20 साल से 45 साल की महिलाओं को कोलेस्ट्रॉल की जांच करवानी चाहिए। महिलाएं जिन्हें कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) की समस्या नहीं है उन्हें 5 साल में एक बार कोलेस्ट्रॉल की जांच करवानी चाहिए। अगर कोई परेशानी समझ आती है और डॉक्टर सलाह देते हैं तभी कोलेस्ट्रॉल चेकअप करवाएं। हालांकि अगर महिला डायबिटीज, हार्ट प्रॉब्लम (Heart Problem), किडनी से जुड़ी समस्या या कोई अन्य परेशानी से पीड़ित है तो उसके लिए कोलेस्ट्रॉल लेवल का ध्यान रखना आवश्यक है।
शारीरिक जांच 8: थायरॉइड (Thyroid) की जांच

थायरॉइड चेकअप से हायपोथायराइडिज्म और हायपरथायराइडिज्म (Hypothyroidism) की जानकारी मिलती है। इस टेस्ट को एक साल में एक बार करवाना चाहिए। एक रिपोर्ट के अनुसार थायरॉइड डिसऑर्डर पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ज्यादा देखा जाता है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 35 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं में हायपोथायराइडिज्म का खतरा ज्यादा होता है।
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अपनी सेहत को लेकर सतर्क रहें। अपने आहार का विशेष ख्याल रखें। फिट रहने के लिए पौष्टिक आहार (Healthy diet) के साथ-साथ वर्कआउट भी महिलाओं को करते रहना चाहिए। अगर आप किसी कारण वर्कआउट नहीं कर पा रहीं हैं, तो वॉकिंग (Walking) या स्विमिंग (Swimming) करें। पौष्टिक आहार और वर्कआउट से वजन को संतुलित रखा जा सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार बॉडी वेट बैलेंस्ड रहने से किसी भी बीमारी का खतरा टल सकता है। इसके साथ ही नियमित शारीरिक जांच से किसी भी बीमारी से लड़ना भी आसान होता है। इसलिए ऊपर बताए गए बॉडी चेकअप की जरूरत को समझें और समय-समय पर करवाते रहें।
अगर आप महिलाओं के शारीरिक जांच से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।