सर्वांगासन को शोल्डर स्टैंड भी कहा जाता है। जैसा कि नाम से स्पष्ट है इसमें शरीर के सभी अंगों का व्यायाम शामिल होता है। सर्वांगासन शरीर मे थायरॉइड ग्रंथियों को उत्तेजित करता है और शरीर को मजबूत करता है। इसलिए इसे फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योग में शामिल किया गया है।
इस फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योगासन को कैसे करें?
एक चटाई पर पीठ के बल पैरों को एक साथ मिला कर लेटें। पंजों को जमीन पर हथेलियों की तरफ से टिकाइए। अब बाहें शरीर के समानांतर तान कर रखें। दोनों पैरों को धीरे-धीरे ऊपर उठाएं। तलवों को आकाश की ओर ऊपर करके जांघों तथा टांगों को सीधी रखें। सांस बाहर करें और टांगों को चेहरे की तरफ झुकाइए। याद रखें कि इस दौरान जांघ, घुटना और टांग बिल्कुल सीधी हो। हाथ से कमर की हड्डी को पकड़े रहें। अब पीठ को थोड़ा और ऊपर उठाएं।
और पढ़ें: कैसे स्ट्रेस लेना बन सकता है इनफर्टिलिटी की वजह?
2. हलासन को शामिल किया जाता है फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योगासन की लिस्ट में
इस फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योग में शरीर की मुद्रा ‘हल’ के जैसी होती है। इसलिए इसे हलासन कहा जाता है। यह पेल्विक क्षेत्र में ब्लड सर्क्युलेशन और फर्टिलिटी पावर को बढ़ाता है। इससे महिलाओं के गर्भाशय के विकार, मासिक धर्म आदि की समस्याएं दूर होती हैं। हलासन से हर्निया, डायबिटीज रोग, किडनी, पेट की समस्याओं में भी बहुत लाभदायक होता है।
इस फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योग को कैसे करें?
सपाट जमीन पर एक चटाई या कंबल बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं। बाहें शरीर के समानांतर सीधी फैलाएं। हथेलियां जमीन से सटी हुई होनी चाहिए। अब सांस लेकर हथेलियों से जमीन को दबाते हुए दोनों टांगों की एड़ियों व पंजों को मिलते हुए टांगों को सीधी ऊपर उठाइए। पहले टांगों को सीधी रेखा में आकाश की ओर कीजिए। फिर कोहनियों को जमीन पर टिकाते हुए कमर पकड़कर कमर उठाते हुए टांगों को चेहरे की ओर झुकाते हुए पीठ भी उठाते जाएं। अब बाहों को मोड़कर हथेलियों को तकिए की तरह सिर के नीचे रखें। ध्यान रखें कि सांस की गति सामान्य हो।
[mc4wp_form id=’183492″]
और पढ़ें: ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cyst) से राहत दिलाएंगे ये 6 योगासन