपयोग किया गया है। इसमें विशेष रूप से जैसे पानी में इनसॉल्युबल फाइबर होते हैं। वास्तव में, साइलियम चोकर जैसे अन्य फाइबर की तुलना में बेहतर काम करता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि इसके जेल बनाने वाले फाइबर भोजन के पाचन को धीमा कर सकते हैं, जो ब्लड शुगर के लेवल (Blood sugar level) को रेगुलेट करने में मदद करता है।
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