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स्टीम और सॉना बाथ लेने से पहले जान लें ये 5 जरूरी बातें

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 05/03/2021

    स्टीम और सॉना बाथ लेने से पहले जान लें ये 5 जरूरी बातें

    जिम हो या स्पा बिना स्टीम और सॉना बाथ (Steam and Sauna Bath) के अधूरा माना जाता है। स्टीम बाथ और सॉना बाथ इनदिनों ज्यादा प्रचलित तो है, लेकिन ये कोई नई चीज नहीं है। देखा जाए तो स्टीम और सॉना का इतिहास प्राचीन रोमन सभ्यताओं से जुड़ा हुआ है। स्टीम बाथ और सॉना बाथ की शुरुआत रोमन सभ्यताओं से ही हुई है। वैसे बदलते वक्त के साथ-साथ इनदोनों में भी तकनिकी बदलाव देखे गए हैं। लेकिन इसका उपयोग अभीभी बॉडी को रिलैक्स करने के लिए और कई प्रकार की बीमारियों से निजात पाने के लिए किया जाता है। आज इस आर्टिकल में स्टीम और सॉना बाथ के फायदे (Steam and Sauna Bath Benefits) आपसे शेयर करेंगे। लेकिन सबसे पहले जानते हैं क्या है स्टीम बाथ और सॉना बाथ (Steam and Sauna Bath)?

    स्टीम और सॉना बाथ (Steam and Sauna Bath)

    क्या है स्टीम बाथ? (What is Steam Bath?)

    स्टीम बाथ एक प्रकार का स्नान है। जिसमें एक कमरे में पानी को उबाल कर भाप पैदा की जाती है। एक कंप्रेस की मदद से फिर इसे एक कमरे में छोड़ा जाता है और व्यक्ति को उस कमरे में जा कर बैठना होता है। भाप के कारण व्यक्ति के पूरे शरीर पर पानी के भाप की बूंदें दिखाई देने लगती हैं, इसे ही स्टीम बाथ कहते हैं। स्टीम बाथ को लेने के लिए एक कमरा होता है, जिसे स्टीम रूम भी कहते हैं। अगर आप चाहें तो बाथरूम में भी स्टीम बाथ ले सकते हैं।

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    क्या है सॉना बाथ? (What is Sauna Bath?)

    स्टीम बाथ की तरह ही सॉना बाथ है, लेकिन सॉना बाथ के कमरे का टेम्प्रेचर 80 से 90 डिग्री सेल्सियस तक रखा जाता है। बाथ रूम का टेम्प्रेचर ज्यादा होने की वजह से 80 से 90 डिग्री सेल्सियस तक रखा जाता है। इस रूम में 5 मिनट से 20 मिनट तक बैठा जाता है। टेम्प्रेचर ज्यादा होने की वजह से शरीर से पसीना निकलता है, जिससे टॉक्सिक पदार्थ भी निकल जाते हैं।

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    स्टीम और सॉना बाथ के फायदे हैं? (Steam and Sauna Bath Benefits)

    स्टीम और सॉना बाथ को एक-एक कर समझते हैं।

    स्टीम बाथ के फायदे क्या हैं? (Benefits of Steam Bath)

    स्टीम और सॉना बाथ (Steam and Sauna Bath)

    स्टीम बाथ के फायदे निम्नलिखित हैं-

    1. वेट लॉस में फायदेमंद है स्टीम बाथ (Steam Bath benefits in weight loss)-

    वजन कम करने के लिए स्टीम बाथ का सहारा लिया जा सकता है, लेकिन इसके लिए कुछ रूल्स फॉलो करना जरूरी है। स्टीम बाथ से वजन घटाने (Weight loss) के लिए आपको स्टीम रूम (Steam room) का तापमान 110 डिग्री फारेंहाइट रखना होगा। इसके बाद स्टीम रूम में बैठें और शरीर से पसीना बाहर निकलने दें। पसीना आने से आपके वजन में कमी आती है। लेकिन ये वही वजन घटता है, जो आपके शरीर में पानी का वजन होता है।

    2. स्टीम बाथ से दूर होगी टेंशन (Steam bath benefits in Tension)

    स्टीम बाथ लेने से शरीर में एंडॉर्फिन नामक हॉर्मोन स्रावित होता है। जिसे फील गुड हॉर्मोन भी कहते हैं। एंड्रोफिंस हॉर्मोन शरीर को तनाव मुक्त महसूस कराने में मदद करता है। वहीं तनाव की वजह से कॉर्टिसोल हॉर्मोन भी शरीर मे स्रावित होता है। जिससे स्ट्रेस लेवल कम होता है और आप रिलैक्स महसूस करते हैं।

    3. जोड़ों की समस्या होगी दूर (Benefits for joints problem)

    स्टीम बाथ लेने से जोड़ों में होने वाली जकड़न ढीली होती है। अक्सर लोग स्टीम बाथ प्री वर्कआउट (Pre workout) या वॉर्मअप (Exercise) के रूप में लेते हैं। जिससे जोड़ों में लचीलापन आता है और वर्कआउट करने में समस्या भी नहीं होती है।

