प्रेग्नेंसी प्लानिंग में ऑव्युलेशन (Ovulation) की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। यदि आप मां बनना चाहती हैं और इसके लिए प्रयास कर रही हैं, तो सबसे पहले आपको आपका आपके ऑव्युलेशन का सही समय पता हाेना चाहिए। आपके लिए यह जानना अत्यंत आवश्यक है कि आपके मेंस्ट्रुअल साइकिल के दौरान वो कौन से दिन होते हैं, जब आपके कंसीव करने की संभावना सबसे अधिक होती है। इन संभावित दिनों को ही ऑव्युलेशन पीरियड (ovulation Period) कहा जाता है। हम यह भी कह सकते हैं कि प्रेग्नेंसी के लिए ऑव्युलेशन एक चरण है, जो एक महिला के मासिक धर्म चक्र (Menstrual cycle) के दौरान होता है। जब अंडाशय, अंडे का निर्माण करता है। ऑव्युलेशन (Ovulation) महिलाओं के लिए प्रजनन का सबसे अच्छा समय माना जाता है। आइए जानते हैं कि ऑव्युलेशन है क्या, ऑव्युलेशन कैलक्युलेटर (Ovulation Calculator) क्या है और ऑव्युलेशन कैलक्युलेटर (Ovulation Calculator), प्रेग्नेंसी में कैसे मदद करता है।
ऑव्युलेशन क्या है (Ovulation)?
जैसा कि आपने जाना, प्रेग्नेंसी के लिए ऑव्युलेशन कितना जरूरी है। अब जानते हैं कि ऑव्युलेशन क्या है (What is Ovulation)। ऑव्युलेशन, मासिक चक्र का एक हिस्सा है। जब महिला के शरीर में, ओवरी में एग रिलीज होता है, तब वह ऑव्युलेशन होता है। यदि, ओवरी में अंडे के रिलीज होने पर वह स्पर्म से फर्टिलाइज (Fertilize with sperm) हो भी सकता है। अगर अंडा ओवरी से गर्भाशय में आकर इंप्लांट हो जाता है तो प्रेग्नेंसी शुरू होती है। ऑव्युलेशन एक महीने की अवधि में एक से अधिक बार हो सकता है। ऑव्युलेशन का सही समय निर्धारित करना मुश्किल है और यह सभी में अलग-अलग हो सकता है। जब आप अपने मासिक धर्म (Periods) के चक्र को सही तरीके से समझ जाती हैं, तो आपके गर्भधारण की संभावना को बेहतर बनाने में मदद करता है। गर्भधारण के आपके प्रयास में शरीर का वजन भी बहुत महत्वपूर्ण रखता है। इसके लिए आप अपने वजन के तरफ भी ध्यान दें। स्वस्थ जीवन जीने और गर्भावस्था की तैयारी के लिए आपके शरीर की ऊंचाई के अनुसार स्वस्थ वजन होना महत्वपूर्ण है। इसके लिए आप यहीं दिए गए बीएमआई कैलक्यूलेटर (BMI calculator) से अपने वजन की जांच करें और पता करें कि आपका आदर्श वजन क्या होना चाहिए। आइए जानें कि ऑव्युलेशन कैलक्युलेटर क्या है।
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ऑव्युलेशन कैलक्युलेटर (Ovulation Calculator) क्या है?
