गर्भावस्था के दौरान बालों का झड़ना, जी मिचलाना और मितली या उल्टी की तरह प्रेग्नेंसी के लक्षणों में से है। प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले हार्मोनल चेंजेस भी हेयरफॉल का बड़ा कारण हैं। हालांकि प्रेग्नेंसी में हेयरफॉल सभी महिला को हो यह जरूरी नहीं है क्योंकि इस दौरान बालों का टूटना कई अन्य कारणों से भी हो सकता है। कई महिलाएं प्रसव के बाद भी हेयरफॉल को महसूस करती हैं। कुछ मेडिकल कंडिशन प्रेग्नेंसी में होने वाले हेयर फॉल को और भी ज्यादा बढ़ा देती हैं।
प्रेग्नेंसी में हेयरफॉल (Hairfall in pregnancy)
प्रेग्नेंसी के दौरान हेयरफॉल के क्या कारण हो सकते हैं?
पोषक तत्वों की कमी:
प्रेग्नेंसी में हेयरफॉल का महत्वपूर्ण कारण पोषक तत्वों की कमी है। यदि महिला में पोषक तत्वों की कमी हो जाए तो बालों का झड़ना शुरू हो जाता है। प्रेग्नेंसी में इन पोषक तत्वों की कमी होने पर बाल झड़ने लगते हैं:
- आयरन
- जिंक
- फोलिक एसिड आदि की कमी से बालों का झड़ना हो सकता है।
इस कमी से बचने के लिए प्रेग्नेंसी के दौरान जिंक, कैल्शियम और फोलिक एसिड आदि की टैबलेट डॉक्टर द्वारा दी जाती हैं। साथ ही इन तत्वों से युक्त खाद्य पदार्थ डायट में शामिल करने की सलाह दी जाती है।
आयरन डेफिसिएंसी के कारण प्रेग्नेंसी में हेयरफॉल
शरीर में आयरन की कमी तब होती है जब विभिन्न ऊतकों को ऑक्सिजन प्राप्त करने के लिए पर्याप्त मात्रा में रेड ब्लड सेल्स नहीं बन पाती हैं। आयरन की कमी से बालों के पतले होना और टूटना शुरू हो जाते हैं। गर्भवती महिला में आयरन की कमी से हेयरफॉल के अलावा थकान महसूस होना, अनियमित दिल की धड़कन, सांस लेने में परेशानी और सिरदर्द जैसी भी समस्या होती है।
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थायरॉइड की समस्या के कारण प्रेग्नेंसी में हेयरफॉल
हायपोथायरायडिज्म की वजह से शरीर में थायरॉइड हार्मोन की कमी से भी हेयरफॉल होता है। गर्भावस्था के दौरान थायरॉइड से बालों का झड़ना बहुत सामान्य है। शरीर में इस हॉर्मोन की कमी होने से प्रेग्नेंसी में बाल झड़ने की समस्या बढ़ जाती है।
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के कारण प्रेग्नेंसी में हेयरफॉल
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यह प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाला एक हॉर्मोनल असंतुलन है। जो महिलाओं के ओवरी में होता है। यह भी प्रेग्नेंसी में हेयरफॉल का बड़ा कारण हो सकता है। क्योंकि इसकी वजह से ओवरी में अंडे पूरी तरह से ग्रोथ नहीं कर पाते। जिसके कारण महिलाओं को पीरियड्स आने में दिक्क्त होती है। इसके दौरान शरीर में एण्ड्रोजन हॉर्मोन का उत्पादन ज्यादा होता है। यह प्रेग्नेंसी में बाल झड़ने का कारण बनता है।
विटामिन बी-12 की कमी के कारण प्रेग्नेंसी में हेयरफॉल
बालों के बढ़ने के लिए विटामिन बी-12 बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह बालों के विकास में मदद करता है। विटामिन बी-12 की कमी के कारण बालों का विकास कम हो जाता है। इसकी कमी से भी प्रेग्नेंसी में हेयरफॉल की समस्या होती है।
आनुवंशिकी के कारण प्रेग्नेंसी में हेयरफॉल
गर्भावस्था के दौरान बालों के झड़ने का एक कारण आनुवंशिक भी हो सकता है। ऐसा माना जाता है कि अगर परिवार में प्रेग्नेंसी में हेयरफॉल की समस्या किसी को भी रही हो तो आपको भी बाल टूटने की समस्या हो सकती है।
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गर्भावस्था में बाल झड़ना:प्रेग्नेंसी के दौरान हेयरफॉल को रोकने के घरेलू उपचार क्या हैं?
