प्रोजेस्टेरोन कोलन को कम करने का कारण बन सकते हैं। हमारे कोलन में लंबे समय तक भोजन का वेस्ट रहता है। जब एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का स्तर कम होता है तो मल भी ड्राय हो जाता है इनसे महिलाओं की पैल्विक फ्लोर की मांसपेशियों कमजोर हो जाती हैं। जिससे यह कठोर और सूखा होता है और कांस्टिपेशन का कारण बनता है।
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हार्मोनल कांस्टिपेशन का उपचार (Hormonal constipation treatment)
हार्मोनल कांस्टिपेशन का उपचार((hormonal constipation treatment)) या उससे राहत पाने के लिए आप इन तरीकों को अपनाएं:
अधिक फाइबर का सेवन करें
अधिक फाइबर युक्त आहार जैसे फल, सब्जियां, सेब, संतरे, केले , मेवे और बींस और होल ग्रेन ब्रेड आदि का सेवन करने से आपको हार्मोनल कांस्टिपेशन(hormonal constipation) या कब्ज से बचने में मदद मिल सकती है। इसके साथ ही अपने आहार में अधिक बसा, चीनी, स्टार्ची फूड को शामिल न करें। कुछ आहार भी कब्ज को बढ़ाते हैं जैसे हाई फैट युक्त चीजें, डेरी प्रोडक्ट आदि। इन को भी अपने आहार में शामिल न कर के आप हार्मोनल कांस्टिपेशन(hormonal constipation) से बच सकते हैं। अधिक तले-भुने, मिर्च-मसाले या फास्ट-फूड से भी दूर रहने में ही भलाई है।
तरल पदार्थों से दोस्ती
अगर आप हार्मोनल कांस्टिपेशन(hormonal constipation) से बचना चाहते हैं तो पानी और अन्य तरल पदार्थों से दोस्ती जरूरी है। जितना अधिक हो सके तरल पदार्थों का सेवन करें। अधिक पानी और तरल पदार्थों का सेवन करने से आपका मल सॉफ्ट होगा। जिससे उसे पास करने में आसानी होगी। अगर आप अधिक मात्रा में तरल नहीं लेते हैं तो आपका मल सख्त और रुखा होगा। जिससे मल त्याग में मुश्किल हो सकती है।