ऑव्युलेशन कैलक्युलेटर एक गणना है, जिसमें मासिक धर्म की तिथि के अनुसार यह गणना की जाती है कि किन दिनों में महिला में गर्भाधारण की सबसे ज्यादा उम्मीद होती है। सामान्य मासिक धर्म चक्र 28 दिन का माना जाता है, लेकिन यह प्रत्येक महिला अलग है। प्रत्येक मासिक धर्म के दौरान लगभग 6 दिन होते हैं, जब आप गर्भवती हो सकती हैं। उन दिनों में सबसे अधिक फर्टाइल की उम्मीद होती हैं। इसे आपकी फर्टाइल विंडो कहा जाता है। तो ऐसे में ऑव्युलेशन कैलक्युलेटर (Ovulation Calculator) का उपयोग करके आप अपने ऑव्यूलेशन डेज के बारे में जान पाएंगी।
ऑनलाइन ऑव्युलेशन कैलक्युलेटर (Online ovulation calculator)
आप अपना ओव्युलेशन पीरियड को जानने के लिए ऑनलाइन ऑव्युलेशन कैलक्युलेटर (Online ovulation calculator) का इस्तेमाल कर सकती हैं, जिससे आपको आसानी से पता चल जाएगा कि किस दिन आपके फर्टाइल होने की सबसे अधिक संभावना होगी।
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ऑव्युलेशन के लक्षण (Ovulation Symptoms) क्या हैं?
जैसा कि आपने ऑव्युलेशन कैलक्युलेटर के बारे में जाना, अब आप ऑव्युलेशन पीरियड के बारे में जानिए, यह कैसे कंसीव करने में मदद करता है।यदि आप ऑव्युलेशन पीरियड के दौरान सेक्स करते हैं, तो गर्भधारण की उम्मीद बढ़ जाती है। ऑव्युलेशन पीरियड के दौरान उसके कुछ लक्षण भी नजर आने लगते हैं, जिन पर ध्यान देना बहुत महत्वपूर्ण है। जिन लक्षणों में शामिल हैं:
- शरीर का तापमान घटना या बढ़ना (Body Temperature)
- सर्विक्स का कोमल होकर खुल जाना (Cervix)
- योनि में सूजन महसूस होना (vaginal swelling)
- पेट में नीचे की और हल्का दर्द या ऐंठन होना (Pain)
- सेक्स करने की इच्छा बढ़ जाती है (Sex Desire)
- LH में वृद्धि होना (LH Level)
ऑव्युलेशन पीरियड फॉर प्रेगनेंसी (Ovulation Period For Pregnancy)
सामान्य महिलाओं का शरीर हर महीने एग रिलीज (Egg release) करता है, जिसे ऑव्युलेशन कहा जाता है। अंडाशय छोड़ने के 24 घंटों के भीतर इस अंडे को जल्द ही निषेचित करने की आवश्यकता होती है। यदि उस अविधि में अंडा निषेचित नहीं हो पाता है, तो वह टूट जाता है। शुक्राणु, गर्भाशय में 3-5 दिनों तक जीवित रहता है। इसलिए, यदि आप अपने ऑव्युलेशन शेड्यूल के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं, तो यही समय है, आपके सेक्स का।
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ऑव्युलेशन सायकल (Ovulation Cycle) कब और कैसे होती है?
एक सामान्य मासिक धर्म चक्र 28- 35 दिनों के बीच होता है। ऑव्युलेशन की प्रक्रिया आमतौर पर आपके चक्र के 11 और 21 दिनों के बीच होती है। इस ऑव्युलेशन स्पैन के दौरान ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन (एलएच) नामक एक हार्मोन का अचानक उछाल होता है। यह उछाल अंडाशय से सबसे परिपक्व अंडे के निर्माण का कारण बनता है। जबकि अंडा पतली फैलोपियन ट्यूब (fallopian tubes) से गर्भाशय की ओर जाता है, प्रोजेस्टेरोन नामक एक अन्य हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है जो गर्भाशय को तैयार करने में मदद करता है। अपने यही ऑव्युलेशन सायकल को जानने के लिए अप ऑनलाइन ऑव्युलेशन कैलकुलेटर का सहारा भी ले सकते हैं।
