क्या आप जानते हैं कि सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज का शिकार अधिकतर युवा होते हैं? यानी, 15 से 24 साल के लोगों को इस समस्या का जोखिम अधिक होता है। यही नहीं, सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज पच्चीस से भी अधिक तरह की होती हैं, जिनमें से अधिकतर की स्थिति में कोई लक्षण नजर नहीं आता है। इनका ट्रीटमेंट भी संभव है। इन्हीं में से एक है जेनिटल हर्पीस, जिसे हर्पीस जेनिटेलिस भी कहा जाता है। इसके कारण मुंह और जेनिटल्स में या इनके आसपास छाले और फफोले हो जाते हैं। आइए जानते हैं क्या है हर्पीस जेनिटेलिस (Herpes Genitalis) और साथ ही हर्पीस जेनिटेलिस ट्रीटमेंट (Herpes Genitalis Treatment) के बारे में जानना न भूले।