निशा को अक्सर सेक्स के दौरान दर्द होता था। जिसकी वजह से वह ना तो सेक्स को एंजॉय कर पाती थी और ना ही उसका इंटीमेट होने का मन करता था। जब उसने ये बात अपनी दीदी को बताई, तो उन्होने उसे लुब्रिकेंट (Lubricant) का यूज करने की सलाह दी। यह सलाह निशा के लिए कारगर साबित हुई। सेक्स लुब्रिकेंट्स का उपयोग वजायनल ड्रायनेस (Vaginal dryness) को कम करने के साथ ही सेक्स को स्मूद बनाने में मदद करता है। जिससे पेनफुल इंटरकोर्स (Painful intercourse) की समस्या से भी राहत मिल जाती है। कई लोगों को लुब्रिकेंट्स के बारे में जानकारी नहीं होती और कुछ को होती है तो उनके मन में इसके उपयोग को लेकर कई डाउट रहते हैं। इस आर्टिकल में लुब्रिकेंट्स के बारे में जानकारी दी जा रही है, जो आपके लिए उपयोगी साबित हो सकती है।
लुब्रिकेंट (Lubricant) का उपयोग क्यों किया जाता है?
उपयोग करने से पहले लुब्रिकेंट्स के बारे में जानकारी होना बेहद जरूरी है। बता दें कि सेक्स के लिए लुब्रिकेंट यूज करना बेहद आम है। इसमें शर्म या झिझक की बात नहीं है। अक्सर महिलाएं वजायनल ड्रायनेस का सामना करती है। ऐसा वजायना में फ्लूइड (Vaginal fluid) की मात्रा में कम होने के कारण होता है। ऐसे में लुब्रिकेंट का उपयोग इस परेशानी से राहत दिलाने में मदद करता है। मेनोपॉज (Menopause) के बाद ईस्ट्रोजेन लेवल (Estrogen) में होने वाली कमी वजायना (Vagina) और वल्वा (Vulva) में होने वाला बदलाव का कारण बनती है। ईस्ट्रोजेन (Estrogen) के कम होने पर इन अंगों के टिशूज पतले हो जाते हैं। साथ ही वे उतने लचीले भी नहीं रहते। उनमें ब्लड फ्लो (Blood flow) कम हो जाता है और नैचुरल वजायनल फ्लूइड (Natural Vaginal fluid) भी। लुब्रिकेंट का उपयोग सेक्स के दौरान होने वाले डिसकंफर्ट में राहत प्रदान कर सकता है, लेकिन यह वजायनल टिशू एट्रॉफी (vaginal tissue atrophy) की किसी अंडरलाइन कंडिशन को रोक या उसमें सुधार नहीं कर सकता।
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इन कंडिशन में भी जरूरी है लुब्रिकेंट का उपयोग (Lubricant uses)
ऊपर बताई गई कंडिशन के अलावा निम्न कंडिशन्स में ल्यूब का उपयोग जरूरी होता है।
- ब्रेस्टफीडिंग और एंटीहिस्टामाइंस (Antihistamines), एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressants) का उपयोग कर रही महिलाएं वजायनल ड्रायनेस का अनुभव करती हैं।
- इसके साथ ही ब्रेस्ट कैंसर सरवाइवर वजायनल ड्रायनेस का अनुभव करती हैं। ऐसे में लुब्रिकेंट मददगार हो सकता है।
- कई कपल वजायनल ड्रायनेस न होते हुए भी सेक्शुअल प्लेजर बढ़ाने के लिए लुब्रिकेंट का उपयोग करते हैं। लुब्रिकेंट्स के बारे में जानकारी होने पर आप भी ऐसा कर सकते हैं।
लुब्रिकेंट का चुनाव कैसे करें? (Lubricant selection Tips)
लुब्रिकेंट्स के बारे में जानकारी होने पर अपने लिए परफेक्ट ल्यूब का चुनाव करना आसान हो जाता है। मार्केट में कई प्रकार के लुब्रिकेंट (Lubricant) मौजूद हैं। जिसमें वाटर बेस्ड ल्यूब, सिलिकॉन बेस्ड ल्यूब और ऑयल बेस्ड ल्यूब शामिल है। इन लुब्रिकेंट्स के बारे में जानकारी बेटर लुब्रिकेंट चुनने में मदद करेगी। जान लेते हैं इनके प्रकार के बारे में।