हर महिला का सटीक 28-दिवसीय चक्र नहीं हो सकता है, इसलिए ऑव्युलेशन समय भिन्न हो सकता है। आमतौर पर, आपके चक्र के मध्य-बिंदु के 4 दिन पहले या 4 दिनों में ओवल्यूशन होता है।
जानें अपने ऑव्युलेशन (Ovulation Time) का सही समय
आमतौर पर, आपको गर्भधारण की सबसे अच्छी संभावना (Best chance of pregnancy) होने के लिए अपने ऑव्युलेशन से 1-2 दिन पहले सेक्स करना चाहिए। यदि आपके पास 28-दिन का एक नियमित मासिक धर्म है, तो 14 दिन पीछे से गिनें जब अगली अवधि शुरू होने की उम्मीद हो। इस अवधि के दौरान हर दूसरे दिन सेक्स करने की कोशिश करें। “फर्टाइल विंडो’ (Fertile Window) उस दिन को कहते हैं, जब अंडाशय से एक अंडा रिलीज (Egg Release) होता है और उसके पांच दिन के पहले का समय। यह प्रेग्नेंसी प्लानिंग और गर्भाधारण (Pregnancy planning and conception) के लिए सेक्स का बेस्ट समय होता है।जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, आपका चक्र शायद कम या लंबी अवधि का हो। इसलिए, संभावित दिन जानने के लिए एक ऑव्युलेशन कैलक्युलेटर उपयोगी हो सकता है।
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ओवुलेशन के बाद प्रेगनेंसी के सिम्पटम्स
यदि कोई महिला ऑव्युलेशन के दौरान गर्भधारण कर लेती है, तो उनमें इस तरह के निम्नलिखित लक्षण नजर आ सकते हैं:
- जी मिचलाना (Nausea)
- मूड स्विंग (Mood Swing)
- हल्की ब्लीडिंग (Light bleeding )
- पाचन सम्बन्धी समस्याएं (Digestive problems)
- ब्रेस्ट में सूजन (Breast swelling) और दर्द होना (Pain)
- टेस्ट बदल जाना (Taste change)
- तनाव महसूस होना (Stress)
- कब्ज की शिकायत (Constipation Problem)
- बार-बार पेशाब आना (Urine Problem)
- मॉर्निंग सिकनेस (Morning Sickness)
- ब्लड प्रेशर बढ़ना (Blood Pressure)
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ऑव्युलेशन जानने के अन्य तरीके (Other ways to know ovulation)
ऑव्युलेशन जानने के लिए आप और भी तरीके आजमा सकते हैं। खास बात ये है कि इनके लिए ज्यादा मेहनत की जरूरत नहीं होती। आपको बस अपनी लास्ट पीरियड की तारीख याद रखने की जरूरत होगी। नीचे हम आपको कुछ ऐसे ही आसान तरीके बताने जा रहे हैं, जिनसे आप ऑव्युलेशन के बारे में पता लगा सकेंगी :
बेसल बॉडी टेंपरेचर : ऑव्युलेशन का समय जानने का एक तरीका है शरीर का तापमान (Body Temperature)। जब ऑव्युलेशन का समय होता है, तो बाकी दिनों के मुकाबले शरीर का तापमान कुछ बढ़ सकता है। इसके लिए आप हर महीने रोजाना अपना तापमान नोट करें और जब पूरे महीने में सबसे ज्यादा तापमान आए, तो ये ऑव्युलेशन का संकेत हो सकता है।
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इस दौरान होता है दर्द (ovulation Pain)
ऑव्युलेशन के समय कुछ महिलाओं को मरोड़ जैसे दर्द का अनुभव हो सकता है। आप इस दर्द से भी ऑव्युलेशन के समय (ovulation Period) का अंदाजा लगा सकती हैं।
योनि से अधिक डिस्चार्ज होना (Discharge)
योनि से अधिक डिस्चार्ज भी ऑव्युलेशन के समय का संकेत हो सकता है। अगर आपको ज्यादा डिस्चार्ज हो रहा हो, तो ये समय ऑव्युलेशन का समय हो सकता है।
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सूंघने की क्षमता में वृद्धि
