इन ऊपर बताई गई स्थितियों के अलावा अगर आपको डायबिटीज, हाय ब्लड प्रेशर, हार्ट प्रॉब्लम या अगर कोई महिला गर्भवती या स्तनपान करवाती हैं, तो उन्हें स्टीमुलेंट लैक्सेटिव के सेवन से पहले अवश्य डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।
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स्टीमुलेंट लैक्सेटिव से जुड़ी सावधानी क्या है?
- एक सप्ताह से ज्यादा इसका सेवन ना करें। अगर आपके डॉक्टर ने प्रिस्क्राइब किया है, तो आप इसका सेवन कर सकते हैं।
- 6 साल से कम उम्र के बच्चों को स्टीमुलेंट लैक्सटिव नहीं देना चाहिए।
- अगर आपके डॉक्टर ने स्टीमुलेंट लैक्सटिव प्रिस्क्राइब किया है, तो उनके बताये अनुसार ही इसका सेवन करें।
स्टीमुलेंट लैक्सेटिव का सेवन कई लोग करते हैं, लेकिन इसके फायदे के साथ-साथ इसके नुकसान को भी ध्यान में रखना चाहिए। क्योंकि छोटी सी दवा पहले अपना फायदेमंद असर दिखाएगी, लेकिन जरूरत से ज्यादा इसका सेवन आपको अन्य शारीरिक परेशानियों में भी डालने के लिए काफी है।
सेलाइन लैक्सेटिव क्या है? (What is Saline laxatives?)
कब्ज की समस्या अगर ज्यादा हो, तो सेलाइन लैक्सेटिव लाभकारी माना जाता है। लेकिन इसके साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। जैसे जी मिचलाना, पेट में ऐंठन होना या पेट दर्द जैसी तकलीफ भी हो सकती है। अगर किसी व्यक्ति को सेलाइन लैक्सटिव के सेवन के बाद ऐसी कोई परेशानी महसूस होती है, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए। क्योंकि सेलाइन लैक्सेटिव (Saline laxatives) की वजह से आप अन्य परेशानी भी महसूस कर सकते हैं, जो इस प्रकार हैं-
- डिहाइड्रेशन होना
- हल्का सिरदर्द होना
- चक्कर आना
- त्वचा का रंग हल्का पड़ना
सेलाइन लैक्सेटिव लेने के बाद अगर आपको ऊपर बताई गई तकलीफ होती है, तो डॉक्टर से जल्द से जल्द कंसल्ट करें। क्योंकि सेलाइन लैक्सेटिव की वजह से कई गंभीर बीमारियों का खतरा भी बना रहता है। जैसे: किडनी से जुड़ी परेशानी, तेज पेट दर्द, स्टूल से ब्लड आना, रेक्टल ब्लीडिंग, मूड बार-बार बदलना, कमजोरी महसूस होना या फिर हाथ, एंकल या पैरों में सूजन जैसी तकलीफ हो सकती है।
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सेलाइन लैक्सेटिव (Saline laxatives) का सेवन कब नहीं करना चाहिए?
सेलाइन लैक्सेटिव का सेवन निम्नलिखित स्थितियों में नहीं करना चाहिए। जैसे: