यूटराइन फाइब्रॉएड का पता कई बार नियमित पेल्विक टेस्ट (Pelvic test) के दौरान संयोग से चल जाता है। आपके डॉक्टर को गर्भाशय के शेप में कुछ असमान्यताएं दिखेंगी जो फाइब्रॉएड का संकेत हो सकता है।
फाइब्रॉएड के लिए उपचार का कौन सा तरीका अपनाया जाएगा इसके लिए पहले इसकी पहचान करना और डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है। इसके निदान के लिए डॉक्टर निम्न टेस्ट (Test) की सलाह दे सकता हैः
अल्ट्रासाउंड (Ultrasound)– फाइब्रॉएड है या नहीं इसकी पुष्टि के लिए डॉक्टर अल्ट्रासाउंड के लिए कहेगा। यह ध्वनी तरंगों की मदद से गर्भाशय की तस्वीर लेकर फाइब्रॉएड को डायग्नोस करता है। फाइब्रॉएड के लिए उपचार कैसे किया जाना है यह उसके आकार पर भी निर्भर करता है और अल्ट्रासाउंड से तस्वीर पूरी तरह साफ हो जाती है।
डॉक्टर या तकनीशियन अल्ट्रासाउंड उपकरण को आपके पेट के ऊपर घुमाते हैं या इसे वजायना (ट्रांसवजायनल) के जरिए अंदर डालकर गर्भाशय की तस्वीर ली जाती है
लैब टेस्ट (Lab test)- यदि आपके पीरियड्स असामान्य हैं तो डॉक्टर आपको अन्य टेस्ट की सलाह दे सकता है। इसमें कंप्लीट ब्लड काउंड (Complete Blood Count) भी शामिल है जो यह पता लगाने के लिए किया जाता है कि लगातार ब्लीडिंग की वजह से कहीं आपको एनीमिया (Anemia) तो नहीं हो गया। दूसरे ब्लड टेस्ट ब्लीडिंग के कारणों और थायरॉइड (Thyroid) का पता लगाने के लिए किए जाते हैं।
गर्भावस्था के दौरान फाइब्रॉएड के लिए उपचार (Fibroids treatment for pregnancy)
गर्भावस्था के दौरान भ्रूण को जोखिम होने की वजह से फाइब्रॉएड के लिए उपचार सीमित है। बेड रेस्ट (Bed rest), हाइड्रेशन (Hydration), डॉक्टर द्वारा दी जाने वाली दर्द निवारक दवा से फाइब्रॉएड के लक्षणों से थोड़ा आराम मिल सकता है।
बहुत ही दुर्लभ मामलों में, गर्भावस्था की दूसरी तिमाही में प्रेग्नेंट महिला की मायोमेक्टॉमी की जा सकती है। इस प्रक्रिया में गर्भाशय के बाहर या गर्भाशय की दीवार के अंदर से फाइब्रॉएड को हटा दिया जाता है, लेकिन यूटराइन कैविटी में बढ़ने वाले फाइब्रॉएड (Fibroids) को छोड़ दिया जाता है, क्योंकि इससे हटाने से भ्रूण को खतरा हो सकता है।
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फर्टिलिटी (Fertility) बढ़ाने के लिए गर्भावस्था से पहले फाइब्रॉएड के लिए उपचार
फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए प्रेग्नेंसी से पहले फाइब्रॉएड के लिए उपचार कई तरीकों से किया जा सकता हैः
मायोमेक्टमी- फाइब्रॉएड के लिए उपचार के इस तरीके में सर्जरी की जाती है, जिसमें गर्भाशय को प्रभावित किए बिना फाइब्रॉएड को हटा दिया जाता है। इस प्रक्रिया के बाद आपको कंसीव करने के लिए तीन महीने का इंतजार करना पड़ेगा।
हार्मोनल बर्थ कंट्रोल पिल्स- ये पिल्स खाने के कारण गर्भधारण नहीं कर पाएंगी, लेकिन यह फाइब्रॉएड के लक्षणों जैसे हैवी ब्लीडिंग और पीरियड्स (Periods) के दौरान होने वाले दर्द को कम करने में मदद करता है। फाइब्रॉएड के लिए उपचार का यह तरीका भी कारगर है।
इंट्रायूटराइन डिवाइस (IUD)- बर्थ कंट्रोल पिल्स की तरह ही (IUD) गर्भवती होने से रोकता है जब तक आप इसका इस्तेमाल करती हैं, लेकिन यह प्रजनन क्षमता की सुरक्षा करते हुए फाइब्रॉएड के कुछ लक्षणों को कम करता है।
मायोलेसिस- यह प्रक्रिया फाइब्रॉएड को ब्लड सप्लाई करने वाली रक्त वाहिकाओं को सिकोड़ने के लिए इलेक्ट्रिक करेंट, लेजर या रेडियो-फ्रीक्वेंसी एनर्जी बीम का उपयोग किया जाता है।
फाइब्रॉएड के लिए उपचार का कौन सा तरीका आपको अपनाना है इसके लिए डॉक्टर से सलाह लें।
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फाइब्रॉएड वाली महिलाएं यदि भविष्य में प्रेग्नेंट होना चाहती हैं, तो फाइब्रॉएड के लिए उपचार कई तरह के हैं, लेकिन हर उपचार के अपने जोखिम और जटिलताएं हैं इसलिए इस बारे में डॉक्टर से सलाह लेकर ही आगे बढ़ें। हर बार फाइब्रॉएड के लिए उपचार जरूरी नहीं होता, लेकिन यदि यह समस्या पैदा कर रहा है तो फाइब्रॉएड के लिए उपचार कराना आवश्यक हो जाता है।