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डायबिटीज के कारण बढ़ सकती है यीस्ट इंफेक्शन की परेशानी!

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 22/11/2021

    डायबिटीज के कारण बढ़ सकती है यीस्ट इंफेक्शन की परेशानी!

    डायबिटीज यानि मधुमेह वो भयानक रोग है, जिससे दुनिया भर में लाखों लोग पीड़ित हैं। इस रोग का कोई इलाज नहीं है। लेकिन, ब्लड ग्लूकोज कंट्रोल कर के एक सामान्य जीवन संभव है। हाय ब्लड शुगर हमारे शरीर के लगभग हर अंग को प्रभावित करती है। इसी तरह से इससे प्रभावित होते हैं जननांग। ऐसा माना जाता है कि हाय ब्लड ग्लूकोज यीस्ट के विकास का कारण बन सकती है। हालांकि, यीस्ट इंफेक्शन का उपचार संभव है। लेकिन यह रोग बेहद बैचैन करने वाला, तनाव पूर्ण और बार-बार होने वाला है। इस लेख में हम डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शन (Diabetes and Yeast Infection) के बारे में बात करेंगे। सबसे पहले जानते हैं यीस्ट इंफेक्शन (Yeast Infection) के बारे में।

    यीस्ट इंफेक्शन क्या है? (What is Yeast Infection)

    योनि में यीस्ट इंफेक्शन को वैजिनायटिस (Vaginitis) के रूप में भी जाना जाता है। डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शन(Diabetes and Yeast Infection) या डायबिटीज और वैजिनायटिस (Diabetes and (Vaginitis)) के बारे में जानने से पहले जानते हैं यीस्ट इंफेक्शन होता क्या है? साउथ नासाउ कम्युनिटी हॉस्पिटल, न्यूयॉर्क के डायरेक्टर ऑफ डायबिटीज एजुकेशन “ल्यूसिल ह्यूज” के अनुसार वजाइनल यीस्ट इंफेक्शन का मुख्य कारण है कैंडिडा एल्बीकैंस (Candida Albicans) नामक फंगस का अधिक विकास। यीस्ट हेल्दी वजाइना का महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन इससे कई समस्याएं भी जुड़ी हुई हैं। जब वजाइना में हेल्दी यीस्ट की मात्रा कंट्रोल से बाहर होने लगती है, तो इसके कई भयानक लक्षण नजर आ सकते हैं। टेक्निकली कहा जाए तो यीस्ट एक फंगस है और अधिकतर यीस्ट इंफेक्शन को फंगल इंफेक्शन के नाम से जाना जाता है। कुछ यीस्ट इंफेक्शन बैक्टीरियल इंफेक्शन भी हो सकते हैं लेकिन यह दुर्लभ हैं। यीस्ट इंफेक्शन वजाइना के अलावा शरीर के अन्य भागों में भी हो सकते हैं जैसे मुंह, जीभ या गला आदि। 

    यह भी पढ़ें: Vaginal yeast infection: वजायनल यीस्ट इंफेक्शन क्या है? जानें इसके लक्षण और उपचार

    जानिए इसके लक्षणों के बारे में (Symptoms of Yeast Infection)

    यीस्ट इंफेक्शन के शुरुआती लक्षणों को अधिकतर लोग महसूस ही नहीं करते हैं। ऐसा भी कहा जा सकता है कि यह लक्षण सामान्य होते हैं, लेकिन कुछ ही दिनों में जब इंफेक्शन अधिक बढ़ जाता है और अगर इसका उपचार न किया जाए, तो कुछ लक्षण सहन नहीं किए जा सकते। यह लक्षण इस प्रकार हैं:

    • वजाइना में या इसके आसपास खुजली होना (Itching in and Around the Vagina)
    • वजाइना में या  इसके आसपास जलन (Burning in and Around the Vagina)
    • वजाइना में या  इसके आसपास सफेद पनीर जैसी चीज का होना (White, Cottage Cheese-like Substance inside and Around the Vagina)
    • सफेद डिस्चार्ज (White Discharge)
    • सूजन (Inflammation)
    • लालिमा (Redness)
    • अगर दुर्गन्ध होगी तो हल्की होगी (If any Odor, it is Mild)
    • मूत्र त्याग के समय जलन  (Stinging Sensation when you Urinate)
    • संभोग के दौरान जलन  (Burning Pain during Intercourse)

    डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शन

    डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शन (Diabetes and Yeast Infection) की स्थिति में लक्षण बदतर हो सकते हैं। अगर यीस्ट इंफेक्शन की स्थिति में आपको वजाइना या इसके आसपास खुजली हो रही हो तो किसी भी स्थिति में प्रभावित स्थान पर खुजली न करें। अधिक खुजली करने से इसके कट लग सकते हैं या घाव हो सकते हैं, जिससे इंफेक्शन बदतर हो सकता है। अगर यह लक्षण इस प्रकार हों, तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए:

    यीस्ट इंफेक्शन का कारण (Causes of Yeast Infection)

    कुछ महिलाओं में यीस्ट इंफेक्शन होने की संभावना अधिक होती है या उन्हें बार-बार इस समस्या का सामना करना पड़ता है। अधिकतर महिलाएं इसे अपने जीवन में कभी न कभी जरूर महसूस करती हैं। जिन महिलाओं को डायबिटीज होती है वो शार्ट टर्म या लॉन्ग टर्म हाय ब्लड शुगर लेवल के कारण इस समस्या से अधिक पीड़ित रहती हैं। डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शन (Diabetes and Yeast Infection) में यह संबंध है कि डायबिटीज के कारण यीस्ट इंफेक्शन बदतर हो सकता है। यीस्ट इंफेक्शन के एक कारणों में डायबिटीज भी शामिल है। यीस्ट इंफेक्शन के कारण इस प्रकार हैं :

    • अधिक ब्लड शुगर लेवल (High Blood Sugar Level)
    • हॉर्मोन लेवल में सामान्य बदलाव (Normal Changes in Hormone Level)
    • एंटीबायोटिक्स (Antibiotics)
    • कोर्टीसोन इंजेक्शंस (Cortisone Injections)
    • कमजोर इम्यून सिस्टम (Weakened Immune System)
    • कीमोथेरेपी (Chemotherapy)
    • HIV/Aids ट्रीटमेंट्स (HIV/Aids treatments)
    • एनाबोलिक स्टेरॉइड्स (Anabolic Steroids)
    • डूशिंग (Douching)
    • वजाइनल क्षेत्र में अधिक नमी (Too much Moisture in the Vaginal Area) 
    • सेक्शुअल पार्टनर के वीर्यन के कारण रिएक्शन  (Reaction to Sexual Partner’s Semen)
    • सेक्शुअल पार्टनर को यीस्ट इंफेक्शन होना ( Yeast Infection in Sexual Partner)

    यह भी पढ़ें: यीस्ट इंफेक्शन (Yeast infection) के कारण, लक्षण और घरेलू उपचार

    यीस्ट इंफेक्शन का निदान (Diagnosing a Yeast Infection)

    डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शन (Diabetes and Yeast Infection) के बारे में और जानने से पहले जानते हैं कि कैसे हो सकता है इस समस्या का निदान। कई बार यीस्ट इंफेक्शन के लक्षण किसी अन्य मेडिकल स्थिति के समान भी हो सकते हैं। ऐसे में, तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें। इसके लिए डॉक्टर डिस्चार्ज का सैंपल लेकर जांच कर सकते हैं कि रोगी को यीस्ट इंफेक्शन है या अन्य कोई समस्या। इससे यह फंगल इंफेक्शन है या बैक्टीरियल, यह भी पता चल जाएगा।

    डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शंस के बीच में क्या संबंध है? (Relation between Diabetes and Yeast Infection)

    डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शन (Diabetes and Yeast Infection) के बीच संबंध को जानने के लिए आपको इनसे जुड़ी हर एक चीज जाननी होगी। बैक्टीरिया, वायरस और कवक जिसमें यीस्ट भी शामिल है, इंफेक्शन का कारण बन सकते हैं। अगर व्यक्ति का इम्यून सिस्टम शरीर के ब्लड ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल नहीं कर पाता है, तो यह डायबिटीज का कारण बन सकता है। एक शोध के अनुसार जिन लोगों को टाइप 1 या टाइप 2 डायबिटीज है, उन्हें इंफेक्शन की अधिक संभावना होती है, जिसमें यीस्ट इंफेक्शन भी शामिल है। जिन लोगों को डायबिटीज है, उनमे न केवल इंफेक्शन बदतर हो सकता है बल्कि उनमें इंफेक्शन का उपचार भी मुश्किल हो सकता है। अगर इस इंफेक्शन का सही उपचार नहीं हो पाता है, तो जटिलताएं बढ़ सकती हैं।

    डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शन

    कौन से फैक्टर जोखिम को बढ़ाते हैं? 

