नवजात शिशुओं के सिर में क्रैडल कैप (सिर में पपड़ी जमना) होना आम है। अक्सर महिलाएं क्रैडल कैप को लेकर चिंतित रहती हैं। हालांकि, इससे शिशु को नुकसान नहीं पहुंचता। इसे आसानी से निकाला जा सकता है। सिर में क्रेडल कैप को क्रस्टा लैक्टिया, पिटीरायसिस कैपिटिस, हनीकोंब डिजीज, मिल्क क्रस्ट और इन्फेंटाइल सेबोरियोइक डर्मेटाइटिस आदि नामों से भी जाना जाता है। आज हम इस आर्टिकल में सिर में क्रेडल कैप निकालने के तरीकों के बारे में बताएंगे। इस बारे में हमने मुंबई के खारघर स्थित मदरहूड हॉस्पिटल में पीडियाट्रिक्स एंड निओनेटोलॉजिस्ट डॉक्टर सुरेश बिरजदार से खास बातचीत की।
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सिर में क्रेडल कैप क्या होती है?
डॉक्टर सुरेश बिरजदार ने कहा, ‘शिशुओं की त्वचा मुलायम और चिकनी होती है लेकिन, कुछ नवजात शिशुओं की त्वचा खुरदरी हो जाती है। उनके स्कैल्प के ऊपर एक परत जम जाती है। यह परत कई बार टेढ़ी- मेढ़ी होती है। इस लेयर को क्रैडल कैप कहा जाता है।’ नवजात शिशुओं के सिर पर क्रैडल कैप होना सामान्य है। क्रैडल कैप बच्चे को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाती है। क्रैडल कैप को बेबी डैंड्रफ या सिर की पपड़ी भी कहा जाता है।
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सिर में क्रेडल कैप के कारण क्या हैं?
क्रैडल कैप के कारणों को लेकर एक्सपर्ट्स के पास पुख्ता जानकारी नहीं है। शिशुओं के सिर पर क्रैडल कैप क्यों बनती है? इसका स्पष्ट जवाब नहीं मिल पाया है। डॉक्टर बिरजदार का मानना है कि शिशुओं की बॉडी में ऑयल ग्लैंड्स होती हैं। ये ग्लैंड्स (glands) जरूरत से अधिक ऑयल प्रोड्यूस करती हैं, जिसकी वजह से शिशुओं के सिर पर डैंड्रफ की एक लेयर बन जाती है।
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सिर में क्रेडल कैप (cradle cap) का इलाज क्या है?
शिशु के सिर में क्रैडल कैप होना एक आम समस्या है। इसे कुछ घरेलू उपाय करके भी खत्म किया जा सकता है। जैसे-
क्रैडल कैप में ऑयल लगाएं
कई बार शिशुओं के सिर से क्रैडल कैप आसानी से नहीं जाती है। इसे निकालने के लिए स्कैल्प पर मॉश्चराइजर या बेबी ऑयल लगाकर कुछ मिनटों के लिए छोड़ दें। इससे क्रैडल कैप सॉफ्ट हो जाएगी और इसे निकालने में आसानी होगी। इसे आप किसी मुलायम ब्रश या टूथब्रश से निकाल सकती हैं।
क्रैडल कैप में नैचुरल ऑयल जैसे कोकोनट ऑयल लगाया जा सकता है। हालांकि, नवजात शिशुओं के सिर पर किसी भी तरह का ऑयल इस्तेमाल करने से पहले उन्हें पीडियाट्रीशियन से बात करनी चाहिए। डॉक्टर बिरजदार के मुताबिक, कुछ मामलों में यह अपने आप निकल जाती है। कुछ लोग शिशुओं के सिर से क्रैडल कैप निकालने के लिए बड़ों का शैम्पू यूज करते हैं, ऐसा करना सही नहीं है। शैम्पू में होने वाले केमिकल्स शिशु की आंखों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
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कंघी से निकालें क्रैडल कैप
डॉक्टर बिरजदार ने बताया, ‘क्रैडल कैप को हल्के हाथ से कंघी करके निकाला जा सकता है। बच्चे की कोमल त्वचा का ध्यान रखते हुए कंघी का यूज करना चाहिए।’ क्रैडल कैप को निकालने के लिए किसी भी तरह के कैमिकल्स का यूज न करें। यह एक बच्चे से दूसरे बच्चे में नहीं फैलती।
बालों को साफ रखें