कुछ महिलाओं में सामान्य मासिक धर्म के बाद गंध के प्रति अधिक संवेदनशीलता ऑव्युलेशन का संकेत हो सकता है। इस दौरान आपके शरीर को पुरुष फेरोमोन एंड्रोस्टोन के प्रति अधिक आकर्षित होने का आभास होता है। इस दौरान सेक्स करने की इच्छा लगातार बनी रहती है।
ज्यादा थकान होना (Fatigue)
चूंकि ऑव्युलेशन के समय शरीर में अधिक प्रोजेस्टेरोन हॉर्मोन (Progesterone hormone) बनता है, इसलिए आपको ज्यादा थकान महसूस हो सकती है। हो सकता है कि आपका उठने का मन न करे और आप हर समय थकी थकी महसूस करें। ज्यादा थकान होना भी ऑव्युलेशन का संकेत हो सकता है।
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बनाएं अपना मेंस्ट्रुअल चार्ट (Menstrual chart)
ऑव्युलेशन के संकेतों को पहचानने के लिए आप मेंस्ट्रुअल चार्ट भी बना सकती हैं। यह इसका एक सरल तरीका है। इसके लिए आप अपने पीरियड्स की डेट (Period date) का रिकॉर्ड रखें। पीरियड्स (Period) कब शुरू होते हैं कब खत्म होते हैं इसे नोट कर लें। अगर मेंस्ट्रुअल सायकल नॉर्मल है, तो मासिक धर्म से लगभग 14 दिन पहले ऑव्युलेशन होने की संभावना हैं। जब भी ऑव्युलेशन के संभावित संकेतों का अनुभव हो तो उसका एक चार्ट बनाएं। ऑव्युलेशन के संकेत में ऐंठन, ग्रीवा में वृद्धि, स्तन कोमलता, फ्लूइड रिटेंशन (Fluid retention), और भूख या मनोदशा में बदलाव शामिल हैं।
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ऑव्युलेशन और लाइफस्टाइल (ovulation and lifestyle)
प्रेग्नेंसी प्लानिंग में ऑव्युलेशन से साथ इन बातों का भी रखें ध्यान:
अच्छी डायट लें (Healthy Diet)
जब आप गर्भधारण करने की कोशिश कर रही हैं, तो आपके लिए हेल्दी डायट लेना बहुत जरूरी है। सुनिश्चित करें कि आप अपने दैनिक आहार में भरपूर मात्रा में स्वस्थ वसा जैसे ओमेगा-3, फोलेट, कैल्शियम, प्रोटीन (Proteins), आयरन (Iron) और फाइबर (Fiber) शामिल कर रहे हैं।
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व्यायाम (Exercise)
प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देने के लिए दिन में 30 मिनट के लिए मध्यम व्यायाम रोज करना जरूरी है । चाहें फिर वह जिम जाना हो, जॉगिंग करना हो या वजन उठाना हो, गर्भ धारण करने की कोशिश करें कि आप व्यायाम नियमित करें।
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पर्याप्त नींद लें (Healthy Sleep)
जब आप गर्भधारण करने की कोशिश कर रही है, तो सात से आठ घंटे की अच्छी नींद जरूर लें। खराब नींद, आपकी प्रजनन क्षमता को बाधित कर सकता है। तनाव को दूर करने के लिए नींद भी महत्वपूर्ण है।
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हर महिला की एक अलग चक्र और शरीर रचना होती है। कुछ महिलाओं में निश्चित तिथि या समय पर ऑव्युलेशन नहीं हो पाता है। जिसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि अनियमित मासिक चक्र (Irregular monthly) या पीसीओडी की समस्या आदि। जिससे सबसे अच्छे ऑव्युलेशन डेट (Ovulation date) का पता लगाना मुश्किल हो जाता है। यदि आपको ऑव्युलेशन (Ovulation in Hindi) नहीं होता है, तो इसका कारण पीसीओंडी (PCOD) या कोई अन्य इनफर्टिलिटी (infertility) सम्बंधित कारण हो सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से बात करें।
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