1. अंडे की सफेदी
बालों के लिए अंडे की सफेद भाग बहुत चमत्कारी होता क्योंकि यह अमीनो एसिड और प्रोटीन से भरा होता है। जो आपके बालों को पोषण देने में मदद करता है। अंडे का सफेद भाग जैतून के तेल के साथ मिलाकर हेयर मास्क तैयार करें। इसे अपने स्कैल्प पर लगाएं और आधे घंटे के बाद गुनगुने पानी से धो लें।
2. दही
दही बालों के लिए सबसे अच्छे कंडीशनर में से एक है। यह बालों को स्वस्थ तथा स्मूथ और डैंड्रफ-फ्री बाल रहने में मदद करता है। इसके लिए अपने सिर पर कुछ दही लगाएं और इसे 10 मिनट बाद शैंपू से धो लें। इसके अलावा दही को अपने आहार में शामिल भी करना चाहिए क्योंकि यह आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाने और बालों की गुणवत्ता को बढ़ाने में सहायक होता है।
3. नीम के पत्ते
यह हेयरफॉल को रोकने के सबसे प्रभावी हर्बल उपचारों में से एक है। इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं। जो माइक्रोब्स के विकास को रोकते हैं और इस प्रकार ये इंफेक्शन को रोकते हैं, जिससे बाल गिरते हैं। नीम की पत्तियों का पेस्ट तैयार करें और इसे स्कैल्प पर लगा कर आधे घंटे बाद धो लें।
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4. आंवला
प्राचीन काल से आंवला हेयर टॉनिक के रूप में जाना जाता है। प्रेग्नेंसी हेयरफॉल हो रहा हो तो आंवला या इसका मुरब्बा खा सकती हैं। आप आंवला का जूस भी पी सकती हैं। आंवला के तेल का उपयोग सिर की मालिश के लिए किया जा सकता है। आंवला से बालों के झड़ने में खासा प्रभाव पड़ता है, इसके प्रमाण भी हैं।
5. नारियल
बालों के झड़ने को रोकने के लिए एक और प्रभावी तरीका नारियल तेल का उपयोग है। नारियल तेल से सिर की मालिश करें। यह बालों के झड़ने की समस्या को कम करता है और बालों को चमकदार और मजबूत बनाने में भी मदद करता है।
6. ड्राई फ्रूट्स और फ्लैक्स सीड्स
फ्लैक्स सीड्स ओमेगा -3 फैटी एसिड का अच्छा स्रोत है जो प्रेग्नेंसी में बालों का झड़ना रोकने में मदद करते हैं। ड्राई फ्रूट्स विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। ये स्वस्थ बालों को बनाए रखने में भी मदद करते हैं। प्रेग्नेंसी में हेयरफॉल से बचने के लिए हर रोज प्रतिदिन मुट्ठी भर ड्राई फ्रूट्स और एक चम्मच फ्लैक्स सीड खाएं।
गर्भावस्था में बाल झड़ना: प्रेग्नेंसी में हो रहा है हेयरफॉल तो रखें इन बातों का ध्यान:
गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के बाद अपने बालों की देखभाल के लिए नीचे दिए टिप्स को अपनाएं।
गर्भावस्था के दौरान बालों के झड़ने की समस्या का सामना करने वाले आप ही एकमात्र गर्भवती महिला नहीं हैं। इसलिए इस बारे में चिंता करने के बजाए उपायों और संभावित इलाज की कोशिश करें। ऐसे कई आसान तरीके हैं जिनसे आप गर्भावस्था के दौरान और बाद में अपने बालों की देखभाल कर सकती हैं।
- अपनी सिर पर सीधे सूरज की किरणों को न पड़ने दें और गर्मी से बचें।
- अपने आहार में हरी सब्जियों और फलों की मात्रा बढ़ाएं। खासकर उन्हें जिनमें पानी की मात्रा अधिक होती है।
- थायरॉइड लेवल सामान्य है या नहीं यह जांचने के लिए ब्लड-टेस्ट करवाएं।
- बालों को गीला होने पर कंघी न करें।
- अपने बालों को ब्रश करने के लिए चौड़े दांतों वाले ब्रश का इस्तेमाल करें।
- स्प्लिट एंड्स से बचने के लिए बालों को नियमित अंतराल पर ट्रिम करें, क्योंकि इससे बाल गिरने की समस्या होती है।
प्रेग्नेंसी में हेयरफॉल या डिलिवरी के बाद बालों का गिरना कुछ हद तक सामान्य है। गर्भावस्था की अवधि के दौरान अपने बालों की कुछ अतिरिक्त देखभाल करने से आपको इस समस्या से राहत मिलने में मदद मिलेगी। अधिक जानकारी के लिए आप एक्सपर्ट से राय ले सकते हैं।
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