शिशुओं के सिर में क्रेडल कैप निकालने के लिए उसके बालों को साफ- सुथरा रखना जरूरी है। इसके लिए बेबी शैम्पू का इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। कुछ मामलों में क्रैडल कैप जल्दी निकल जाती है लेकिन, कुछ में लंबा वक्त लग सकता है।’
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सिर में क्रेडल कैप का परीक्षण
शिशु के सिर में क्रेडल कैप की जांच के लिए डॉक्टर सिर को देखकर ही समझ सकते हैं? क्रेडल कैप नवजात शिशु में होने वाली एक बहुत ही सामान्य समस्या है। सिर में क्रेडल कैप की जांच करने के लिए डॉक्टर शिशु के सिर और शरीर के अन्य भागों की स्किन की जांच करते हैं। इस स्थिति का परीक्षण करने के लिए शिशु का किसी प्रकार का टेस्ट करने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
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शिशु के सिर में क्रेडल कैप की जटिलताएं
नवजात शिशु के सिर पर पपड़ी बनने से वैसे तो बहुत ही कम मामलों में कोई गंभीर समस्या बन पाता है, लेकिन अगर इसकी स्थिति बदतर होती जा रही है, तो इस पर नजर रखना बहुत जरूरी है। शिशु के सिर में क्रेडल कैप के कुछ गंभीर मामलों में निम्न जटिलताएं दिख सकती हैं। जैसे-
- सिर में क्रैडल कैप वाले हिस्से में लालिमा आ जाना और बने हुऐ पैच में खुजली या जलन महसूस होना।
- पपड़ीदार क्रैडल कैप फैल कर फेस या शरीर के किसी दूसरे हिस्से पर भी होने लगना।
- सिर में पपड़ी की वजह से कान में फंगल इंफेक्शन हो जाना।
- थ्रश के लक्षण दिखाई देना।
- यदि सिर पर फंगल इंफेक्शन है तो यह बार-बार होने लग जाता है। इससे शिशु की बॉडी में भी बैक्टीरिया हो जाते हैं।
- सिर में क्रेडल कैप की वजह से खोपड़ी की स्किन क्षतिग्रस्त हो सकती है और सिर से खून आ सकता है। प्रभावित हिस्से में बैक्टीरिया भी पैदा हो सकते हैं।
इन स्थितियों में डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
नवजात शिशु के सिर में पपड़ी जमने से बचाव कैसे करें?
शिशु के सिर में क्रेडल कैप की रोकथाम करने के लिए नियमित रूप से शिशु के सिर की साफ-सफाई पर ध्यान दें और सिर पर सॉफ्ट ब्रश का इस्तेमाल करके क्रैडल कैप के लक्षणों को फिर से होने से रोका जा सकता है। आप डॉक्टर से भी यह पूछ सकते हैं, कि शिशु के सिर को कैसे और दिन में कितनी बार धोना है। शिशु के सिर पर पपड़ी बार-बार जन जाती है तो डॉक्टर कुछ प्रकार की हाइड्रोकोर्टिसोन क्रीम, लोशन या क्रीम आदि का इस्तेमाल करने की सलाह दे सकते हैं। डॉक्टर की सलाह से शिशु के सिर को शैम्पू करने के बाद कोई अच्छी सी पेट्रोलियम जेली, कोकोनट ऑयल (coconut oil), बेबी ऑयल (baby oil), ऑलिव ऑयल (olive oil) या कोई अन्य ऑयल भी लगा सकते हैं। इससे क्रेडल कैप संबंधी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
ऊपर बताए गए टिप्स को यूज करके आप बच्चे के सिर से क्रैडल कैप निकाल सकती हैं। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। बच्चे के सिर की सफाई के लिए किसी हर्बल शैम्पू का ही यूज करें। अगर ऊपर बताए गए टिप्स फॉलो करने के बाद भी ये न निकले तो डॉक्टर से कंसल्ट करें। उम्मीद है यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते हैं।
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