बच्चे के जन्म के बाद महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं। स्किन लूज होने से लेकर, स्तन और वजाइना में भी ढीलापन आ जाता है। डिलिवरी के बाद ढीली हुई योनि में कसाव लाने के लिए महिलाएं वजायनल प्लास्टिक सर्जरी करवाती हैं। चलिए आपको बताते हैं वजायनल प्लास्टिक सर्जरी से जुड़ी जरूरी बातें।
वजायनल प्लास्टिक सर्जरी क्या है?
वजायनल प्लास्टिक सर्जरी एक प्रक्रिया है जिसमें सर्जरी के जरिए वजायना में आए ढीलेपन को दूर किया जाता है। अक्सर डिलिवरी के बाद महिलाओं की योनि और उसका ऊपरी हिस्सा जिसे लेबिया या वजायनल लिप्स कहते हैं ढीले पड़ जाते हैं, वजायनल प्लास्टिक सर्जरी के जरिए इनमें कसाव लाया जाता है।
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प्रेग्नेंसी के दौरान लेबिया में बदलाव
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में होने वाले सभी बदलावों जैसे नेजल कंजेशन से लेकर पैरों में सूजन तक में हाॅर्मोन का बहुत बड़ा रोल होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान दिखने वाले इन लक्षणों का कारण एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन हॉर्मोन का बढ़ा स्तर है। जिसकी वजह से पूरे शरीर में रक्त प्रवाह बढ़ जाता है, लेबिया में भी। नतीजन लेबिया मेजोरा और लेबिया माइनोरा में सूजन आ जाती है और इनका आकार थोड़ा बढ़ जाता है और पूरी प्रेग्नेंसी के दौरान बढ़ा रहता है। लेबिया के ऊपरी और निचली त्वचा के रंग में भी बदलाव आता है जिसकी वजह बढ़ा हुआ रक्त प्रवाह है। कई बार लेबिया का बाहरी हिस्सा थोड़ा अंदर चला जाता है जिसकी वजह से अंदर वाला उभार पहली बार दिखता है और साइज भी बड़ा दिखता है।
बच्चे के जन्म के बाद जब शरीर में रक्त प्रवाह सामान्य होता है तो लेबिया भी अपने सामान्य आकार में वापस आ जाता है, कई महिलाओं में यह पहले से भी छोटा हो जाता है। कुछ महिलाओं में लेबिया को सामान्य आकार में आने में थोड़ा समय लगता है और यदि कुछ बदलाव रह जाते हैं तो वह इतना सामान्य होता है कि नोटिस नहीं हो पाता। फिर भी यदि कुछ महिलाओं को लगता है कि उनकी योनि में ढीलापन आया है तो वह वजायनल प्लास्टिक सर्जरी करवाती हैं।
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वजायनल प्लास्टिक सर्जरी की आवश्यकता
आजकल महिलाएं अपनी बाहरी अपीरियंस के साथ ही अपने प्राइवेट पार्ट के शेप और साइज को लेकर भी बहुत सजग रहती हैं। वह हर तरह से खूबसूरत दिखना चाहती है और अपने शरीर को खूबसूरत बनाने के लिए ही बच्चे के जन्म के बाद ढीली पड़ी योनि को टाइट करने के लिए वजायनल प्लास्टिक सर्जरी करवा रही हैं। वैसे आजकल अनमैरिड लड़कियों में भी वजायनल सर्जरी का क्रेज बढ़ा है। डिलिवरी के बाद वजायना और उसका ऊपरी हिस्सा लेबिया फैल जाता है यानी उसका शेप खराब हो जाता है और वजायनल प्लास्टिक सर्जरी के जरिए इसे पुराने शेप में लाया जा सकता है। वजायनल प्लास्टिक सर्जरी दो प्रकार की होती है। वजायनोप्लास्टी और लैबियाप्लास्टी।
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वजाइनल प्लास्टिक सर्जरी के प्रकार:
वजायनोप्लास्टी और लैबियाप्लास्टी (Vaginoplasty and labiaplasty)
वजायनोप्लास्टी में योनि की ढीली हो चुकी मांसपेशियों को टाइट किया जाता है, जबकि लैबियाप्लास्टी में लेबिया यानी योनि के ऊपरी हिस्से जिसे वजायनल लिप्स भी कहते हैं, के साइज और शेप में बदलाव आता है। आमतौर पर इसे छोटा किया जाता है या असमानता को कम किया जाता है। दरअसल, योनि की ओपनिंग पर स्थित लेबिया भी कई तरह का होता है जिन्हें लेबिया मेजोरा, आउटर लेबिया और लेबिया माइनोरा के नाम से जाना जाता है। लेबिया मेजोरा बड़ा और मोटा होता है, जबकि लेबिया माइनोरा आउटर लेबिया में स्किन के रूप में जुड़ा होता है।