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वाटर बेस्ड लुब्रिकेंट (Water based lubricant)
वाटर बेस्ड ल्यूब्रिकेंट अच्छी शुरुआत हो सकता है। यह सभी प्रकार की सेक्शुअल जरूरतों को पूरा कर सकता है। फिर चाहे वह पेनेट्रेटिव सेक्स (penetrative sex) हो मास्टरबेशन (Masturbation) हो या सेक्स टॉय (Sex toy) का उपयोग। वाटर बेस्ड ल्यूब्स उन लोगों के लिए भी परफेक्ट हैं जिनकी स्किन सेंसटिव होती है। इन्हें बेडशीट्स और कपड़ों से साफ करना भी आसान है। ये दाग नहीं छोड़ते हैं। हालांकि, इनके उपयोग के कुछ नुकसान भी हैं। जैसे कि ये शावर सेक्स के लिए अच्छे नहीं है। इसके साथ ही वाटर ल्यूब्रिकेंट स्टिकी होते हैं। सेक्स के दौरान इनका उपयोग बार-बार करना पड़ सकता है। लुब्रिकेंट्स के बारे में जानकारी के साथ ही इन बातों की जानकारी होना भी जरूरी है।
सिलिकॉन बेस्ड लुब्रिकेंट (Silicone-based lubricant)
सिलिकॉन बेस्ड ल्यूब स्लीपरी, लॉन्ग लास्टिंग और लंबे सेशन के लिए बेस्ट हैं। इनको एक बार लगाने के बाद बार-बार अप्लाई करने की जरूरत नहीं होती है। साथ ही इन्हें कम मात्रा में उपयोग किया जा सकता है। वाटर सेक्स (Water sex) या शावर सेक्स (Shower sex) के दौरान इनका उपयोग किया जा सकता है क्योंकि ये आसानी धुलते नहीं है। फायदे होने के साथ ही इसके भी कुछ नुकसान हैं। जैसे कि इन्हें साफ करना आसान नहीं होता। इसके लिए साबुन की जरूरत पड़ सकती है। इनके कारण बेडशीट पर स्ट्रेन भी आ सकते हैं। सिलिकॉन बेस्ड ल्यूब का उपयोग सिलिकॉन बेस्ड सेक्स टॉयज के साथ नहीं करना चाहिए।
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ऑयल बेस्ड लुब्रिकेंट (Oil Based lubricant)
ऑयल बेस्ड ल्यूब स्लिपरी फील प्रदान करने के साथ ही वास्टर बेस्ड ल्यूब से ज्यादा लॉन्ग लास्टिंग होते हैं। यह मास्टरबेशन, पेनेट्रेशन (Penetration) और वाटर प्ले के दौरान उपयोग किए जा सकते हैं। कई कपल सेक्स के पहले की जाने वाली मसाज के लिए भी इसका उपयोग करते हैं। ऑयल बेस्ड ल्यूब का उपयोग लेटेक्स कंडोम के साथ नहीं किया जाना चाहिए। इसकी वजह से कंडोम फट सकता है। इन लुब्रिकेंट को साफ करना भी मुश्किल होता है।
एनल सेक्स के लिए लुब्रिकेंट (Lubricant for anal sex)
लुब्रिकेंट्स के बारे में जानकारी के बाद एनल सेक्स (Anal Sex)के लिए लुब्रिकेंट का उपयोग कितना जरूरी है ये भी जान लेते हैं। एनल सेक्स के दौरान ल्यूब्रिकेशन का उपयोग इसलिए जरूरी होता है क्योंकि एनल कैनाल (Anal Canal) में फ्लूइड का निमार्ण नहीं होता है। जिससे पेनेट्रेशन मुश्किल हो जाता है। इसके साथ ही एनस के एंट्रेस पर होने होने वाली मसल्स वजायना की तुलना में सख्त होती है, जो फ्रिक्शन का कारण बनती है। कई बार ये ब्लीडिंग का कारण भी बन जाती है। एनल सेक्स के दौरान पर्सनल ल्यूब्रिकेंट का यूज एनल सेक्स को कंफर्टेबल बना सकता है। एनल सेक्स के लिए वाटर बेस्ड ल्यूब उपयोग करना सही होगा। यह एनल सेक्स के दौरान होने वाले कंडोम ब्रेकेज को रोकने में भी मददगार है। एनल सेक्स के लिए लुब्रिकेंट्स के बारे में जानकारी के बाद ये भी जान लीजिए कि लुब्रिकेंट के ऑल्टरनेटिव ऑप्शन के तौर लोग क्या यूज करते हैं। आपको बता दें कि कई बार लुब्रिकेशन का उपयोग कुछ लोगों के लिए एलर्जी और साइड इफेक्ट्स का कारण भी बन जाता है। इसलिए किसी भी प्रकार के लुब्रिकेंट का उपयोग करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें। अगर आपको स्किन एलर्जी या किसी प्रकार की त्वचा संबंधी परेशानी है तो ल्यूब का उपयोग ना करें।
