SPF 30 या इससे ज्यादा होना चाहिए: दि अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी के अनुसार सनस्क्रीन लोशन खरीदते वक्त सनस्क्रीन लोशन के पैक पर SPF 30 या इससे ज्यादा लिखा गया हो।
वॉटर रेसिस्टेंट: त्वचा रोग विशेषज्ञों के अनुसार सनस्क्रीन लोशन का प्रयोग करने से पहले यह अवश्य ध्यान दें कि यह वॉटर रेसिस्टेंट हो। ऐसा इसलिए क्योंकि आपके पानी के संपर्क में आने से या पसीना होने पर भी सनस्क्रीन लोशन आपकी त्वचा पर ठीक तरह से काम करेगा। वॉटर रेसिस्टेंट सनस्क्रीन त्वचा पर 40 से 80 मिनट तक सूर्य की पराबैगनी किरणों से आपकी रक्षा करेगा। हर सनस्क्रीन लोशन वॉटर रेसिस्टेंट नहीं होता है। इसलिए सनस्क्रीन लोशन खरीदते वक्त वक्त पैक पर यह भी अवश्य देखकर खरीदें।
सनस्क्रीन लोशन खरीदते वक्त ऊपर बताए गई तीन बातों का ध्यान अवश्य रखें। इसके साथ ही आप अपनी त्वचा के अनुसार सनस्क्रीन का चयन करें। सनस्क्रीन लोशन का प्रयोग घर से निकलने के पहले अवश्य करें। इसके साथ ही कुछ जरूरी टिप्स भी फॉलो करें। इन टिप्स में शामिल है-
शरीर को कवर करें: अगर आप घर से बाहर निकल रही हैं या रहें हैं तो अपने चेहरे को लाइट कलर के कपड़े से ढ़कें और फुल स्लीव्स के कपड़े पहनें। आंखों को चश्मे से कवर करें। ऐसा करने से आप हानिकारक किरणों और प्रदुषण से अपने आपको बचा सकती हैं।
सीक शेड: सूर्य को रोशनी में सीधे न जाएं। कोशिश करें कि सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे की बीच न निकलें। क्योंकि इस दौरान सूर्य की किरणें काफी तेज होती हैं और इसका शरीर पर नुकसान होता है।
कभी-कभी त्वचा अत्यधिक सेंसेटिव हो जाती है। ऐसा कई तरह के दवाओं के सेवन की वजह से भी होता है या शरीर में डिसऑर्डर की परेशानी से भी स्किन की समस्या शुरू हो जाती है। ऐसे में भी सनस्क्रीन लोशन का उपयोग लाभकारी होता है। त्वचा की देखभाल के साथ-साथ आहार का भी विशेष ख्याल रखें, बाहर निकलने के पहले अपने पास पानी का बोतल जरूर रखें। रोजाना 2 से 3 लीटर पानी का सेवन भी अवश्य करें। अगर आप सनस्क्रीन लोशन से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।