- डिहाइड्रेशन होना
- हल्का सिरदर्द होना
- चक्कर आना
- त्वचा का रंग हल्का पड़ना
सेलाइन लैक्सेटिव लेने के बाद अगर आपको ऊपर बताई गई तकलीफ होती है, तो डॉक्टर से जल्द से जल्द कंसल्ट करें। क्योंकि सेलाइन लैक्सेटिव की वजह से कई गंभीर बीमारियों का खतरा भी बना रहता है। जैसे: किडनी से जुड़ी परेशानी, तेज पेट दर्द, स्टूल से ब्लड आना, रेक्टल ब्लीडिंग, मूड बार-बार बदलना, कमजोरी महसूस होना या फिर हाथ, एंकल या पैरों में सूजन जैसी तकलीफ हो सकती है।
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सेलाइन लैक्सेटिव (Saline laxatives) का सेवन कब नहीं करना चाहिए?
सेलाइन लैक्सेटिव का सेवन निम्नलिखित स्थितियों में नहीं करना चाहिए। जैसे:
अगर आपको इन ऊपर बताई गई बीमारियों में से कोई भी बीमारी है, तो सेलाइन लैक्सेटिव का सेवन ना करें।
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सेलाइन लैक्सेटिव से जुड़ी सावधानी क्या है?
- अगर आपकी कोई भी सर्जरी होने वाली है, तो इसका सेवन ना करें।
- एक सप्ताह से ज्यादा इसका सेवन ना करें।
- 5 साल से कम उम्र के बच्चों को सेलाइन लैक्सटिव नहीं देना चाहिए।
- गर्भवती महिलाओं या ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिलाओं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
सेलाइन लैक्सेटिव का सेवन कई लोग करते हैं, लेकिन इसके फायदे के साथ-साथ इसके नुकसान को भी ध्यान में रखना चाहिए। क्योंकि ये दवाइयां जितनी फायदेमंद हैं, तो वहीं ओवरडोज होने के साइड इफेक्ट का भी खतरा बना रहता है।
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स्टीमुलेंट लैक्सेटिव और सेलाइन लैक्सेटिव में क्या अंतर है?
सेलाइन लैक्सेटिव
स्टीमुलेंट लैक्सेटिव का सेवन कब्ज की तकलीफ अगर कम हो या कभी-कभी हो, तो ऐसी स्थिति में करना चाहिए। अगर कब्ज की समस्या लगातार रहती है, तो सेलाइन लैक्सेटिव का सेवन किया जाता है। छे साल से कम उम्र के बच्चों को नहीं देना चाहिए। पांच साल से कम उम्र के बच्चों को इसका सेवन नहीं करवाना चाहिए।
स्टीमुलेंट लैक्सेटिव या सेलाइन लैक्सेटिव दोनों का ही सेवन कब्ज की परेशानी को दूर करने के लिए किया जाता है, लेकिन इन दोनों ही लैक्सेटिव प्रोडक्ट को बिना हेल्थ एक्स्पर्ट के सलाह लिए नहीं करना चाहिए। लेकिन अगर आप सोच रहें हैं, कि कब्ज की तकलीफ को कैसे दूर करें, तो हम आपको बताने जा रहें कुछ खास और आसन से घरेलू नुस्खे।
कब्ज की तकलीफ को करना चाहते हैं दूर? तो अपनाए ये घरेलू उपाय
- सुबह उठने के बाद नियमित रूप से पानी में नींबू का रस मिलाकर पिएं। ऐसा रोजाना करने से जल्द ही कब्ज की समस्या से निजात मिल सकता है।
- रात को सोने से पहले एक गिलास पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से सुबह पेट साफ ठीक तरह से होता है।
- कब्ज की तकलीफ से दूर रहने के लिए रात को सोने के दौरान गुनगुना दूध पीने की आदत डालें। इससे नींद भी अच्छी आएगी और पेट भी साफ रहेगा।
- फलों में अमरूद और पपीता, कब्ज की परेशानी को दूर करने में मददगार माने जाते हैं। इन फलों के सेवन से कब्ज की परेशानी दूर होने के साथ-साथ त्वचा पर निखार भी लाया जा सकता है।
- कब्ज के मरीजों के लिए पालक भी अत्यंत लाभकारी माना जाता है। रिसर्च के अनुसार पालक का जूस फ़ायदेमंद हो सकता है।
- बेल का फल कब्ज की समस्या के लिए बहुत फायदेमंद होता है। बेल के फल को या इससे बने शरबत का सेवन किया जा सकता है।
- अलसी के पाउडर का सेवन भी कब्ज की तकलीफ को दूर करने में आपकी सहायता करता है। ताजे पानी में अलसी के पाउडर को मिलाकर सेवन करें।
- नियमित एक्सरसाइज करें, वॉक पर जायें। आप चाहें तो पवन मुक्तासन, हलासन, अर्धमत्स्येन्द्रासन, मयूरासन, बालासन या सुप्तमत्स्येन्द्रासन जैसे योग को अपने दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं।
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कब्ज की शिकायत रहने पर क्या ना करें?
- मैदे का सेवन नहीं करना चाहिए।
- अत्यधिक तेल-मसाले का सेवन ना करें।
- टेंशन से दूर रहें।
- गर्म तासीर वाले खाध्य पदार्थों का सेवन नहीं करें।
- स्मोकिंग ना करें।
इन बातों का ध्यान रखकर कब्ज से दूर रहा जा सकता है। कब्ज कोई गंभीर बीमारी नहीं है, लेकिन वक्त रहते ध्यान नहीं दिया गया, तो कब्ज की वजह से कोई और शारीरिक परेशानी दस्तक दे सकती है। अगर आप स्टीमुलेंट लैक्सेटिव या सेलाइन लैक्सेटिव लेने के आदि हैं, तो इनसे दूरी बनायें। अगर आप स्टीमुलेंट लैक्सेटिव या सेलाइन लैक्सेटिव से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।