    जिन लोगों में डायबिटीज अधिक है या कंट्रोल करने में समस्या हो रही है, उन्हें गंभीर और बार-बार यीस्ट इंफेक्शन हो सकता है। हालांकि, शोधकर्ता यीस्ट के अधिक बढ़ने और डायबिटीज में लिंक ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं। इससे जुड़े रिस्क फैक्टर इस प्रकार हैं:

    डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शन: इम्यून सिस्टम में गड़बड़ (Compromised Immune System)

    वैज्ञानिकों के अनुसार डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शन (Diabetes and Yeast Infection) के साथ ही डायबिटीज और इम्यून डिसफंक्शन के बीच में भी गहरा संबंध है। टाइप 1 डायबिटीज जैसा रोग तब होता है, जब इम्यून सिस्टम में समस्या अग्न्याशय में कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती है। इम्यूनोलॉजिकल परिवर्तन और वृद्धि टाइप 2 मधुमेह के विकास में एक भूमिका निभाते हैं। अगर डायबिटीज सही से कंट्रोल नहीं की जाती है, तो इससे इम्यून रिस्पांस भी कम हो सकता है। यह एक वजह हो सकता है जिसके कारण जिन लोगों को डायबिटीज है, उन्हें यीस्ट इंफेक्शन की संभावना अधिक होती है। 

    डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शन: इम्यून प्रोटीन (Immune Protein)

    हालांकि अभी डायबिटीज और इम्यून सिस्टम के बीच के संबंधों के लिए अधिक शोध किए जा रहे हैं। लेकिन, एक शोध के मुताबिक हाय ब्लड शुगर से कुछ इम्यून प्रोटीन सप्रेशन हो सकती है। इन प्रोटीन को बीटा डिफेंसिंस (Beta-Defensins) कहा जाता है, जो इम्यून सेल्स की मदद करते हैं। 

    यह भी पढ़ें:  ब्लड शुगर कैसे डायबिटीज को प्रभावित करती है? जानिए क्या हैं इसे संतुलित रखने के तरीके

    कैसे संभव है यीस्ट इंफेक्शन का उपचार? (How are Yeast Infections Treated)

    माइल्ड से मॉडरेट यीस्ट इंफेक्शन का टोपिकल ट्रीटमेंट्स जैसे क्रीम, ऑइंटमेंट आदि से उपचार किया जा सकता है। इसके अलावा डॉक्टर कुछ अन्य दवाइयों की भी सलाह दे सकते हैं, जैसे:

    डॉक्टर आपको ओरल मेडिसिन जैसे फ्लुकोनाजोल (Fluconazole) की एक खुराक लेने की सलाह भी दे सकते हैं। अगर रोगी में गंभीर लक्षण हैं तो अधिक डोज की सलाह दी जा सकती है। लेकिन, इस दवा का सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए। इसके साथ डॉक्टर आपको अन्य एहतियात बरतने के लिए भी कह सकते हैं कि आपके पार्टनर तक यह इंफेक्शन न फैले। 

    गंभीर यीस्ट इंफेक्शन  (Severe Yeast Infections)

    अगर यीस्ट इंफेक्शन गंभीर है, तो इसका उपचार लॉन्ग- कोर्स वजाइनल थेरेपी (Long-Course Vaginal Therapy) से किया जा सकता है। इसके बाद भी अगर आपका इंफेक्शन ठीक नहीं होता है या आठ हफ़्तों के भीतर फिर से हो जाता है, तो डॉक्टर की सलाह जरूरी है।

    यीस्ट इंफेक्शन का फिर से होना (Recurring Yeast Infections)

    अगर आपका यीस्ट इंफेक्शन फिर से हो जाता है तो आपके डॉक्टर को इस समस्या को दूर करने के लिए पूरा प्लान बनाना पड़ेगा, जो इस प्रकार होता है।

    • शुरू के दो हफ्तों तक दवाईयां (Two-Week Course of Medication to start)
    • अगले छे महीने तक हफ्ते में एक बार फ्लुकोनाजोल की टेबलेट (Once-Weekly Fluconazole Tablet for Six Months)
    • अगले छे महीने तक हफ्ते में एक बार क्लोट्रिमेजोल सपोसिटरी (Once-Weekly Clotrimazole Suppository for Six Months)

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    अगर आपको डायबिटीज है, तो आप यीस्ट इंफेक्शन से कैसे बच सकती हैं? (How to Prevent Yeast Infection if you have Diabetes)

    डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शन (Diabetes and Yeast Infection) आपके लिए परेशानी की वजह बन सकती हैं और इनसे आपके रोजाना के जीवन पर भी प्रभाव पड़ सकता है। शरीर पर डायबिटीज पर प्रभाव के बारे में तो सब जानते हैं। जो लोग डायबिटीज पर कंट्रोल नहीं रख पाते, उनमें जटिलताएं बढ़ती जाती हैं। इन जटिलताओं के साथ इंफेक्शन चाहे वो बैक्टीरियल हो, यीस्ट या फंगल, किसी से भी लड़ना मुश्किल हो सकता है। हालांकि, आप कुछ तरीके अपना कर डायबिटीज होने के बाद भी यीस्ट इंफेक्शन से बच सकती हैं:

    डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शन: अपने ब्लड शुगर लेवल की जांच कराते रहें (Keep your Blood Sugar Level in Check)

    ब्लड शुगर हाय होने पर यीस्ट इंफेक्शन होने का जोखिम बढ़ता है। इसलिए अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रख कर आप यीस्ट की ग्रोथ को भी कम कर सकते हैं।

    डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शन: अपने जननांगों को साफ और सूखा रखें (Keep your Genitals Clean and Dry)

    मूत्र त्याग के बाद हमेशा अपने जननांग को धोएं। डूश या वजायनल वॉश के इस्तेमाल से बचें। इससे योनि रूखी होती है और संक्रमण के लिए अतिसंवेदनशील हो सकती है।

    डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शन: स्मोकिंग न करें (Quit Smoking)

    स्मोकिंग करने से ब्लड ग्लूकोज लेवल बढ़ता है, जिससे यीस्ट इंफेक्शन की समस्या भी बढ़ सकती है। इसलिए डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शन (Diabetes and Yeast Infection) से बचने के लिए स्मोकिंग छोड़ दें।

    डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शन: कॉटन के कपड़े (Wear Cotton Clothes)

    अपने गुप्तांगों को सूखा रखने के लिए हमेशा कॉटन के अंडरवियर पहनें। इसके साथ ही अधिक तंग कपड़ों को भी पहनने से बचे। ताकि, आपके प्राइवेट पार्ट्स में नमी न हो और आप इंफेक्शन से बच सके।

    डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शन: खुद से कोई भी दवाई न लें (Do not Take any Medicine by Yourself )

    कुछ महिलाएं डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शन (Diabetes and Yeast Infection) की समस्या से बचने के लिए खुद ही बिना डॉक्टर की सलाह के दवाईयां लेती रहती है। इनसे अस्थायी आराम तो मिल जाता है। लेकिन, शरीर का एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस भी बढ़ जाता है। इसलिए किसी भी स्थिति में डॉक्टर की सलाह के बिना दवाई लेने से बचे।

    डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शन: सही आहार लें (Right Food)

    डायबिटीज को कंट्रोल में रखने में सही आहार महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए, डायबिटीज को कंट्रोल में रखने के लिए हमेशा संतुलित और पौष्टिक आहार का ही सेवन करें। इसके लिए डॉक्टर की सलाह अनिवार्य है। यह आहार आपको यीस्ट इंफेक्शन के जोखिम से भी दूर रखने में मदद कर सकता है।

    Diabetes and Yeast Infection

    व्यायाम करें (Exercise)

    व्यायाम करना हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शन (Diabetes and Yeast Infection) की स्थिति में भी व्यायाम करने से आपको लाभ होगा। दिन में कुछ देर व्यायाम के लिए अवश्य निकालें। डायबिटीज के मरीजों के लिए तो यह बेहद जरूरी है।

    तनाव से बचें (Avoid Depression)

    तनाव डायबिटीज और अन्य समस्याओं को बढ़ाने वाले मुख्य कारणों में से एक है। इसलिए तनाव से बचने के उपाय करें। अगर आपको तनाव की अधिक समस्या है तो डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं।

    यह भी पढ़ें: कुछ ऐसे मिलेगा डायबिटीज से छुटकारा! दीजिए जवाब और पाइए निदान

    आमतौर पर यीस्ट इंफेक्शन नियमित दवा लेने के चौदह दिनों में ठीक हो जाता है। लेकिन, अगर आपको यह समस्या बार-बार हो रही हो, तो आपको फिर से सही मेडिकल हेल्प की जरूरत हो सकती है। अगर आपको यीस्ट इंफेक्शन के लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत डॉक्टर की राय लें। वो आपको इन लक्षणों को दूर करने में मदद कर सकते हैं। अपने डॉक्टर से डायबिटीज और यीस्ट इंफेक्शन (Diabetes and Yeast Infection) के बारे में भी बात करें। खासतौर पर अगर आपको डायबिटीज की समस्या है। इससे उन्हें डायबिटीज मैनेजमेंट और यीस्ट इंफेक्शन के उपचार में मदद मिलेगी।

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