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लुब्रिकेंट के ऑल्टरनेटिव क्या हो सकते हैं? (Lubricant alternatives)
लुब्रिकेंट्स के बारे में जानकारी तो अब तक आपको मिल गई है। अब हम जान लेते हैं। लुब्रिकेंट के ऑल्टरनेटिव (Lubricants alternatives) ऑप्शन के बारे में। जिनका उपयोग कई कपल्स करते हैं।
नोट: इन ऑल्टरनेटिव्स ऑप्शन का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना ना करें। यह चिकित्सा विकल्प नहीं है।
मीठा बादाम का तेल (Sweet almond oil)
स्वीट आलमंड ऑयल सेंसटिव स्किन (Sensitive skin) को मॉश्चराइज करने के साथ ही आराम पहुंचाता है। इसकी खुशबु भी अच्छी है और यह ईटेबल भी है। यह लंबे समय तक रहता है। हालांकि इसका उपयोग लैटैक्स कंडोम के साथ नहीं किया जाना चाहिए। इससे कंडोम फट सकता है।
वर्जिन कोकोनट ऑयल (Virgin coconut oil)
नारियल का तेल त्वचा को मॉश्चराइज करने के लिए जाना जाता है। इससे स्किन भी अच्छी तरह सोख लेती है। अनरिफाइंड या वर्जिन कोकोनट ऑयल एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। हालांकि यह कपड़ों और बेडशीट्स पर धब्बों का कारण बन सकता है। इसे कंडोम (Condom) के साथ यूज ना करें।
एवोकाडो ऑयल (Avocado oil)
ल्यूब के ऑल्टरनेटिव्स में एवोकाडो ऑयल भी एक है। यह स्मूद और लॉन्ग लास्टिंग है। साथ ही इसमें कोई टेस्ट और स्मेल नहीं है। इसलिए यह ओरल सेक्स में भी उपयोगी है। हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि यह नारियल के तेल और बादाम के तेल की तरह इफेक्टिव नहीं है।
ऑलिव ऑयल (Olive oil)
ऑलिव ऑयल भी एक पॉपुलर ल्यूब ऑल्टरनेटिव है। यह स्किन को मॉश्चराइज करने के साथ ही फ्रिक्शन (Friction) को भी कम करता है। हालांकि यह स्किन में एब्जॉर्ब नहीं होता। इससे धोना भी आसान नहीं होता। दूसरे ऑयल की तरह इसे भी लेटेक्स कंडोम के साथ उपयोग नहीं करना चाहिए।
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कभी भी इन प्रोडक्ट्स को ऑल्टरनेटिव (Lubricant alternatives) के तौर पर ट्राय ना करें
ऑल्टरनेटिव लुब्रिकेंट्स के बारे में जानकारी तो आपको हो गई। अब ये भी जान लीजिए कि किन प्रोडक्ट्स को ऑल्टरनेटिव के रूप में यूज नहीं करना चाहिए। इनमें कई प्रोडक्ट्स का उपयोग बैक्टीरियल इंफेक्शन का कारण बन सकता है।
- ग्लिसरीन
- पेट्रोलियम जैली (Petroleum jelly)
- बेबी ऑयल (Baby oil)
- पैराबीन्य युक्त प्रोडक्ट्स
- एलोवेरा जेल (Aloevera gel)
- मॉश्चराइजर
- घी
- योगर्ट
उम्मीद करते हैं कि आपको लुब्रिकेंट्स के बारे में जानकारी मिल गई होगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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