जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे मानसिक और शारीरिक जरूरतें बदलने लगती हैं। जिनमें से एक सेक्स भी है। जो शारीरिक और मानसिक दोनों की जरूरत है। सेक्स ड्राइव का मतलब यह है कि कामेच्छा यानी कि सेक्स के प्रति इच्छा होना। आज जहां युवा एक तरफ सेक्स ड्राइव में कमी से जूझ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग हाई सेक्स ड्राइव भी परेशान हैं। हाई सेक्स ड्राइव होने से व्यक्ति शारीरिक और मानसिक दोनों तौर पर संतुष्ट नहीं हो पाता है। इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि हाई सेक्स ड्राइव के लक्षण क्या हैं और इस तीव्र कामेच्छा के कारण और निवारण क्या हैं।
हाई सेक्स ड्राइव क्या है? (What is high sex drive?)
हर व्यक्ति के अंदर सेक्स को लेकर इच्छा होती है। आसान शब्दों में कहा जा सकता है कि सेक्स करने के लिए अंदर से आने वाली इच्छा को ही सेक्स ड्राइव कहते हैं। सेक्स ड्राइव सामान्य होती है, यानी कि एक स्वस्थ्य इंसान की एक दिन में एक या दो बार सेक्स करने की इच्छा नॉर्मल सेक्स ड्राइव कही जाती है, लेकिन अगर व्यक्ति हमेशा सेक्स के बारे में सोचता है या उसको सेक्स करने की इच्छा हमेशा होती है, इस स्थिति को ही हाई सेक्स ड्राइव कहते हैं।
हाई सेक्स ड्राइव होने के बहुत सारे नुकसान भी है। सेक्स की ज्यादा कामेच्छा होने से व्यक्ति अपने काम पर फोकस नहीं कर पाता है। इसके अलावा करियर भी व्यक्ति तीव्र कामेच्छा के कारण बर्बाद कर लेता है। कई बार तो लोग डिप्रेशन, डिमेंशिया और सेक्शुअल एडिक्शन तक के शिकार हो जाते हैं।
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हाई सेक्स ड्राइव होने के लक्षण क्या हैं? (What are the symptoms of high sex drive?)
हाई सेक्स ड्राइव हर किसी को समझ में नहीं आती। इसलिए जो लक्षण हम बता रहे हैं, उन लक्षणों के आधार पर आप जान सकते हैं कि आप तीव्र कामेच्छा से गुजर रहे हैं :
- जब आपको सेक्स ड्राइव ज्यादा होती है तो आप सेटिस्फाइड या चर्मोत्कर्ष को प्राप्त नहीं कर पाते हैं। इसके लिए आप चाहे कितनी बार सेक्स करें या हस्तमैथुन करें।
- आप अपनी सेक्स इच्छा के बारे में जानने में असमर्थ होते हैं। कहने का मतलब यह है कि आप ये नहीं समझ पाते हैं कि आपको किस तरह का सेक्स करना है और कितनी बार सेक्स करना है।
- हमेशा तीव्र कामेच्छा होने से आपको सपने भी आते रहते हैं। जिस कारण से आप खुद को शर्मिंदा महसूस करते रहते हैं।
- ज्याद सेक्स ड्राइव होने से आप अपने काम पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। ना ही आप अपना सामजिक समय और सोने का समय नियंत्रित कर पाते हैं।
- ज्यादा सेक्स या हस्तमैथुन करने से आपके जननांगों में दर्द होने लगता है।
- ज्यादा सेक्स करने की आपकी आदत पड़ जाती है, जिस कारण आप किसी के साथ भी सेक्स करने के लिए तैयार हो सकते हैं। इसके अलावा यह रेप जैसे अपराध की तरफ भी ले कर जाता है।
- ज्यादा सेक्स ड्राइव होने से आपको किसी भी तरह के रिलेशनशिप में होने से डर लगता है। आप सोचते हैं कि आप संतुष्ट नहीं हो पाएंगे और कई लोगों के साथ सेक्शुअल रिलेशनशिप में हो सकते हैं।
नियंत्रण से बाहर कामेच्छा होने से आपके आस-पास के लोगों को भी परेशानी हो सकती है। आपको ऐसा लगता है कि आप ठीक हैं, लेकिन आपके साथ रहने वाले लोगों को यह डर हो सकता है कि आप सेक्स के लिए हमेशा आतुर रहते हैं।
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हाई सेक्स ड्राइव होने के क्या कारण हैं? (What are the causes of high sex drive)
तीव्र कामेच्छा होने के कई सारे कारण हैं, जो निम्न हैं :
न्यूरोट्रांसमिटर के असंतुलित होने के कारण
हाई सेक्शुअल ड्राइव होने के पीछे हमारे दिमाग से निकलने वाले कई तरह के केमिकल जिम्मेदार होते हैं। दिमाग से निकलने वाले इन केमिकल को ही न्यूरोट्रांसमिटर कहते हैं, जैसे- डोपामाइन, सेरोटोनिन और नोरोपिनेफ्रिन। न्यूरोट्रांसमिटर के असंतुलित होने से ये केमिकल मूड में बदलाव करते हैं, जिसके कारण तीव्र कामेच्छा होती है।
दवाओं के कारण
डोपामाइन की कुछ दवाएं जो पार्किंसंस डिजीज में दी जाती हैं, उसे खाने के बाद तीव्र कामेच्छा होती है।
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हेल्थ कंडिशन के कारण
