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बेशक, सरोगेसी के जरिए कोई भी नि:संतान दंपति संतान का सुख प्राप्त कर सकता है। सरोगेसी की कीमत भारत में सारी प्रक्रियाओं के बाद लगभग 15 से 20 लाख होती है।
सरोगेट मदर का चुनाव: निःसंतान दंपति सरोगेसी के माध्यम से बच्चे का सुख प्राप्त कर सकते है। सरोगेसी दो तरह की होती है, ट्रेडिशनल सरोगेसी और जेस्टेशनल सरोगेसी। दोनों सरोगेसी में सरोगेट करने वाली मदर की जरूरत पड़ती है। सरोगेट मदर के लिए निः संतान दंपति का कानूनी एग्रीमेंट साइन होता है। जिससे दोनों पक्ष पीछे नहीं हट सकते। सरोगेट मदर प्रेग्नेंसी कंसीव करने के बाद उसे खत्म नहीं कर सकती, ना ही बच्चे के विकलांग या कोई गंभीर बीमारी होने पर दम्पति उसे त्याग सकते हैं। निःसंतान दंपति को सरोगेट मदर का चुनाव (Selection of Surrogate Mother) करने के लिए कई चीजों का ध्यान रखना पड़ता है। सरोगेसी की कीमत जानने के बाद आप कौन सी सरोगेसी करवाना चाहते हैं ये भी निश्चित करना होगा।
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ट्रेडिशनल सरोगेसी या जेस्टेशनल सरोगेसी – Traditional surrogacy or Gestational surrogacy
सरोगेट मदर का चुनाव करने से पहले आपको ये तय करना होगा या डॉक्टर से सलाह लेनी होगी कि आपको ट्रेडिशनल सरोगेसी का इस्तेमाल करना है या जेस्टेशनल सरोगेसी का। ट्रेडिशनल सरोगेसी में जेनेटिक संबंध सिर्फ निःसंतान पिता से होता है, जबकि जेस्टेशनल सरोगेसी में माता-पिता के एग-स्पर्म का मेल करवा कर भ्रूण को सरोगेट मदर के गर्भाशय में प्रत्यारोपित (Transplant) कर दिया जाता है। इसमें सरोगेट मदर का जेनेटिक रूप से बच्चे से कोई संबंध नहीं होता है।
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