3.ट्विन प्रेग्नेंसी में देखभाल-डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करें
ट्विन प्रेग्नेंसी में देखभाल में इस बात का विशेष ध्यान रखें कि जिन महिलाओं के गर्भ में जुड़वां बच्चे पल रहे हो उन्हें अपने शरीर का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। इसके लिए जरूरी होता है कि वे ज्यादा-से-ज्यादा मात्रा में कैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर चीजों का सेवन करें। इससे शिशु की हड्डियों को मजबूती मिलेगी। इसके लिए आपको दूध, पनीर आदि डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करना चाहिए। इससे गर्भवती महिला के शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है।
[mc4wp_form id=’183492″]
4. ट्विन प्रेग्नेंसी में देखभाल- सेक्स करते समय सावधानी बरतें:
गर्भ में एक शिशु के पलने पर डॉक्टर सेक्स के समय अतिरिक्त सावधानी बरतने को कहते हैं। अब यदि गर्भ में जुड़वां बच्चे हो तो डॉक्टर से समझकर सेक्स का डिसीजन लेना चाहिए। सेक्स करना है या नहीं यह हर महिला की स्थिति पर निर्भर करता है। जुड़वां बच्चे होने पर गर्भाशय का अकार बढ़ जाता है। सेक्स करते समय गर्भाशय से टकराव होने पर शिशु को चोट पहुंचने का खतरा रहता है। अगर सेक्स करते भी हैं तो सेक्स पुजिशन का ख्याल रखें। इसके लिए आप आपने गायनेकोलॉजिस्ट से संपर्क कर सकती हैं।
और पढ़ें: प्रेग्नेंसी में सबसे पौष्टिक आहार है साबूदाना
5. ट्विन प्रेग्नेंसी में देखभाल- किसी तरह का खिंचाव न आने दें
गर्भवती महिला के लिए प्रेग्नेंसी के नौ महीने बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। इस दौरान उन्हें कोई ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिससे उनके पेट पर किसी तरह का खिंचाव आए या दबाव पड़े। क्योंकि गर्भ में जुड़वां बच्चे होने के कारण पेट पर किसी तरह के दबाव पड़ने से परेशानी हो सकती है। गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला को पैरों पर भार रखकर बहुत देर तक नहीं बैठना चाहिए। इससे भी पेट पर खिंचाव पड़ता है।
6. ट्विन प्रेग्नेंसी में देखभाल- जुड़वां बच्चे की कंडिशन जानने के लिए डॉक्टर से करवाते रहें जांच
अधिकतर मामलों में गर्भ में जुड़वां बच्चों के पलने पर सिजेरियन बर्थ की चांस अधिक होते हैं। कुछ मामलों में जुड़वां बच्चे नॉर्मल डिलिवरी से भी जन्म लेते हैं। ऐसे में आपको शिशु की स्थिति को समझने के लिए और बर्थ कंडिशन को जानने के लिए डॉक्टर से जांच करवाते रहना चाहिए। ऐसा देखा गया है कि गर्भ में जुड़वां बच्चे के होने पर बर्थ कॉम्प्लिकेशन ज्यादा होती हैं। साथ ही गर्भवती महिला को पेट दर्द, ब्लीडिंग या ज्यादा उल्टी आदि की भी शिकायत होती है।