सिंहपर्णी का यूज गॉलब्लैडर, लिवर और बाइल डक्ट प्रॉब्लम्स का इलाज करने के लिए होता है। इसकी कड़वी जड़ें बाइल प्रोडक्शन को स्टिम्युलेट करती हैं। कई लोग गॉलब्लैडर स्टोन्स (Gallbladder stones) को हटाने के लिए सिंहपर्णी की चाय या कॉफी पीते हैं। हालांकि इसकी प्रभाविता को साबित करने वाले एविडेंस की कमी है। गॉलस्टोन्स, गॉलब्लैडर या किडनी से जुड़ी किसी भी प्रकार की परेशानी से डॉक्टर की सलाह ही बेस्ट ऑप्शन है।
और पढ़ें: गॉल्स्टोन के लिए घरेलू नुस्खे में शामिल करें 5 🥣 चीजें और ये🧘🏻♀️ योगासन!
एप्पल साइडर विनेगर और एप्पल जूस (Apple cider vinegar and apple juice)
कुछ लोगों का मानना है कि एप्पल का जूस गॉलस्टोन्स को सॉफ्ट करने का काम करता है। जिससे यह बॉडी से आसानी से बाहर निकल जाते हैं। वहीं कुछ लोग एप्पल साइडर विनेगर के साथ ऑलिव ऑयल को भी मिक्स करते हैं। क्योंकि ऑलिव ऑयल लैक्सेटिव (Laxative) की तरह काम करता है। हालांकि किसी प्रकार की स्टडी इस ट्रीटमेंट का सपोर्ट नहीं करती। डायबिटीज (Diabetes), स्टमक अल्सर (Stomach ulcer) और हायपोग्लासिमिया के मरीजों को अधिक मात्रा में जूस का सेवन डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए।
ईसबगोल (Psyllium husk)
ईसबगोल एक सॉल्यूबल फाइबर (Soluble fiber) है। रिसर्च में इस बात का दावा किया गया है कि यह हार्ट, पैंक्रियाज और बॉडी के दूसरे अंगों के लिए फायदेमंद है। एनसीबीआई में छपी एक स्टडी के अनुसार ईसबगोल की भूसी कोलेस्ट्रॉल गॉलस्टोन्स को बनने से रोकने में मदद कर सकती है। 1999 में हुए एक और स्टडी में इस बात की पुष्टि की गई है।
आट्रीचोक (Artichoke)
एनसीबीआई में छपी एक स्टडी के अनुसार (Artichoke) का सत्व बाइल प्रोडक्शन (Bile Production) को स्टिम्युलेट करने का काम करता है। साथ ही यह गॉलब्लैडर और लिवर के फंक्शन में सहायता करता है। हालांकि इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि यह गॉलस्टोन्स पर असर करता है। रिसर्च में आट्रीचोक के सत्व से निमार्ण सप्लिमेंट्स को काफी प्रभावी पाया गया। इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
और पढ़ें: Gallbladder Stone Surgery : गॉलब्लेडर स्टोन सर्जरी क्या है?