कुछ हेल्थ कंडिशंस के कारण इस तरह का सेक्शुअल बिहेवियर हो सकता है। जिससे स्थिति और भी खराब हो सकती है। कुछ हेल्थ कंडीशन निम्न हैं :
बायपोलर डिसऑर्डर (Bipolar disorder)
बायपोलर डिसऑर्डर को डिप्रेशन के रूप में भी जाना जाता है। असल में यह एक गंभीर मानसिक स्थिति है जिसके कारण अत्यधिक मूड स्विंग्स होते हैं। आप एक पल बहुत खुश होते हैं तो अगले ही पल बेहद दुखी हो जाते हैं। बीच-बीच में सामान्य मूड भी रहता है लेकिन, जब मूड खराब होता है तो मरीज निराश और हारा हुआ महसूस करते हैं और अपनी दैनिक गतिविधियों में रुचि खो देते हैं। जब मूड अच्छा होता हैं, तो वे उत्साह और ऊर्जावान महसूस करते हैं। जो मामले गंभीर होते हैं उनमें ये मूड स्विंग्स सप्ताह या साल में दो से चार बार से लेकर कई बार तक हो सकता है।
बायपोलर डिसऑर्डर की वजह से रिश्तों में खटास, नौकरी या स्कूल में खराब प्रदर्शन और यहां तक कि आत्महत्या की स्थिति भी आ सकती है। बायपोलर डिसऑर्डर होने पर तीव्र कामेच्छा होती है। मूड स्विंग्स को कंट्रोल करने के लिए डॉक्टर से परामर्श की जरूरत पड़ सकती है।
डिमेंशिया (Dementia)
डिमेंशिया (Dementia) ऐसी समस्या है, जो हमारी याद्दाश्त, सोचने की शक्ति बोलने की क्षमता आदि को प्रभावित करती है, लेकिन हमेशा ही याद्दाश्त कम होने का मतलब यह नहीं है कि डेमेंशिया है, क्योंकि इसके होने के और भी कई कारण होते हैं। डिमेंशिया में इस्तेमाल किए जाने वाली दवाओं के कारण हाई सेक्शुअल ड्राइव हो सकती है।
परसिस्टेंट जेनाइटल अराउसल डिसऑर्डर
परसिस्टेंट जेनाइटल अराउसल डिसऑर्डर ज्यादातर महिलाओं में होने वाली स्वास्थ्य समस्या है। इस समस्या के साथ महिलाओं को सेक्स ड्राइव काफी ज्यादा होती है। ऐसा इसलिए होता है कि महिला ऑर्गेजम तक नहीं पहुंच पाती है। इसके इलाज के लिए एंटीडिप्रेसेंट्स, हॉर्मोनल थोरिपी, एनेस्थेटाइजिंग जेल और बिहेवरियल थेरिपी की जाती है।
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सेक्स एडिक्शन (Sex addiction)
जिन्हें सेक्स की लत रहती है, उन लोगों को ओवरएक्टिव सेक्स ड्राइव भी रहती है। ये व्यक्ति के साथ अंजाने में शुरू होता है, फिर धीरे-धीरे लत बन जाती है। जैसे- पॉर्नोग्राफी देख कर हस्तमैथुन करते हैं, ऐसा करते-करते उनकी हाई सेक्स ड्राइव हो जाती है, जिससे वह किसी को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।
हाई सेक्स ड्राइव को कैसे कम करें? (How to reduce high sex drive?)
बात करें
अगर आप अपनी सेक्स लाइफ से नाखुश हैं तो अपने जानने वालों से बात करें। अपनी सोच को बताएं, अपनी सेक्स डिजायर के बारे में बात करें। ये सोचें कि आपको अपनी लाइफ में क्या करना है। खुद पर कंट्रोल करने की कोशिश करें। इससे आपको अपनी कामेच्छा को कम करने में मदद मिलेगी।
अपना ध्यान बटाएं
एक रिसर्च के अनुसार ज्यादतर मामलों में एक बात सामने आई है कि हाई सेक्स ड्राइव होने पर लोग ऑफिस के वॉशरूम में जा कर हस्तमैथुन करते हैं। वहीं, कुछ लोग सेक्स वर्कर के साथ अपॉइंटमेंट तक बुक कर लेते हैं। ऐसा करना गलत है, इससे आप किसी बड़ी समस्या में फंस सकते हैं। हाई सेक्स ड्राइव होना ठीक वैसा ही है, जैसा सिगरेट या केक के लिए क्रेविंग होना। मन तब तक शांत नहीं होता है, जब तक आप स्मोकिंग न कर लें। उसी तरह से कामेच्छा सेक्स करने के बाद ही शांत होती है। इसलिए जब भी आपको सेक्स ड्राइव ज्यादा हो तो अपने ध्यान को कहीं और लगाएं।
आप अपना ध्यान बंटाने के लिए निम्न काम कर सकते हैं :
- मानसिक कसरत करें, जैसे- पजल, क्रॉस वर्ड, सुडोको खेलें
- बाहर घूमने जाएं
- अपनी पसंदीदा किताब पढ़ें या मूवी देखें
अपनी ऊर्जा कहीं और लगाएं
कुछ लोग अपनी सेक्शुअल एनर्जी को कहीं और सकारात्मक दिशा में लगा सकते हैं। जैसे- कुछ क्रिएटिव करें, आध्यात्मिक काम करें, दौड़े, डांस करें, गिटार बजाना सीखें, खाना पकाएं, योग करें आदि काम कर सकते हैं।
डॉक्टर या काउंसलर से मिलें
आप अपने डॉक्टर से मिलें, उन्हें हाई सेक्स ड्राइव से जुड़ी पूरी समस्या बताएं। इससे आपको बेहतर थेरिपी और इलाज मिल सकेगा। हमेशा याद रखें कि आप अकेले नहीं हैं। आप जैसे बहुत सारे लोग हैं। आगे जिंदगी और भी है और करने के लिए बहुत कुछ है।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और हाई सेक्स ड्राइव से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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