    4. स्टीम बाथ से कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का टलता है खतरा (Prevent from cardiovascular disease)

    स्टीम बाथ लेने से कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम (Cardiovascular system) दुरुस्त रहता है। एक अध्ययन के मुताबिक नमी के कारण पैदा होने वाली गर्मी जो हम स्टीम रूम में लेते हैं। उससे हमारी खून की नसों में ब्लड फ्लो (Blood flow) बढ़ता है। स्टीम बाथ लेने के दौरान हमारे ब्लड में मौजूद ऑक्सिजन हमारी कोशिकाओं तक अच्छी तरह से पहुंचता है। ब्लड फ्लो ठीक होने की वजह से चेहरे पर नई रौनक आती है। स्टीम बाथ ब्लड प्रेशर (Blood pressure) को नियंत्रित रखने के साथ ही दिल को भी हेलदी रखता है।

    5. त्वचा के लिए फायदेमंद है स्टीम बाथ (Benefits for skin)

    स्टीम रूम और सौना दोनों के कमरे गर्म होते हैं। कमरे की गर्माहट के कारण आपको पसीना आने लगता है। पसीना ज्यादा होने से आपके रोम छिद्र या त्वचा पर मौजूद पोर खुल जाते हैं। पोर खुलने से बाहरी त्वचा साफ हो जाती है। साथ ही पसीना आपके त्वचा की गंदगी और डेढ़ स्किन (Dead skin) को बाहर निकालता है, जिस कारण से एक्ने या पिंपल्स ठीक हो जाते हैं। लेकिन स्टीम रूम में स्टीम बाथ लेने से त्वचा के अंदर से टॉक्सिन (Toxin) निकल जाते हैं, जबकि सौना में ऐसा नहीं हो पाता है।

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    सॉना बाथ के फायदे क्या हैं? (Benefits of Sauna Bath)

    स्टीम और सॉना बाथ (Steam and Sauna Bath)

    सॉना बाथ के फायदे निम्नलिखित हैं। जैसे:

    1. सॉना बाथ से ब्लड सर्क्युलेशन होता है बेहतर (Sauna bath benefits for blood circulation)

    बॉडी में ब्लड सर्क्युलेशन बनाये रखने के लिए सॉना बाथ बेहद लाभकारी माना जाता है। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार टेम्प्रेचर ज्यादा होने की वजह से ब्लड वेसेल्स फैलती हैं। वहीं ब्लड प्रेशर (Blood pressure) और पल्स रेट (Pulse rate) दोनों नॉर्मल होते हैं। हालांकि अभी भी इस विषय पर रिसर्च जारी है।

    2. इम्यून पावर स्ट्रॉन्ग रखने में सहायक है सॉना बाथ (Improves Immune power)

    सॉना बाथ से रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) स्ट्रॉन्ग बनाने में मदद मिलती है। दरअसल स्टीम और सॉना बाथ (Sauna bath) से बॉडी के टेम्प्रेचर बढ़ता है, जिससे मोनोसाइट्स (एक प्रकार की सफेद रक्त कोशिका) की कार्य क्षमता बढ़ती है। ये बैड बैक्टीरिया और डेढ़ टिशू को भी खत्म करने में मदद करते हैं।यही नहीं सॉना बाथ से सेल्स के निर्माण में भी सहायता मिलती है।

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    स्टीम और सॉना बाथ (Steam and sauna) दोनों के ही फायदे शरीर को मिलते हैं, लेकिन स्टीम और सॉना बाथ लेने से पहले कुछ बातों को जरूर ध्यान रखें। जैसे:

  • स्टीम और सॉना बाथ (Steam and Sauna Bath) ज्यादा देर तक ना लें। इससे स्किन जलने या फफोले होने की संभावना बढ़ जाती है।
  • एक रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक एल्कोहॉल (Alcohol) के सेवन के बाद स्टीम और सॉना बाथ, दोनों में से कोई नहीं लेना चाहिए। इससे ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) बढ़ने का खतरा बढ़ सकता है, जो आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक होता है।
  • हार्ट पेशेंट (Heart patients) एवं हाय ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) के पेशेंट्स को स्टीम और सॉना बाथ नहीं लेना चाहिए, क्योंकि इससे हृदयगति बढ़ सकती है।
  • रिसर्च के मुताबिक गर्भवती महिलाओं को भी स्टीम और सॉना बाथ नहीं लेना चाहिए। दरअसल इससे गर्भ में पल रहे शिशु को नुकसान पहुंच सकता है
  • नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार स्टीम बाथ (Steam Bath) या सॉना बाथ (Sauna Bath) लेने के दौरान अपने प्रायवेट ऑर्गेन को ढककर रखना चाहिए। क्योंकि प्राइवेट ऑर्गेन ज्यादा सेंसेटिव होते हैं।
  • अगर आप स्टीम और सॉना बाथ (Steam and Sauna Bath) के फायदे से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।

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