फूड प्वाइजनिंग (food poisoning) क्यों होता है ?
फूड प्वाइजनिंग या फूड बॉर्न इलनेस की समस्या संक्रमित या खराब खाना खाने से होती है। फूड प्वाइजनिंग के लक्षण में जी मिचलाना, उल्टी आना, फीवर और डायरिया की समस्या आदि समस्याएं शामिल हैं। सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रीजर्वेशन (सीडीसी) के अनुसार यूएस में 6 व्यक्तियों में से एक व्यक्ति हो हर साल फूड प्वाइजनिंग की समस्या होती है।
फूड प्वाइजनिंग (food poisoning) या विषाक्त भोजन के कारण क्या हैं ?
फूड प्वाइजनिंग तीन मुख्य कारणों से फैलता है। फूड प्वाइजनिंग बैक्टीरिया, पैरासाइट, वायरस आदि कारणों से फैलता है। फूड प्वाइजनिंग खाने के प्रोडक्शन के समय, ग्रोइंग, हार्वेस्टिंग, प्रोसेसिंग, स्टोरिंग, शिपिंग या प्रिपेरिंग के समय हार्मफुल ऑर्गेनिज्म एक स्थान से दूसरे स्थान में आसानी से पहुंच जाते हैं। ये समस्या रॉ या रेडी फूड दोनों के लिए ही खड़ी हो सकती है। कुछ फूड जो पकाए नहीं जाते हैं, उनमें ये समस्या आसानी से हो सकती हैं। फूड न पकने के कारण हार्मफुल ऑर्गेनिज्म खत्म नहीं होते हैं और खाना टॉक्सिक हो जाता है।
बैक्टीरिया के कारण फूड प्वाइजनिंग या विषाक्त भोजन के लक्षण
बैक्टीरिया के कारण फूड प्वाइजनिंग के लक्षण दिखना कॉमन है। कुछ खतरनाक बैक्टीरिया जैसे कि ई कोलाई.( E. coli), लिस्टेरिया (Listeria), सालमोनेलाकम ( Salmonellacome) आदि हैं। सीडीसी के मुताबिक करीब 1,000,000 फूड प्वाइजनिंग के ऐसे केस पाए गए जिनमें 20,000 हॉस्पिटलाइज लोगों को सालमोनेला की वजह से समस्या का सामना करना पड़ा।
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पैरासाइट्स के कारण फूड प्वाइजनिंग के लक्षण
पैरासाइट्स के कारण भी फूड प्वाइजनिंग हो सकती है। पैरासाइट्स खाने काे जहरीला बना देते हैं। टॉक्सोप्लाज्मा ( Toxoplasma) ऐसा पैरासाइट्स है जो फूड प्वाइजनिंग के लिए कॉमन माना जाता है। पैरासाइट्स इंसान के डायजेस्टिव सिस्टम में कई सालों तक रह सकता है। ज्यादातर मामलों में इसके लक्षण भी नहीं पता चल पाते हैं। कमजोर इम्यून सिस्टम वाले और प्रेग्नेंट महिलाओं में पैरासाइट्स अधिक खतरानाक साबित होते हैं।
वायरस के कारण फूड प्वाइजनिंग के लक्षण
वायरस के कारण भी फूड प्वाइजनिंग की समस्या हो सकती है। नोरोवायरस को नोरवाक वायरस भी कहते हैं, जिसके कारण हर साल फूड प्वाइजनिंग के 19 मिलियन केस देखने को मिलते हैं। रेयर केस में ये घातक भी साबित हो सकता है। सैपोवायरस (Sapovirus), रोटावायरस (rotavirus) और एस्ट्रोवायरस (astrovirus) आदि फूड प्वाइजनिंग के लक्षण समान ही प्रदर्शित करते हैं। हेपेटाइटिस ए वायरस फूड के माध्यम से फैलता है और गंभीर समस्या खड़ी कर सकता है।
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विषाक्त भोजन : खाना दूषित कैसे हो जाता है ?
पैथोजन उन सभी फूड में पाया जाता है, जो इंसान खाता है। जब खाने को पकाया जाता है तो हीट के कारण पैथोजन मर जाते हैं। जब खाना कुकिंग प्रोसेस से होकर नहीं जाता है तो फूड प्वाइजनिंग की संभावना बढ़ जाती है। अगर खाना बनाने वाला व्यक्ति हाथ को सही से नहीं धुलता है तो भी खाना ऑर्गेनिज्म के कॉन्टेक्ट में आ जाता है। इस कारण से भी खाना दूषित हो जाता है और व्यक्ति में फूड प्वाइजनिंग के लक्षण पैदा करता है। मांस, अंडे और डेयरी उत्पाद अक्सर दूषित होते हैं। पानी भी कई कारणों से दूषित हो जाता है और उसमें उपस्थित ऑर्गेनिज्म शरीर में पहुंचकर बीमारी पैदा करते हैं।
फूड प्वाइजनिंग से बचने के लिए इन बातों का रखें ख्याल
फूड प्वाइजनिंग की समस्या से बचने का उपाय है कि हमे पहले से ही सावधानी रखनी होगी। आपको खान पान के दौरान अधिक सावधानी रखने की जरूरत है। जानिए क्या सावधानियां रखनी चाहिए,