वजायनोप्लास्टी ( vaginoplasty) और लैबियाप्लास्टी से संबंधित सर्जरी
वजायनोप्लास्टी का विकास कॉस्मेटिक सर्जरी ग्रुप के तहत ही हुआ है और इसे ‘वजायनल रिजुवेनेशन’ और ‘डिजाइनर वजायना’ प्रक्रिया भी कहा जाता है। अधिकांश प्लास्टिक सर्जन और स्त्री रोग विशेषज्ञ दावा करते हैं कि इस तरह की सर्जरी से खूबसूरती, आत्म सम्मान और आत्मविश्वास बढ़ता है। हालांकि, योनि का कोई एक साइज और शेप नहीं होता यह महिलाओं की शारीरिक संरचना के आधार पर अलग-अलग हो सकती है। बावजूद इसके अपने शरीर को आकर्षक बनाने के लिए महिलाएं वजायनल प्लास्टिक सर्जरी करवाकर वजायना का शेप और साइज बदलवा रही हैं।
‘वजायनल रिजुवेनेशन’ और ‘डिजाइनर वजायना’ प्रक्रिया के उदाहरण-
रेवर्जिनेशन
इस प्रक्रिया में पहली बार संभोग के बाद जो हाइमन टूटता है उसे फिर से रिपेयर किया जाता है। हाइमेनोप्लास्टी से वजायना के प्रवेश द्वार पर मौजूद पतले उत्तक जिसे हाइमन कहते हैं को दोबारा जोड़ा जाता है। दरअसल, अधिकांश लड़कियों में पहली बार सेक्स के दौरान हाइमन ब्रेक होता है। यह कॉस्मेटिक सर्जरी कुंवारी लड़कियां ज्यादा करवाती हैं।
क्लिटोरल अनहूडिंग
इस प्रक्रिया में क्लिटोरिस को कवर करने वाले टिशूज को हटा दिया जाता है।
जी स्पॉट एम्प्लीफिकेशन
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि वजायना के सामने की दीवार अत्यधिक कामुक जी स्पॉट है। यह महिलाओं को उत्तेजित कर ऑर्गेज्म की अनूभति कराता है। जी स्पॉट एम्प्लीफिकेशन प्रक्रिया में वजायना के सामने वाली दीवार में कोलेजन इंजेक्ट किया जाता है, आमतौर पर ऐसा सेक्स के दौरान आनंद बढ़ाने के लिए किया जाता है।
वजायनोप्लास्टी और लैबियाप्लास्टी से जुड़े जोखिम
- संक्रमण
- सेंसेशन में स्थायी परिवर्तन
- लगातार दर्द
- घाव का निशान
वजायनल प्लास्टिक सर्जरी कराने से पहले महिलाओं को अपने डॉक्टर से खुलकर अपनी भावनाओं और चिंताओं के बारे में बात कर लेनी चाहिए, साथ ही सर्जरी से उनकी उम्मीदें क्या हैं यह भी बताने की जरूरत है। बेहतर होगा कि आप योनि में कसाव के लिए सर्जरी की बजाय उनसे दूसरे विकल्पों के बारे में पूछें। खास तरह की कीगल एक्सरसाइज़ भी ढीली पड़ चुकी वजायनल मसल्स को टाइट करने में मददगार साबित होती है
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वजायनल प्लास्टिक सर्जरी से पहले डॉक्टर से पूछे यह सवाल
वजायनल प्लास्टिक सर्जरी करवाने की सोच रही हैं, तो पहले डॉक्टर से इस बारे में अच्छी तरह बात करके प्रक्रिया को समझ लें। वजायनल प्लास्टिक सर्जरी से पहले डॉक्टर से ये सवाल करेंः
- कम और लंबे समय में इस सर्जरी से किस तरह का जोखिम जुड़ा है?
- इसके क्या फायदे हैं?
- क्या सर्जरी के बाद वजायना या क्लिटोरिस में सेंसेशन कम हो जाएगा?
- क्या सर्जरी का ऑर्गेज्म पाने की क्षमता पर असर पड़ेगा?
- क्या सर्जरी के बाद फेमिनिन हाइजीन से जुड़ी चीजें जैसे कि टैंपून आदि के इस्तेमाल में परेशानी होगी?
- क्या सर्जरी का आगे चलकर प्रेग्नेंसी या डिलिवरी पर असर पड़ेगा?
- सर्जरी के अलावा योनि का ढीलापन दूर करने के क्या विकल्प हैं?
इन सब बातों को अच्छी तरह से समझने के बाद ही आप वजायनल प्लास्टिक सर्जरी को करवाने का निर्णय लें। हम उम्मीद करते हैं कि वजायनल प्लास्टिक सर्जरी पर लिखा गया यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। वजायनल प्लास्टिक सर्जरी की अधिक जानकारी के लिए कॉस्मेटिक सर्जन और वजायनल प्लास्टिक सर्जरी के एक्सपर्ट से संपर्क करें। हैलो हेल्थ ग्रुप चिकित्सा सलाह, निदान और उपचार प्रदान नहीं करता।
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