क्या ऑलिव ऑइल को सेक्स ल्यूब (sex lube) के रूप में उपयोग करना सुरक्षित है?
सेक्स लुब्रिकेंट्स के तीन मुख्य प्रकार होते हैं: वाटर बेस्ड लुब्रिकेंट, तेल-आधारित लुब्रिकेंट और सिलिकॉन-आधारित लुब्रिकेंट।
जैतून का तेल, ऑइल बेस्ड सेक्स लुब्रिकेंट्स (oil based sex lubricants) कैटेगरी में फिट होता है। ऑलिव ऑइल की तरह ऑयल-बेस्ड लुब्रिकेंट्स अक्सर मोटे होते हैं और अन्य स्नेह स्नेहक टाइप्स की तुलना में लंबे समय तक चलते हैं। वाटर बेस्ड ल्यूब (water based lube) लंबे समय तक नहीं चलते हैं और जल्दी सूख जाते हैं और ये कॉन्डम के साथ इस्तेमाल करने के लिए सुरक्षित नहीं हैं। सिलिकॉन-आधारित ल्यूब (silicon based lube) वाटर बेस्ड लुब्रिकेंट्स की तुलना में लंबे समय तक रहता है, लेकिन वे सिलिकॉन सेक्स टॉयज (silicon sex toys) को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
इसलिए, ऑयल्ड सेक्स के दौरान लुब्रिकेंट के रूप में जैतून के तेल का उपयोग करने से लेटेक्स कॉन्डम (latex condom) के टूटने की संभावना बढ़ जाती है। नतीजन, इससे आपको यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) या प्रेग्नेंट होने का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, आप सिंथेटिक कॉन्डम जैसे पॉलीयूरेथेन कॉन्डम के साथ ऑइल बेस्ड सेक्स ल्यूब का उपयोग कर सकते हैं।
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ऑलिव ऑइल सेक्स ल्यूब से हो सकता है संक्रमण
इसके अलावा एक और समस्या यह भी है कि जैतून का तेल हेवी होता है। यह आसानी से त्वचा में अवशोषित नहीं होता है। यह आपके पोर्स को बंद कर सकता है, खासकर यदि आप इसे इस्तेमाल करने के बाद नहीं धोते हैं।
इससे बंद छिद्रों से जलन हो सकती है, जो बाद में संक्रमण का कारण बन सकती है। उदाहरण के लिए, हाल ही में एक अध्ययन में पाया गया कि जैतून का तेल स्किन बैरियर को कमजोर कर सकता है। नतीजन, तैलीय संभोग से त्वचा में हल्की जलन पैदा हो सकती है और एनस में बैक्टीरिया पनप सकता है और संक्रमण का कारण बन सकता है।
एक स्टडी में यह भी पाया गया कि वजाइना में तेल का उपयोग करने से एक महिला को यीस्ट इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ सकता है। लेकिन, अध्ययन में तेल के इस्तेमाल के प्रकार का उल्लेख नहीं किया गया है। फिर भी, यदि आप यीस्ट इंफेक्शन से ग्रस्त हैं, तो आप जैतून के तेल को ल्यूब के रूप में उपयोग करने से पहले दो बार सोचें।